अपना देश | Hindi Lesson Plan | Lesson Plan In Hindi For B.Ed. / STC | हिन्दी पाठ योजना

4. हमारे देश की महानता के बारे में आप क्या जानते हैं ?

उद्देश्य कथन :–

अच्छा बच्चों ! आज हम अपना देश के बारे में विस्तार से अध्ययन करेंगे ।

प्रस्तुतीकरण :–

छात्र अध्यापक व्याख्यान विधि व चार्ट के माध्यम से कक्षा में अपना पाठ प्रस्तुत करेंगी|

छात्र अध्यापक क्रियाएं

कविता पठन यही……प्यारा है ।

शिक्षक उचित आरोह अवरोह के साथ लय तथा गति से कविता का आदर्श वाचन करेगा ।

द्वितीय सामूहिक अनुवाचन :-

शिक्षक उचित भाव व गति के साथ सामूहिक अनुकरण वचन करेगा छात्र पुस्तक में देखते हुए , कविता को पढ़ते हुए अनुकरण वाचन करेंगे ।

छात्र ध्यानपूर्वक सुनेंगे व समझेंगे ।

छात्र शिक्षक को ध्यान पूर्वक सुनेंगे व अपनी अभ्यास पुस्तिका में लिखेंगे ।

प्रश्नों द्वारा आकलन छात्रों की अभिव्यक्ति द्वारा ।

भारत के लोगों आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? की क्या विशेषताएं हैं ?

शिक्षक छात्रों को सामूहिक अनुकरण वाचन का निर्देश देगा ।अगर कोई छात्र अपेक्षित रूप से अनुकरण वाचन करने में आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? असमर्थ रहता है या किसी शब्द को बोलने में कठिनाई अनुभव करता है तो शिक्षक उसकी कठिनाइयों को दूर करेगा ।

1. कविता में कौन से पहाड़ का नाम आया है ?

2. कविता में किस नदी को सुंदर लहराती नदी कहा है ?

3. गंगा नदी किस देश में बहती है ?

छात्र प्रश्नों के उत्तर देने का प्रयास करेंगे ।

फल फूलों से…..प्यारे भारत को ।

शिक्षक कविता का आदर्श वाचन करेगा ।

छात्र कविता का रूसी व उचित हाव भाव के साथ अनुकरण वाचन करेंगे व शिक्षक पाठ्य पुस्तक में भारत माता के चित्र की ओर संकेत करेगा ।

शिक्षक व छात्र मिलकर कविता का सामूहिक वाचन करेंगे ।

1‍. फल-फूलों से कौन भरी है ?

2. तुम किस मिट्टी आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? में खेल कर बड़े हुए ?

3. पाठ में भारत की कौन-कौन सी विशेषताओं के बारे में वर्णन किया है ?

छात्र ध्यानपूर्वक सुनेंगे व अपनी अभ्यास पुस्तिका में लिखेंगे ।

पुनरावृत्ति :-

भारत में सभी धर्मों के लोग किस प्रकार एक साथ रहते हैं ?

हमें इस कविता से क्या शिक्षा मिलती हैं ?

हमें अपने देश को स्वच्छ क्यों रखना चाहिए ?

हिमालय भारत के किस दिशा में स्थित है ?

गृहकार्य :-

कविता में बताई गई भारत की विशेषताओं का वर्णन कीजिए ?

कविता के भावार्थ को अपनी भाषा में लिखिए ?

❖ यह भी देखें ヅ

Hindi Lesson Plan Pdf Download :-

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Apna desh Hindi Lesson Plan के बारे में :-

हिंदी विषय में Lesson plan को सर्च कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह उपयोगी साबित होगा । इस Lesson plan को बनाने का एकमात्र उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को Hindi में lesson plan का Sample प्रदान करना जिससे छात्राध्यापक जान सके कि लेसन प्लान कैसे बनाया जाता है ? इसके बारे में एक उदाहरण प्रस्तुत करना बाकी आप इसमें दिनांक , कक्षा , विद्यालय… वह आप अपने हिसाब से बदल सकते हैं और आप चाहे कोई अन्य भी अन्य टॉपिक पर लेसन प्लान बनाए लेकिन कोशिश कीजिए कि लेसन प्लान का फॉर्मेट यही रहे ।

लेसन प्लान क्यों जरूरी है ?

जब आप शिक्षण से संबंधित कोई भी कोर्स D.El.Ed , B.EL.ED. , B.P.ED. , DPE , B.ED. आदि करते हो तो पूरे सत्र के दौरान आपको Lesson plan बनाने पर खास ध्यान दिया जाता है क्योंकि Lesson plan कक्षा शिक्षण प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है कक्षा शिक्षण से पूर्व की तैयारी का विषय है , एक अच्छे लेसन प्लान के प्रयोग से कक्षा शिक्षण की प्रक्रिया को गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सकता है। इसमें पाठ पढ़ाने से पहले शिक्षक द्वारा यह तय किया जाता है कि वह कक्षा में किस शिक्षण विधि का प्रयोग करेगा तथा कौन सी शिक्षण विधि इस पाठ के लिए उपयोगी है और पाठ से पाठ्यपुस्तक के अलावा कौन सी जानकारी है जो उस पाठ से संबंधित है तो उसे भी शामिल किया जाता है जिससे विद्यार्थियों को नवीन ज्ञान को प्राप्ति होती है।

पाठ योजना कैसे तैयार करें ?

1. प्रभावी शिक्षण के लिए एक सुसंगत ढांचा तैयार करना जिसे पढ़ाने से पूर्व एक तैयारी के रूप में लिया जा सकता है।
2. इससे शिक्षण को एक व्यवस्थित रूप प्रदान किया जाता है।
3. यह शिक्षण को प्रभावी ढंग से करवाने हेतु उपयोगी है।
4. इसके प्रयोग से कक्षा शिक्षण से पूर्व उपयुक्त शिक्षण विधि का चयन किया जा सकता है।
5. यह सिलेबस पाठयक्रम को व्यवस्थित रूप देता है, इसके उपयोग से शिक्षण नियत अवधि में पूर्ण हो जाता है।
6. पाठ पढ़ाते समय शिक्षक में आत्मविश्वास का संचार करता है।
7. भविष्य की योजना तैयार करने में उपयोगी आधार प्रदान करता है।
8. कक्षा में विद्यार्थियों की शारीरिक एवं मानसिक विभिन्नता को ध्यान में रखते हुए कैसे शिक्षण करवाया जाए इसके लिए सहायक है।
9. एक प्रमाण है कि शिक्षक ने पढ़ाने के लिए उचित औऱ पर्याप्त प्रयास किए हैं।

एक अच्छी पाठ योजना के चरण :-

1. पाठ विश्लेषण
2. सामान्य आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? उद्देश्य
3. विशिष्ट उद्देश्य
4. सहायक सामग्री
5. अनुदेशात्मक सामग्री
6. शिक्षण विधि
7. पूर्व ज्ञान परीक्षण
8. उद्देश्य कथन
9. प्रस्तुतीकरण
10. श्यामपट्ट कार्य
11. मूल्यांकन
12. पुनरावृत्ति
13. गृहकार्य

यूपी खेत तालाब योजाना के तहत राज्य सरकार देती है 50% की सब्सिडी, क्या है पात्रता, कैसे मिलेगा लाभ, जानें सबकुछ

यूपी में किसानों के लिए कई स्कीमें सरकार चलाती है। ऐसी ही एक खेत तालाब योजना है। जिसके तहत किसानों को खेत में ही तालाब खुदवाने के लिए सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है।

यूपी खेत तालाब योजाना के तहत राज्य सरकार देती है 50% की सब्सिडी, क्या है पात्रता, कैसे मिलेगा लाभ, जानें सबकुछ

यूपी में किसानों के लिए कई स्कीमें सरकार चलाती है। ऐसी ही एक खेत तालाब योजना है। जिसके तहत किसानों को खेत में ही तालाब खुदवाने के लिए सरकार की तरफ से 50 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। दरअसल राज्य सरकार ने ये योजना हर साल पानी के कम होते स्तर को मद्देनजर रखते हुए चलाती है।

किसानों द्वारा तालाब खुदवाने पर सब्सिडी की रुपये तीन किस्तों में सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है। तालाब के लिए दो श्रेणी निर्धारित की गई है। अगर किसान छोटे तालाब खुदवाते हैं। जिसके लागत 1 लाख 5 हजार रुपये निर्धारित की गई है। इसके लिए सरकार 52500 रुपये सब्सिडी के तौर पर देगी। वहीं, बड़े तालाब आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? जिसकी लागत 2 लाख 28 हजार रुपये निर्धारित है। उसके लिए 114200 मिलेंगे। आज की स्टोरी में हम आपको बताने जा रहे हैं आप इस योजना का लाभ कैसे उठा सकते हैं।

पात्रता

इस योजना का लाभ एससी-एसटी, अल्पसंख्यक और छोटे सीमांत किसानों को मिलेगा।
किसान की आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? न्यूनतम उम्र 18 साल होनी चाहिए।
किसान यूपी का स्थायी निवासी हो।

डाक्यूमेंट्स

आवेदनकर्ता का जाति प्रमाण पत्र
निवास प्रमाण पत्र
आय प्रमाण पत्र
आधार कार्ड
पैन कार्ड
जमीन के कागज
बैंक अकाउंट डिटेल
पासपोर्ट साइज फोटो

जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने पर दो लोगों भेजा जेल

कोतवाली पुलिस ने गाली गलौच करने, जान से मारने की धमकी देने और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किए जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार.

जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने पर दो लोगों भेजा जेल

कोतवाली पुलिस ने गाली गलौज करने, जान से मारने की धमकी देने और जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किए जाने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके खिलाफ एससी, एसटी ऐक्ट में मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। वहीं, इस घटना से गुस्साए वाल्मीकि समाज के लोगों ने आरोपियों के घर के बाहर कूड़ा फेंककर कार्रवाई की मांग की थी।

वाल्मीकि बस्ती चिंरजीपुर निवासी अनुज कुमार पुत्र कमल राज ने विकासनगर कोतवाली पुलिस को तहरीर दी। तहरीर में बताया था कि जोगेंद्र उर्फ निक्कू सरदार पुत्र कृपाल सिंह और जोगिंदर सिंह बेदी पुत्र जीत सिंह निवासी विकासनगर के द्वारा उनके साथ किसी बात को लेकर गाली गलौज की गई। आरोप लगाया कि आरोपी पक्ष ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। आरोप है कि साथ ही उन्हें जाति सूचक शब्दों से संबोधित किया गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर नामजद आरोपियों जोगेंद्र और जोगिंदर सिंह के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। वहीं, इस प्रकरण में जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किए जाने से आक्रोशित वाल्मीकि समाज के लोगों ने बुधवार देर रात को दोनों आरोपियों के घर के सामने कूड़ा डाल दिया। बताया गया है कि रात में कुछ लोग ट्रैक्टर ट्रॉली में कूड़ा भर कर ले गए और आरोपियों के घर के सामने कूड़ा उड़ेल दिया। इस दौरान पुलिस भी मूकदर्शक बनी रही। गुरुवार सुबह नगर पालिका के सफाई कर्मियों ने मंडी चौक स्थित आरोपियों के घर के सामने डाला गया कूड़ा उठाया। इस घटना के बाद विकासनगर पुलिस ने आरोपियों को गुरुवार दिन में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? पेश किया। कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि कूड़ा डालने वालों की पहचान की जा रही है।

इन संकेतों से जानें दैवीय शक्तियां हैं आप पर मेहरबान

शास्त्रों के अनुसार कुछ बातों का ध्यान रखने से दैवीय शक्तियां स्वयं घर में आकर निवास करती हैं जिससे कोई बाधा मुसीबत अपना सिर नहीं उठा पाती और व्यक्ति सुखी एवं समृद्ध जीवन व्यतित करता है। जब से धरती का अस्तित्व है तभी से व्यक्ति अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए देवी-देवताओं का पूजन करता आया है। मानवीय इच्छाओं को पूरा करने की शक्ति केवल भगवान के पास ही है। बहुत से लोगों के साथ ऐसा होता है कड़ी मेहनत करने के बाद भी उसका उचित प्रतिफल नहीं मिल पाता। जिससे उनके जीवन में तनाव बढ़ता जाता है। दूसरी ओर कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जिन्हें अपनी मनचाही इच्छा पूर्ति करने के लिए बहुत प्रयत्न नहीं करने पड़ते। इससे ये पता लगता है की ऐसे लोगों पर दैवीय शक्तियों की खास कृपा बरसती है। इन संकेतों से जानें किन लोगों पर दैवीय शक्तियां रहती हैं मेहरबान-


आधुनिक युग में अधिकतर लोग अपनी संतान से परेशान रहते हैं। भाग्यशाली हैं वो लोग जिनकी संतान आज्ञाकारी है।


ज्ञान ऐसी दौलत है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता और इसे जितना बांटों उतना बढ़ता है। जो व्यक्ति अपने ज्ञान के बल पर जिविका अर्जित कर रहा है, वह बहुत लकी है। शिक्षा का सही उपयोग ही व्यक्ति को उसके सही मुकाम तक पहुंचाता आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? है।


आज शायद ही कोई ऐसा घर हो जहां मैडिकल प्रॉब्लम न हो। लगभग हर व्यक्ति को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं चलती रहती हैं। जिससे उसे दवाईयों पर निर्भर रहना पड़ता है और उसे अपना मनभावन भोजन भी खाने को नहीं मिलता। स्वस्थ तन और मन दैवीय कृपा का संकेत है।


आज अंतर्जातीय विवाह और विवाह विच्छेद आम देखने को मिल जाते हैं। जिस व्यक्ति के पास अपनी जात का मनभावन जीवनसाथी है और वह सुखी वैवाहिक जीवन का निर्वाह कर रहा है, उस से बढ़कर किस्मत वाला भला कौन हो सकता है।


सपनों में जो भगवान को अपने करीब पाता है, उनसे हंसता-बोलता और दिल की बातें करता है। उन पर सारे ब्रह्मांड की कृपा होती है।


आने वाली घटनाओं का पहले से ज्ञात हो जाना भी देवी-देवताओं की कृपा का संकेत है।

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नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर

21 बड़े राज्यों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले केरल को 76.55 अंक मिले जबकि अंतिम पायदान पर रहे उत्तर प्रदेश को 33.69 अंक ही मिले जो सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में न्यूनतम हैं. The post नीति आयोग के स्वास्थ्य सूचकांक में उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर appeared first on The Wire - Hindi.

21 बड़े राज्यों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले केरल को 76.55 अंक मिले जबकि अंतिम पायदान पर रहे उत्तर प्रदेश को 33.69 अंक ही मिले जो सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में न्यूनतम हैं.

(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: नीति आयोग द्वारा शुक्रवार को देश भर के राज्यों का स्वास्थ्य सूचकांक जारी किया गया. इसमें बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश सबसे निचले पायदान पर रहा है जबकि केरल शीर्ष पर रहा.

केरल के बाद पंजाब, तमिलनाडु और गुजरात को रखा गया है. इस सूचकांक में सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों को जगह दी गई है.

सूचकांक के लिहाज से खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में उत्तर प्रदेश के बाद राजस्थान, बिहार व ओडिशा का नंबर आता है.

वहीं, अच्छा प्रदर्शन करने वाले छोटे राज्यों में मिजोरम पहले स्थान पर है. उसके बाद मणिपुर व गोवा हैं. वहीं, केंद्र शासित प्रदेशों में लक्षद्वीप अव्वल रहा.

21 बड़े राज्यों में श्रेष्ठ आने वाले केरल को 76.55 अंक मिले जबकि अंतिम पायदान पर रहे उत्तर प्रदेश को 33.69 अंक मिले.

उत्तर प्रदेश का यह स्कोर बड़े व छोटे राज्यों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों में न्यूनतम है. उत्तर प्रदेश के लिए संतोष की बात यह हो सकती है कि बीते वर्ष उसका स्कोर 28.14 था जो इस बार 5.55 अंक सुधरा है. इसके बावजूद भी यह देश में अब भी न्यूनतम है.

बड़े राज्यों की बात करें तो अच्छा प्रदर्शन करने के मामले में दूसरे पायदान पर रहने वाले पंजाब को 65.21 अंक मिले हैं तो तीसरे पायादान पर रहे तमिलनाडु को 63.38 अंक मिले हैं.

वहीं, निचले से दूसरे पायदान पर रहने वाले राजस्थान को 36.79 अंक मिले हैं और तीसरा बुरा प्रदर्शन करने वाले बिहार को 38.46 अंक दिए गए हैं.

नीति आयोग द्वारा जारी ‘हेल्दी स्टेट्स प्रोग्रेसिव इंडिया’ नामक यह रिपोर्ट 2015-16 की अवधि के लिए तीन आप एसटीसी संकेतक कैसे पढ़ते हैं? श्रेणियों बड़े राज्य, छोटे राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में देश को विभाजित करते हुए बनाई गई थी.

यह रिपोर्ट राज्य और केंद्रशासित प्रदेशों कीसरकारों द्वारा स्वास्थ्य क्षेत्र में किए गए प्रदर्शन का आकलन करने और उसे रैंक देने की केंद्र सरकार की एक कवायद है.

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