PolyChrome - Color Old Black &
मशीन लर्निंग का उपयोग करके अपने परिवार की पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों में रंग जोड़ें - यह इतना आसान है!
Google Play में पहला और मूल ब्लैक एंड व्हाइट ऑटो-कलरिंग एंड्रॉइड ऐप।
*** एप्लिकेशन एक एआई एल्गोरिथ्म का उपयोग करता है जो 100% नहीं है, लेकिन यह सबसे अच्छा है वहां काले और सफेद रंगीकरण के उद्देश्य से है। इसलिए परिणाम फोटो मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस से फोटो में भिन्न हो सकते हैं, मूल गुणवत्ता और आकार पर निर्भर करता है। कृपया धैर्य रखें। ***
बस ऐप खोलें, अपने पुराने ब्लैक एंड व्हाइट चित्र की तस्वीर लें, और परिणाम साझा करें!
♞ 1 फोटो = 1 क्रेडिट
, मुफ्त में 3 क्रेडिट प्राप्त करें, 3 और जोड़ने के लिए विज्ञापन देखें
। असीमित क्रेडिट रखने के लिए एक बार खरीदें
डेटा की सुरक्षा
डेवलपर यहां इस बारे में जानकारी दे सकते हैं कि उनका ऐप्लिकेशन आपके डेटा को कैसे इकट्ठा और इस्तेमाल करता है. डेटा की सुरक्षा के बारे में ज़्यादा जानें
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IIT Kanpur News: देश को आने वाले आर्थिक खतरों से बचाएंगे कानपुर IIT के विशेषज्ञ, क्या है तैयारी जानें
IIT Kanpur News: आईआईटी कानपुर अब दुनिया को आर्थिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करेगा। इसके लिए विशेषज्ञ तैयार किए जाएंगे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉक चेन और मशीन लर्निंग पर आधारित वित्तीय प्रणाली भी यहां विकसित होगी।
- कानपुर आईआईटी तैयार करेगा आर्थिक सुरक्षा विशेषज्ञ
- ई-मास्टर्स डिग्री के लिए तैयार किया कोर्स
- खतरों से बचाएंगे कानपुर आईआईटी के विशेषज्ञ
IIT Kanpur News: पूरी दुनिया में आर्थिक क्षेत्र में तेजी से बदलाव आ रहा है। अब सिर्फ डिजिटल वित्त प्रणाली की बात नहीं है बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई), ब्लॉकचेन के साथ मशीन लर्निंग आधारित वित्तीय प्रणाली विकसित करना जरूरी है। जिससे आर्थिक क्षेत्र को आने वाले खतरों से सुरक्षित रखा जा सके। कानपुर मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस आईआईटी अब दुनिया को आर्थिक क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से अब ऐसे ही विशेषज्ञ तैयार करेगा। संस्थान की ओर से क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स शुरू होने पर वक्ताओं ने यह बात कही।
वक्ताओं ने कहा कि, कोविड महामारी ने अर्थव्यवस्था को भारी झटका दिया है। डिजिटलीकरण में अब कुछ नया नहीं है। वर्तमान में एआई और मशीन लर्निंग का उपयोग निवेश, चैटबॉट और अन्य सुविधाओं को बेहतर बनाने में किया जा रहा है।
ऑनलाइन है यह कोर्स
ब्लॉकचैन, मशीन लर्निंग, मार्केट और डेटा इंटेलीजेंस, क्वांटिटेटिव मॉडलिंग आदि जैसी मांगी जाने वाली तकनीकों पर स्मार्ट फैसले लेने वाले पेशेवरों की मांग है। आईआईटी कानपुर ने यह ई-मास्टर्स डिग्री इसी को ध्यान में रख तैयार की है। इस पाठ्यक्रम में अर्थशास्त्र, जटिल डेरिवेटिव, बड़े डेटा विश्लेषण, ट्रेजरी और क्रेडिट जैसे दस मॉड्यूल शामिल हैं। इस कोर्स को एक से तीन वर्ष के बीच पूरा किया जा सकता है। यह कोर्स ऑनलाइन है और इसमें पेशेवर दाखिला ले सकते हैं।
कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर
आपको बता दें कि, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), ब्लॉक चेन और मशीन लर्निंग पर आधारित वित्तीय प्रणाली भी यहां विकसित की जाएगी। इन तकनीकों के जरिये आर्थिक क्षेत्र को भविष्य में संभावित खतरों से बचने में मदद मिलेगी। इसके लिए संस्थान ने क्वांटिटेटिव फाइनेंस एंड रिस्क मैनेजमेंट कोर्स तैयार किया है। कोरोना के बाद संस्थान का फोकस डिजिटलीकरण पर है। मशीन लर्निंग एंड फाइनेंस वहीं, आईआईटी अब 5जी, 6जी और एज कंप्यूटिंग के विशेषज्ञ तैयार करेगा। आने वाली 5जी तकनीक और भविष्य की जरूरत 6जी तकनीक के विशेषज्ञों को तैयार करने के लिए संस्थान ने संचार प्रणाली में एक ई-मास्टर्स प्रोग्राम शुरू किया है। इस कोर्स में तीन जून तक आवेदन किया जा सकता है। इसमें वे प्रोफेशनल ही हिस्सा लेंगे, जो अब तक इसी सेक्टर से जुड़े हैं।
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UP Polytechnic : साइबर सुरक्षा, आईओटी समेत 4 कोर्स शुरू होंगे, JEECUP Counselling से मिलेगा एडमिशन
प्रदेश सरकार ने प्रदेश के राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों में सत्र 2022-23 में ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डाटा साइंस एंड मशीन लर्निंग व साइबर सुरक्षा के चार नये पाठ्यक्रम शुरू किये हैं।
अब यूपी के पॉलीटेक्निक कॉलेजों के छात्र साइबर सुरक्षा, ड्रोन तकनीक, डाटा सांइस और इंटरनेट ऑफ थिंग्स की पढ़ाई करेंगे। प्रदेश सरकार ने प्रदेश के राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों में सत्र 2022-23 में ड्रोन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डाटा साइंस एंड मशीन लर्निंग व साइबर सुरक्षा के चार नये पाठ्यक्रम शुरू किये हैं। इच्छुक अभ्यर्थियों को दाखिला संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद द्वारा पॉलीटेक्निक काउंसलिंग ( UP Polytechnic JEECUP Counselling ) से मिलेगा।
सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट के तहत इन पाठ्यक्रमों को शामिल किया है। प्राविधिक शिक्षा परिषद ने पाठ्यक्रमों का कार्यक्रम जारी कर दिया है। कॉलेजों के शिक्षकों प्रशिक्षण दिया जा रहा है। चारों पाठ्यक्रम एक-एक साल के हैं। ग्रेजुएशन पास ही छात्र इसमें दाखिला ले सकेंगे। हर कॉलेज में 75-75 सीटे हैं। लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर, गाजियाबाद, आगरा, प्रयारागज, वाराणसी समेत दर्जन भर जिलों के सिर्फ राजकीय पॉलीटेक्निक कॉलेजों में पाठ्यक्रम शुरू किया है।
छात्र ड्रोन तकनीक सीखेंगे
लखनऊ पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य राकेश वर्मा ने बताया कि पीजी डिप्लोमा इन साइबर सिक्योरिटी और पीजी डिप्लोमा इन ड्रोन टेक्नोलॉजी का नया पाठ्यक्रम शुरू हुआ है। काउंसलिंग से दाखिले हो रहे हैं।
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