ब्लैक स्वान इवेंट्स : वे अप्रत्याशित, नकारात्मक और दुर्लभ इवेंट्स हैं जिनके गंभीर परिणाम होते हैं। कई लोग कोविड-19 को एक काले हंस की घटना मानते हैं, हालांकि उस दृष्टिकोण को ब्लैक स्वान की अवधारणा पेश करने वाले सांख्यिकीविद् नसीम निकोलस तालेब ने चुनौती दी है। ब्लैक स्वान के समय में ट्रेडिंग करना वास्तव में चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

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लखनऊ: नाराज दुकानदारों ने ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रेडिंग कंपनियों का फूंका पुतला

राजधानी लखनऊ में ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रेडिंग के खिलाफ नारेबाजी की गई और ट्रेडिंग करने वाली कंपनियों का पुलता फूंका गया.

लखनऊ: पूरे देश में ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रेडिंग का बोलबाला है. ऑनलाइन शॉपिंग से सभी लोगों को घर बैठे अपनी पसंद की चीजें आसानी से उपलब्ध हो जाती हैं, लेकिन इससे दुकानदारों को नुकसान हो रहा है. इसके चलते रविवार को लखनऊ में ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रेडिंग के खिलाफ इंदिरा नगर के नीलगिरी काम्प्लेक्स में अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के तत्वावधान प्रदर्शन किया गया.

ऑनलाइन ट्रेडिंग के विरोध में फूंका पुतला

नीलगिरी व्यापार मंडल के अध्यक्ष उदयभान यादव के नेतृत्व में सभी नाराज व्यापारियों ने ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रेडिंग कंपनियों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका. ऐसी सभी कंपनियों पर आरोप लगाते हुए उदयभान यादव ने कहा कि दुकानदार आज सड़क पर आ गए हैं. आने वाले समय में हमारे बच्चे किसी लायक नहीं रहेंगे. उदयभान ने कहा कि यह कंपनियां हम लोगों से माल खरीदकर उसे कम दामों पर बेचती हैं. इससे हमको काफी घाटा हो रहा है.

ऑनलाइन ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान ट्रेडिंग के नुकसान

किसी भी न्यूज़ या इवेंट के कारण प्राइस ऍक्शन और अस्थिरता के आधार पर ट्रेडिंग को न्यूज़ या इवेंट बेस्ड ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है। न्यूज़ या इवेंट या तो निर्धारित होते है या अचानक हो सकते हैं। अनुसूचित समाचार पहले से ही नियोजित होते हैं, जबकि अचानक आने वाले न्यूज़ इवेंट्स अनिर्धारित या अनियोजित होते हैं। एक अनुसूचित घटना पर उचित उम्मीदों के साथ ट्रेड कर सकते हैं, लेकिन अनिर्धारित न्यूज़ या इवेंट्स पर ट्रेड करना बहुत मुश्किल है क्योंकि वो स्पष्टीकरण के अधीन हैं।

समाचार और घटनाएँ ग्लोबल या डोमेस्टिक हो सकती हैं। ग्लोबल न्यूज़ दुनिया भर के मार्केट्स को प्रभावित कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, 2008 के सबप्राइम मॉर्गेज क्राइसिस ने दुनिया भर के मार्केट्स को झटका दिया था। डोमेस्टिक न्यूज़ इवेंट्स जैसे चुनाव परिणाम का स्थानीय प्रभाव हो सकता है।

न्यूज़ या इवेंट्स का व्यापक वर्गीकरण

कॉर्पोरेट: कॉर्पोरेट न्यूज़ या इवेंट्स कंपनी विशिष्ट होते हैं। यह एक प्रोडक्ट, मर्जर और एक्वीजीशन, डिमर्जर, अर्निंग्स आदि का शुभारंभ हो सकता है। तिमाही अर्निंग्स जैसे इवेंट्स निर्धारित किए जाते हैं क्योंकि एक्सचेंजों को इसके बारे में सूचित करना होता है। तिमाही अर्निंग्स के परिणाम का काफी अनुमान लगाया जा सकता है और उसके अनुसार ट्रेडों की योजना बनाई जा सकती है। हालांकि, कुछ अनिर्धारित कॉर्पोरेट इवेंट्स या अनाउंसमेंट हैं जो स्टॉक प्राइस पर प्रभाव का अनुमान लगाने में चुनौतियों का सामना कर सकती हैं।

डेटा संचालित: ये अनुसूचित इवेंट्स हैं जैसे कि रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया (आरबीआई) की द्वि-मासिक पॉलिसी रिव्यु, इंफ्लेशन ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान जैसे डेटा जारी करना, ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट्स (जीडीपी) में वृद्धि जैसे तिमाही मैक्रो संकेतक, रोजगार डेटा इत्यादि। ये डेटा पॉइंट्स ट्रेडों के लिए तदनुसार योजना बनाने की अनुमति देते हैं। हालांकि, कई बार मैक्रो इंडिकेटर्स मार्केट को चौंका सकते हैं। अप्रत्याशित की उम्मीद करने के बारे में सावधान रहना होगा। उदाहरण के लिए, विशेष रूप से अमेरिका में प्रकाशित कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस इन्वेंटरी जैसी रिपोर्टों के दौरान, इन मार्केट्स और इन ऊर्जा वस्तुओं की कीमतों में उस समय के आसपास अत्यधिक अस्थिरता पाई जा सकती है। कई वेबसाइट इकनॉमिक कैलेंडर देती हैं जिसमें वे तिथियां होती हैं जिन पर विभिन्न इकनॉमिक डेटा जारी होने की उम्मीद होती है।

न्यूज़ और इवेंट्स के आधारित ट्रेडिंग

  • न्यूज़ या इवेंट्स पर ट्रेडिंग करने के लिए अनुभव और स्टॉक पर उनके प्रभाव को समझने की क्षमता की आवश्यकता होती है
  • न्यूज़ से लाभ उठाने में सक्षम होने के लिए न्यूज़ की सही व्याख्या करने में सक्षम होना चाहिए
  • सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हमें इस बात पर विचार करने की आवश्यकता है कि क्या न्यूज़ को पहले ही कीमत में शामिल कर लिया गया है या यदि कीमत में बदलाव के लिए और जगह बाकि है

ऐसे कई तरीके हैं जिनसे न्यूज़ का ट्रेड किया जा सकता है लेकिन आइए हम दो व्यापक तरीकों पर टिके रहें:

दिशात्मक ट्रेड : इस ट्रेड में, न्यूज़ से सकारात्मक अपेक्षा के आधार पर कीमत बढ़ती है। जैसे ही खबर आती है, कीमत बढ़ती रहती है, और जब खबर कन्फर्म होती है, तो इस ट्रेंड की पुष्टि भी होती है। यह नकारात्मक न्यूज़ के विपरीत है।

फायदे और नुकसान

फायदे : यदि यह एक नियमित डेटा-संचालित या एक नियोजित कॉर्पोरेट घटना है तो ट्रेड की योजना बनाई जा सकती है । ट्रेड को एंट्री, एग्जिट और स्टॉप लॉस से ही प्लान किया जा सकता है। एक ही दिन में कई ट्रेड के अवसर संभव हैं।

नुकसान: न्यूज़ बेस्ड ट्रेडिंग में रिस्क भी होती हैं। रातोंरात पोजीशन लेना जोखिम भरा है क्योंकि खबर नकली हो सकती है या इसकी पुष्टि नहीं हो सकती है। जैसे ही न्यूज़ प्रवाह के साथ अस्थिरता का निर्माण शुरू होता है, बिड/आस्क स्प्रेड का परिणाम बड़े पैमाने पर हाई इंपैक्ट कॉस्ट में हो सकता है। ट्रेडर को ट्रेड दक्षिण की ओर जाते ही उससे बाहर निकलने के लिए कुशल और फुर्तीला होना चाहिए।

Algo Trading कैसे करें-

साथियों एल्गो ट्रेडिंग का इस्तेमाल अभी बड़े-बड़े इंस्टीट्यूशंस और ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान बड़े-बड़े ट्रेडर करते हैं एवं एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए किसी भी कोडिंग लैंग्वेज की जानकारी होना अनिवार्य नहीं है क्योंकि अगर आप एल्गो ट्रेडिंग करना चाहते हैं।

साथियों एल्गो ट्रेडिंग करने के लिए आपको अपने स्टॉक ब्रोकर से API लेनी होगी और उस API को आपको एल्गो ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर से लिंक करनी होगी एल्गो ट्रेडिंग के लिए सबसे अच्छा सॉफ्टवेयर Algo Test है जो कि बिल्कुल फ्री है और लिटिल टेलर इसे आसानी से सीख सकते हैं और अपनी स्ट्रेटजी बना सकते हैं और उसे बैक टेस्ट भी कर सकते हैं।

भारत के शेयर बाजार के लीडिंग स्टॉक ब्रोकर जैसे- Zerodha, Angel one, Upstock , Dhan आदि प्लेटफार्म अपने सॉफ्टवेयर बनाकर रिटेल ट्रेडर्स के लिए उपलब्ध कराते हैं आप इनके सॉफ्टवेयर से अपने एल्गो ट्रेडिंग स्ट्रेटजी बना सकते हैं और ट्रेड कर सकते हैं हां लेकिन आपको थोड़ी बहुत चार्जिस अलग से देने होंगे।

Algo Trading के फायदे

एल्गो ट्रेडिंग के फायदे बहुत हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-

  • Emotionaless Trading – एल्गो ट्रेडिंग का सबसे अच्छा फायदा या है कि इसमें किसी व्यक्ति का इंवॉल्वमेंट नहीं होता है जिससे इमोशनल ट्रेडिंग नहीं होती है क्योंकि इमोशनल ट्रेडिंग से हमें अच्छा खासा लॉस हो सकता है एल्गो ट्रेडिंग में इमोशनलेस ट्रेडिंग होती है अगर आपको फायदा होता है तो तो ठीक है लेकिन आपके स्टॉपलॉस पर यह आपको बाहर कर देगा।
  • Unlimited Backtesting– एल्गो सॉफ्टवेयर के माध्यम से आप जितना चाहे व्यक्ति स्टिंग कर सकते हैं और बहुत ही कम समय में आप कई सालों की बैक टेस्टिंग कर सकते हैं जिससे आपकी ट्रेडिंग में बहुत अच्छा कॉन्फिडेंस बिल्ड होता है।
  • High Speed Trade – किसी इंसान द्वारा कोई भी ट्रेड बहुत जल्दी नहीं लिया जा सकता समय लगता है और जो इंस्टीट्यूशंस और बड़ी ट्रेडर के लिए यह आसान नहीं होता उन्हें बहुत जल्दी ट्रेड लेने होते हैं और बड़ी क्वांटिटी में ट्रेड लेने होते हैं लेकिन मार्केट में ज्यादा कॉन्टिटी के आर्डर एक ही समय में ऑर्डर करना आसान नहीं है लेकिन एल्गो ट्रेडिंग से बहुत आसान बनाती है एल्गो ट्रेडिंग से माध्यम से आप सेकंड में अपने ऑर्डर को एग्जीक्यूट कर सकते हैं।
  • Time Freedom – जब हम ट्रेड लेते हैं तो हमें मार्केट को दिनभर देखना होता है और टारगेट एवं लॉस को देखना होता है लेकिन जब आपने एक बार एल्बो सेट कर दिया है तो आप और भी अपना काम कर सकते हैं एवं ट्रेडिंग का काम मार्केट में आपका एल्गो ट्रेडिंग करेगा इसमें आपकी समय की बचत अच्छी होती है अगर आपके पास समय की कमी है तो एल्गो ट्रेडिंग आपके लिए वरदान है।
  • एल्गो ट्रेडिंग में आप अनलिमिटेड स्टॉक के डाटा को एनालाइज कर सकते हैं एवं उन पर एक ही टाइम पर नजर रख सकते हैं।

Algo Trading के नुकसान

एल्गो ट्रेडिंग आज के समय में बहुत प्रचलित हो रहा है और लोगों का कहना है कि एल्गो ट्रेडिंग भविष्य है क्योंकि भविष्य मेल को ट्रेडिंग ही होने वाली है तो दोस्तों एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान की बात करें तो एल्गो ट्रेडिंग के नुकसान बहुत ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान कम है लेकिन किसी भी नए ट्रेडर के लिए एल्गो ट्रेडिंग बिल्कुल भी नहीं है पहले उसे मैनुअली ट्रेडिंग सीखनी होगी।

इसी के साथ आपको बता दें कि एल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर या फिर रोबोट द्वारा जाने वाली ट्रेडिंग है और आपको पता ही होगा कि कंप्यूटर कभी भी गलती नहीं करता है अगर आप कोई Algo Trading स्ट्रेटजी बना रहे हैं और उसमें कोई गलती हो जाती है तो आप इसे इग्नोर बिल्कुल भी नहीं कर सकते क्योंकि इससे आपको बहुत ज्यादा ऑनलाइन ट्रेडिंग के नुकसान नुकसान हो सकता है।

तो साथियों आशा करता हूं कि आपको इस लेख के माध्यम से एल्गो ट्रेडिंग क्या है (Algo Trading in Hindi) एल्गो ट्रेडिंग कैसे करते हैं एल्गो ट्रेडिंग के फायदे एवं नुकसान क्या है इससे संबंधित पूरी जानकारी आपको विस्तार से मिल गई होगी ऐसे ही शेयर मार्केट से संबंधित खबरों एवं जानकारियों के लिए हमारे ब्लॉग को पढ़ते रहिए एवं इस लेख को अपने दोस्तों के साथ नीचे दिए गए शेयर बटन के माध्यम से शेयर जरूर करें धन्यवाद।

ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करते हैं

ऑप्शन ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जिससे आप ऑनलाइन ब्रोकरेज खातों के द्वारा कर सकते हैं और ये आपको स्वतः निर्देशित ट्रेडिंग की अनुमति भी देता है ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत होती है ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने के बाद आप स्टॉक ब्रोकर द्वारा दिए गए ट्रेंडिंग ऐप का यूज़ करके ऑप्शन में ट्रीट कर सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें जानना जरूरी होता है-

स्टॉक सिंबल क्या होता है

लगता है कि एक स्टॉक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ी किसी भी स्टॉक की पहचान करने के लिए क्या यूज़ किया जाता है जैसे Nifty 16,000 CE.

समाप्ति तिथि क्या होती है

समाप्ति तिथि वह डेट होती है जिसपर ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट समाप्त हो जाता है

स्ट्राइक मूल्य क्या होता है

जिसपर कस्टमर ऑप्शन का यूज़ करने में सक्षम होता है.

प्रीमियम क्या होता है

जब आप ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को खरीदते हैं तो उसमें लगने वाली लागत को प्रीमियम कहा जाता है.

ऑप्शन ट्रेडिंग के लाभ क्या है?

ऑप्शन ट्रेडिंग करने के कुछ प्रमुख लाभ है-

  • अन्य ट्रेडिंग ऑप्शन्स की कंपेयर मे, आप कम इन्वेस्टमेंट के साथ भी ट्रेड करने में सफल हो सकते हैं.
  • ऑप्शन का यूज़ आप मार्केट की किसी भी कंडीशन में कर सकते हैं और ये किसी भी अन्य ट्रेडिंग में नहीं किया जा सकता है.
  • ऑप्शन ट्रेडिंग करने वाले कस्टमर्स को ये फ्लेक्सिबिलिटी के साथ ही लिक्विडिटी भी प्रोवाइड कर सकता है.
  • ऑप्शन्स का इस्तेमाल हेजिंग के लिए भी किया जाता है जिसके द्वारा आप अपने पोर्टफोलियों को मार्केट में होने वाले उतार-चढ़ाव में होने वाले नुकसान से बच सकते हैं.

ऑप्शन ट्रेडिंग के नुकसान क्या होते हैं?

ऑप्शन ट्रेडिंग के कई नुकसान होते हैं-

  • ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए इस स्टॉक का विश्लेषण करना इक्विटी स्टॉक से बिल्कुल अलग होता है जिसके लिए जरूरी है कि आप डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग की पूरी जानकारी लेने के बाद ही इसमें ट्रेड करें.
  • इसमें आपको किसी भी स्टॉक मूल्य के मूवमेंट के बारे में कुछ कह पाना मुश्किल होता है और अगर आपका अंदाजा गलत हो जाता है तो ऑप्शन ट्रेडिंग आपको काफी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है.

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तेलंगाना की साइबराबाद शाखा ने सोमवार को एक अंतरराज्यीय ऑनलाइन ट्रेडिंग ऐप चलाने वाली गैंग का पर्दाफाश किया. साइबर पुलिस ने मुखियारोपी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन के पास से 9 करोड़ 81 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. इसके अलावा मोबाइल फोन और लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं. मुख्य आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश के मुगलसराय के रहने वाले अभिषेक जैन के तोर पर की गई है, जब कि दो आरोपी पवन कुमार और आकाश राय राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं. चौथा आरोपी कृष्ण कुमार मुगलसराय का रहने वाला है. आरोपियों ने इस ऐप को विविध सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स में कमोडिटी एक्सचेंज एप्लीकेशन के तौर पर प्रमोट कर रहे थे और 3 हजार से ज्यादा लोगों को इस एप से जोड़ लिया था.

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