इस दौरान कई क्रिप्टोकरेंसी सपोर्टर OneCoin को लेकर रुजा से सवालों के जवाब चाह रहे थे। रुजा सबके सवालों का जवाब देने वादा कर फरार हो गई। वो अकेले फरार नहीं हुई थी वो निवेशकों के 30,000 करोड़ रुपये के फ्रॉड को अंजाम दे चुकी थी। अभी वनक्वॉइन के ज्यादातर निवेशक उसकी सच्चाई नहीं जान पाए थे।

(Top 5) क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कैसे कमाए | Crypto Currency Se Paise Kaise Kamaye

Crypto Currency Se Paise Kaise Kamaye: क्रिप्टोकरेंसी आज के समय में सबसे ज्यादा चर्चा में बना विषय है, जिसके द्वारा कई लोग रातों – रात करोडपति बन गए तो कई लोगों को नुकसान भी झेलना पड़ा. लेकिन यदि आपके पास सही Strategy और अच्छी स्किल है तो आप क्रिप्टो करेंसी के द्वारा अच्छी कमाई कर सकते हैं.

क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कमाये जा सकते हैं यह तो लगभग सभी लोगों को पता है लेकिन Cryptocurrency से पैसे कैसे कमायें यह बहुत कम लोग ही जानते हैं. क्योंकि अधिकतर लोगों को Crypto Currency से पैसे कमाने की सही प्रोसेस के बारे में जानकारी नहीं रहती है.

यदि आप भी Crypto Currency से पैसे कमाना चाहते हैं तो आप एकदम सही ब्लॉग पर आये हैं क्योंकि आज के इस ब्लॉग पोस्ट में हम आपको Crypto Currency से पैसे कमाने के Genuine तरीकों के बारे में बताने वाले हैं. क्रिप्टोकरेंसी से पैसे कमाने के लिए आप लेख को पूरा अंत तक जरुर पढ़ें.

Cryptocurrency fraud: मीठी छुरी बनकर ‘क्रिप्टो क्वीन’ ने निवेशकों को लुभाया, 30000 करोड़ लेकर हुई फरार

Cryptocurrency fraud: फ्रॉड करने वाली महिला का नाम है रुजा इग्नातोवा, जो ख़ुद को क्रिप्टोकरेंसी की महारानी कहा करती थीं। रुजा इग्नातोवा बुल्गारिया की एक कंपनी की ओर से लॉन्च की गई क्रिप्टोकरेंसी ‘वनकॉइन’ की ब्रांड एम्बेसडर भी थी।

नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो बिजनेस की दुनिया में हमेशा सुर्ख़ियों में बनी रहती है। आज हर को क्रिप्टोकरेंसी में ही निवेश करना चाहता है। क्रिप्‍टोकरेंसी के बढ़ते इस्‍तेमाल के साथ इससे जुड़े अपराध भी बढ़ रहे हैं। आज हम Cryptocurrency के नाम पर हुए सबसे बड़े फ्रॉड की कहानी बताने जा रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की इस फ्रॉड के पीछे किसी शातिर आदमी का नहीं बल्कि एक बेहद ही खूबसूरत महिला का हाथ है।

Digital Currency vs UPI: कैसे किया जाएगा इसका इस्तेमाल

Digital Currency vs UPI: आरबीआई की ओर से कुछ दिन पहले शेयर की गई जानकारी के मुताबिक, CBDC (Central Bank Digital Currency) एक पेमेंट का माध्यम होगा, जो सभी नागरिक, बिजनेस, सरकार और अन्य के लिए एक लीगल टेंडर के तौर पर जारी किया जाएगा।

इसकी वैल्यू लीगल टेंडर नोट यानि कि मौजूदा करेंसी के बराबर ही होगी। देश में आरबीआई की डिजिटल करेंसी (E-Rupee) आने के बाद आपको अपने पास कैश रखने की जरूरत कम हो जाएगी, या रखने की जरूरत ही नहीं होगी।

सीधे शब्दों में समझें तो ये एक क्रिप्टोकरेंसी कॉइन की तरह होगा। आपके फोन में एक अलग ऐप होगा जिसके जरिए आपने कॉइन यानि कि डिजिटल रूपी को ट्रैक कर पाएंगे और इनका भुगतान कर पाएंगे। जैसे किसी अन्य क्रिप्टो करेंसी में यूपीआई (UPI) या अन्य माध्यमों से रूपयों को कॉइन में बदला जाता है उसी तरह यहां भी रूपयों को डिजिटल रूपी यानि कि डिजिटल कॉइन बदला जाएगा और इस लेखा जोखा आपके मोबाइल वालेट यानि कि उस ऐप पर दिखेगा।

Digital Currency vs UPI: यूपीआई (UPI) से कैसे अलग है डिजिटल करेंसी

Digital Currency vs UPI: आज हर व्यक्ति डिजिटल लेनदेन के नाम पर यूपीआई (UPI) या नेटबैंकिंग का इस्तेमाल करता है। जिसने देश को कैशलेश करने में बड़ी भूमिका निभाई है। अब ज्यादातर लोगों के मन में सवाल है कि डिजिटल करेंसी यूपीआई (UPI) से किस तरह अलग है।

पीडब्ल्यूसी इंडिया के पार्टनर और पेमेंट्स ट्रांसफॉर्मेशन लीडर, मिहिर गांधी बताते हैं, 'डिजिटल रुपया अपने आप में अंडरलाइंग भुगतान मोड होगा जिसका उपयोग करेंसी/कैश के बदले डिजिटल भुगतान के लिए किया जा सकेगा। UPI और IMPS आदि जैसे भुगतान फंड ट्रांसफर करने के लिए अंतर्निहित मुद्रा/नकदी का उपयोग करते हैं। इस मामले में, यह उम्मीद की जाती है कि डिजिटल रुपया से भुगतान सहज लेनदेन सुनिश्चित करने के लिए हो सकता है। वर्तमान में, UPI भुगतान मौजूदा मुद्रा नोटों के डिजिटल समकक्ष का उपयोग करके किया जाता है। इसका मतलब है कि UPI के जरिए ट्रांसफर किया गया हर रुपया फिजिकल करेंसी से चलता है।

Digital Currency vs UPI: यूपीआई (UPI) की मौजूदगी के बीच इसकी क्या है जरूरत?

Digital Currency vs UPI: डिजिटल रुपए की घोषणा के बाद से एक असमंजस की सी स्थिति लगातार बनी हुई है कि जब पहले से यूपीआई (UPI), भीम या अन्य डिजिटल भुगतान माध्यम उपलब्ध हैं तो फिर 'डिजिटल रुपए' की जरूरत क्या है?

तो इसका जवाब हम आपको बता दें कि जब कोई ग्राहक यूपीआई (UPI), भीम या अन्य डिजिटल माध्यमों से भुगतान करता है तो इस स्थिति में बैंक को उसके हर रुपए की लेन-देन के लिए भौतिक करेंसी का मेंटेनेंस करना अनिवार्य होता है। जबकि डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक के जरिए अधिकारिक मुद्रा होगी, जिसके लिए बैंकों को भौतिक मुद्रा के मेंटेनेंस की दुविधा नहीं रह जाएगी। इससे आरबीआई करेंसी की छपाई और वितरण पर होने वाले हजारों करोड़ रुपए के खर्च को भी बचा सकेगी।

Digital Currency vs UPI: इसके अलावा एक बड़ा अंतर यह भी है कि यूपीआई (UPI) अन्य डिजिटल भुगतान माध्यमों से किए गए डिजिटल लेनदेन में बैंकिंग सिस्टम का उपयोग शामिल है, जबकि डिजिटल रुपए में बैंकिंग सिस्टम का उपयोग शामिल नहीं होगा और यह वित्तीय संस्थानों के बजाय केंद्रीय बैंक आरबीआई की प्रत्यक्ष गारंटी होगी। अर्थात कोई भी गलत ट्रासेक्शन होने पर किसी बैंक से कोई संपर्क नहीं करना पड़ेगा। जिम्मेदारी केंद्रीय बैंक की होगी।

Cryptocurrencies: क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है ? क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कैसे करें ? ये है पूरा प्रॉसेस

crypto currency

क्या होती है डिजिटल करेंसी?

क्रिप्टो करेंसी दरअसल, वित्तीय लेन-देन का एक जरिया है। बिल्कुल भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर के समान, अंतर सिर्फ इतना है कि यह आभाषी है और दिखाई नहीं देती, न ही आप इसे छू सकते हैं। इसलिए इसे डिजिटल करेंसी भी कहते हैं। इसका पूरा कारोबार ऑनलाइन माध्यम से ही होता है। जहां एक ओर किसी भी देश की करेंसी के लेन-देन के बीच में एक मध्यस्थ होता है, जैसे भारत में केंद्रीय बैंक, लेकिन क्रिप्टो के कारोबार में कोई मध्यस्थ नहीं होता और इसे एक नेटवर्क द्वारा ऑनलाइन संचालित किया जाता है। यही कारण है कि इसे अनियमित बाजार के तौर पर जाना जाता है, जो पल में किसी को अमीर बना देता है और एक झटके में उसे जमीन पर गिरा देता है। लेकिन बावजूद इस उतार चढ़ाव के इसको लेकर लोकप्रियता बढ़ती ही जा रही है। आपको कितनी क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करना चाहिए?
Investment in Crypto Currencies: इस समय बिटक्वाइन सहित ज्यादातर मुख्य क्रिप्टोकरेंसी (crypto currency) में गिरावट देखने को मिल रही है. बिटक्वाइन, इथेरियम, डॉजक्वाइन, कार्डानो सहित ज्यादातर करेंसी अपने हाई से 30 फीसदी से ज्यादा टूट चुकी हैं. बहुत सारे निवेशक इस गिरावट में निवेश का मौका देख आपको कितनी क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करना चाहिए? रहे हैं. वहीं, नए निवेशकों में अभी क्रिप्टो के प्रति आकर्षण बना हुआ है. लेकिन बहुत सारे निवेशकों के सामने बड़ा सवाल ये होता है कि इसमें निवेश कैसे करें. जिस प्रकार कंपनी के शेयरों की बीएसई और एनएसई जैसे एक्सचेंजों पर खरीद-बिक्री होती है, वैसे ही क्रिप्टो एक्सचेंजों पर बिटक्वाइन जैसे क्रिप्टो की खरीद-बिक्री होती है यानी कि आपको अगर बिटक्वाइन में निवेश करना है तो किसी एक्सचेंज पर जाकर आसानी से इसमें पैसे लगा सकते हैं.आपको कितनी क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करना चाहिए?

चाणक्य के अनुसार जीवन पर इन बातों का पड़ता है गलत असर, कभी नहीं करना आपको कितनी क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करना चाहिए? चाहिए ये गलतिया……

Vastu Tips

Vastu Tips: चाणक्य के अनुसार मानव जीवन में कुछ चीजें ऐसी होती है जो मानव जीवन पर इसका प्रभाव पड़ता है. मानव जीवन के कल्याण के लिए चाणक्य ने बारीकी से हर बिंदु पर गौर किया है. आचार्य चाणक्य ने जीवन के हर विषय पर अध्ययन किया है. चाणक्य का कहना है कि दुख और सुख जीवन का एक हिस्सा है जो समय समय पर मनुष्य के जीवन में आते रहते हैं लेकिन एक चीज ऐसी है जो मनुष्य के जीवन में दुख का कारण बनती है. चाणक्य के अनुसार अगर इस चीज पर काबू कर लिया तो आप जीवन में दुखी नहीं रहेंगे. और आप के जीवन में सभी परेशानियां खत्म हो जाती है.

चाणक्य के अनुसार जीवन पर इन बातों का पड़ता है गलत असर, कभी नहीं करना चाहिए ये गलतिया……

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चाणक्य के अनुसार कई कर्म ऐसे होते है. जो की हमारे जीवन पर गलत असर पड़ता है. चाणक्य कहते हैं कि आपको कितनी क्रिप्टोकरेंसी का व्यापार करना चाहिए? कर्म ही पूजा है अर्थात जो लोग अच्छे कर्म करते हैं जो इंसान हर जगह सम्मान पाता है और बुरा कर्म करने वाले हमेशा दुख से गिरे रहते हैं. चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति के कर्म है उसके सुख दुख का कारण बनते हैं और उसे वर्तमान के साथ उसके पिछले जन्म के कर्मों का फल भी मिलता है. चाणक्य के अनुसार अगर हम किसी का भला नहीं कर सकते तो हमें उसका बुरा भी नहीं करना चाहिए.

चाणक्य के अनुसार जीवन पर इन बातों का पड़ता है गलत असर, कभी नहीं करना चाहिए ये गलतिया……

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चाणक्य के अनुसार जीवन में सुख-दुख आते जाते रहते हैं लेकिन जो मनुष्य अधिकतर दुख और तकलीफ हो हमसे गिरा रहता वह उसके कर्मों का ही परिणाम होता है. देर से वेयर आपके कर्मों का फल आपको इसी जन्म में मिलता है. सुखासन में आते ही मनुष्य अपने दुख की घड़ी भूल जाता है और फिर वह छोटे बड़े बुरे भले का अंतर भी नहीं समझ पाता. इसके बाद कई गलतियां कर बैठता है जो कि उसके दुख का कारण बनती है. और उसकी वजह से जीवन में दुःख का आगमन होता है.

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