डिविडेंड आमतौर पर वही होता है जो कंपनी आपके द्वारा अर्जित प्रत्येक शेयर पर देने का निर्णय करती है। कंपनियों के रिकॉर्ड और उनके लाभ को जानकर आप अपने निवेश के निर्णय ले सकते हैं।
शेयर खरीदने से पहले पीई रेशियो जरूर देख लें, ये है वजह
क्या है पीई रेशियो? ज्यादातर निवेशक किसी शेयर में पैसा लगाने से पहले उसका पीई रेशियो क्यों देखते हैं? कैसे निकलता है शेयर का पीई रेशियो? हमने इन सवालों के जवाब जानने की कोशिश की है. इससे आपको निवेश के लिए सही शेयर का चुनाव करने में मदद मिलेगी.
क्या है पीई रेशियो?
किसी कंपनी के शेयर की वैल्यू यानी यह पता लगाने के लिए कि वह सस्ता है या महंगा सबसे ज्यादा पीई रेशियों के पैमाने का इस्तेमाल होता है. इसे शेयर की कीमत और शेयर से आय का अनुपात कहा जा सकता है. शेयर से आय को शेयर बाजार की शब्दावली में ईपीएस कहते हैं. इसका मतलब अर्निंग प्रति शेयर है. किसी कंपनी के मुनाफे में उसके कुल शेयरों की संख्या से भाग देने पर ईपीएस निकलता है. इसके बाद शेयर बाजार में शेयर की कीमत में ईपीएस से भाग देने पर पीई रेशियो निकलता है.
पर्सनल फाइनेंस: शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो जानिए इन 5 नियमों के बारे में, आपको खतरे से बचा सकते हैं
शेयर बाजार में निवेश से पैसा बनाने की संभावना एक ऐसा आइडिया है, जो हर नए निवेशक को उत्साहित करता है। साथ ही उन लोगों के लिए भी जो कम अवधि में फायदा कमाना चाहते हैं। हालांकि जब बाजार उतार-चढ़ाव के माहौल में हो, तब किसी भी तरह के तुरंत रिटर्न की संभावना काफी कम हो जाती है। ऐसे शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? में आपको हम बता रहे हैं कि निवेश के समय कौन से नियम का आपको पालन करना चाहिए।
खुद निर्णय न लें
एंजल ब्रोकिंग के इक्विटी स्ट्रैटेजिस्ट ज्योति रॉय कहते हैं कि आप खुद निर्णय लेकर अपने लाभ को बढ़ाने के लालच को छोड़ दीजिए। पोर्टफोलियो मैनेजर्स और एक्सपर्ट्स की सलाह पर ध्यान दें। सतर्कता से व सोच-समझकर निवेश करें।
Stock Tips से दूर रहें, शेयर खरीदने के लिए अपनी रिसर्च खुद करें।
किसी न्यूज चैनल पर मिलने वाली शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? स्टॉक टिप्स या मोबाइल पर SMS द्वारा मिलने वाली स्टॉक टिप्स पर भरोसा करके निवेश नहीं करना चाहिए क्योंकि ये हमेशा सही नही होती और कभी कभी ये टिप्स रिटेल निवेशकों को धोखे में रखकर शेयर मार्केट में उतार चढ़ाव का फायदा उठाने के लिए दी जाती हैं, इसलिए हमे शेयर खरीदने के लिए अपनी रिसर्च खुद करनी चाहिए।
अगर हमने अच्छी तरह से रिसर्च करके किसी कंपनी शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? में निवेश किया हुआ है तो हमे अपने रिसर्च पर और उस कंपनी पर भरोसा करना चाहिए। Long Term में कंपनी का शेयर price ऊपर जा सकता है लेकिन short term में शेयर बहुत सारे उतार चढ़ाव से होकर गुजरता है क्योंकि यह शेयर मार्केट का नेचर है। शेयर मार्केट में शेयर्स की कीमत प्रत्येक सेकंड बदलती रहती है अगर हम हर घंटे या हर दिन अपने शेयर की price को track करते रहेंगे तो मार्केट के उतार चढ़ाव के कारण हमारे पोर्टफोलियो की वैल्यू में होने वाले उतार चढ़ाव हमे परेशान कर सकते हैं। इस परेशानी में हम गलत निर्णय ले सकते हैं।
मार्केट की दिशा को प्रेडिक्ट करने की कोशिश न करें।
शेयर मार्केट unpredictable है कितना ही महान Expert क्यों न हो शेयर मार्केट की भविष्यवाणी नहीं कर सकता। इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि कल इस शेयर के भाव बढ़ने वाले हैं इसको खरीद लेना चाहिए या इस शेयर के भाव गिरने वाले हैं इसे बेच देना चाहिए। Long term में मार्केट की दिशा का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन short term में मार्केट की दिशा का अंदाजा लगाना और उसके आधार पर निवेश करना रिस्की हो सकता है।
Be Fearful When Others Are Greedy and Greedy When Others Are Fearful.
Warren Buffett
Avoid loss in Stock Market – महान निवेशक Warren Buffett हमे सलाह देते हैं कि जब सभी लालची हो रहे होते हैं तो हमे डरना चाहिए और जब सभी डर रहे होते हैं तो हमे लालची बनना चाहिए।
हमे तब शेयर खरीदने चाहिए जब सभी डरे हुए हों और शेयर की कीमत गिर रही हो जिससे हम कम कीमत में अधिक शेयर खरीद सकें। हमे तब शेयर बेचने चाहिए जब सभी लालची हों और शेयर की कीमत लगातार शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? बढ़ रही हो।
अपने पोर्टफोलियो को Diversify करें |
Don’t put all your eggs in one basket.
Quote
हमे पोर्टफोलियो शेयर बाजार में निवेश करने के लिए क्या चाहिये? में विभिन्न सेक्टर और कंपनियों के शेयर रखने चाहिए किसी एक सेक्टर या एक कंपनी में ज्यादा निवेश नहीं करना चाहिए जिससे हम किसी सेक्टर या कंपनी विशेष में उत्पन विपरीत परिस्थितियों में होने वाले नुकसान को कम कर सकें।
डर और लालच से बचें।
जब हम किसी शेयर की price लगातार बढ़ते हुए देखते हैं तो हमे लगता है कही पैसा कमाने का अवसर हाथ से ना निकल जाए और जल्दबाजी में बिना रिसर्च किए एक ऐसी कंपनी का शेयर खरीद लेते है जो हमे नहीं खरीदना चाहिए। लालच में आकर हम गलत निर्णय ले सकते हैं। इसी प्रकार जब हम किसी अच्छे शेयर के price को गिरते हुए देखते हैं तो हम डर जाते हैं कि नुकसान न हो जाए और price के गिरने का बिना कारण जाने एक अच्छे शेयर को बेच देते हैं। इसलिए डर और लालच में हमे कोई निर्णय लेने से बचना चाहिए।
मान लीजिए हमने लोन लेकर या अपने किसी मित्र से उधार लेकर एक कंपनी में निवेश किया हुआ है जो कुछ समय बाद हमने उन्हें लौटाना है। हम चाहे कितने ही expert हों short term में रिटर्न की गारंटी नहीं दे सकते।अगर आपको उधार लिया हुआ धन वापस करना पड़ जाता है और उस समय मार्केट डाउन है तो आपको न चाहते हुए भी अपना शेयर loss में बेचना पड़ जायेगा। जिससे हम आर्थिक नुकसान और मानसिक तनाव के शिकार हो सकते हैं।
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