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जीरो निवेश से Upstox से पैसे कैसे कमाएं?

आजकल लोगों में Mutual funds, Stock market को लेकर interest बढ़ते जा रहा है। लोग ऑनलाइन कमाई के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। लोग कोई भी तरीका छोड़ना नहीं करना चाहते उनकी निगाहें हमेशा कुछ नया तलाश रही होती है। ऐसे में अगर आप भी इन्ही लोगों में से हैं, जो ऑनलाइन ट्रेडिंग से पैसा कमा रहे हैं या कमाना चाहते हैं। तो आज इस पोस्ट में आप जानेंगे कि जीरो निवेश से Upstox से पैसे कैसे कमाएं ? इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के बाद आप upstox से अच्छी कमाई कर पाएंगे। सबसे पहले ये जान लें Upstox क्या है और इस App कैसे काम करना है आपको।

Upstox क्या है | What is Upstox ?

Upstox भारत में उभरता हुआ एक पॉपुलर ट्रेडिंग क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं प्लेटफार्म है। जोकि discount broker, equity, commodity जैसे trading solutions की सुबिधा देता है। यह एप्प बहुत ही बढ़िया और उपयोग में बड़ा ही आसान है। विश्व में चर्चित रतन टाटा जी भी इस प्लेटफार्म के माध्यम से निवेश करते हैं। इस बात से आप अंदाजा लगा सकते हैं, कि यह कितना पॉपुलर है।

शेयर बाजार या स्टॉक मार्केट के दुनिया में,आप पहली बार व्यापारी हैं या एक पेशेवर हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसके लिए आप एक स्वचालित उपकरण का उपयोग कर आसानी से निवेश कर सकते है। यदि आप सही तरीके से व्यापार करना चाहते हैं तो आपको Upstox जैसे एक स्वचालित उपकरण की आवश्यकता होगी, जो निवेश करना आसान बनाता है।

जीरो निवेश से Upstox से पैसे कैसे कमाएं?

अब आप Upstox के बारे में महत्वपूर्ण बातें जान गए होंगे। लेकिन आपके पास निवेश के लिए पैसा नहीं है, या शुरुआत में इसके माध्यम से निवेश नहीं करना चाहते हैं, तो Upstox App आपको Upstox referral से पैसा कमाने का मौका देती है।

आप इसके Refer and Earn प्रोग्राम में भाग लेकर भी पैसे कमा सकते हैं। जहाँ आप खुद अपना अकाउंट बना कर एप्प रेफर कर के अच्छी कमाई कर सकते हैं। इसके लिए आपको प्रत्‍येक referral से खोले गए demat Account के लिए आपको 500 रूपये दिए जाऐंगे । दिन भर में आप 2 से 3 फ्री अकाउंट खुलवा कर 1000 से 1500 रुपया प्रतिदिन कमा सकते हैं।

इसके लिए आपको बस अपने दोस्तों को इस ऐप को रेफर करना है। जितने अधिक लोग आपके Upstox referral के माध्यम से Upstox को install करेंगे, उतना ही अधिक आप पैसे कमा पाएंगे।

इसके अलावा, आप अपने Account को जोड़कर सीधे यहां निवेश कर सकते हैं और उसके बाद शेयर बाजार के परिणाम के आधार पर कमा सकते हैं।

Upstox App की विशेषता क्या है ?

अगर Best Discount Broker In India की बात की जाए तो Upstox का नाम आता है। ऑनलाइन ट्रेडिंग के लिए, पिछले 10 वर्षो से लगातार यह अपने ग्राहकों को एक सुविधाजनक प्लेटफार्म प्रोवाइड कर रहा है ! सबसे तेज़ और सबसे आसान मोबाइल ट्रेडिंग ऐप में से एक है। आप बस ऐप डाउनलोड करके, लॉगिन करके ट्रेडिंग शुरू कर सकते हैं। अगर आपके पास निवेश के लिए पैसा नहीं है तो भी आप यहाँ अच्छी कमाई कर सकते हैं।

आइये जानते हैं इसकी मुख्य विशेषता –
  • Upstox Pro का इंटरफ़ेस आदर्श और लॉगिन सुविधाजनक है, कोई भी व्यक्ति लॉगिन आईडी और पासवर्ड का उपयोग करके मोबाइल पर Trading कर सकता है।
  • यह ऐप आपको Real-Time में बाज़ार आँकड़े दिखाएगा जो निर्णय लेने में मदद करते हैं।
  • Upstox App आपको किसी भी वास्तविक जोखिम के बिना व्यापार करने में सहायता करता है !
  • सभी पोर्टफोलियो को आसान नेविगेशन प्रदान करता है, साथ ही Mutual Fund, Stocks, Equity, Commodities, और News की खोज करने के लिए एक Search बार भी प्रदान करता है।
  • आप वर्तमान बाजार की स्थिति के आधार पर एक recommendations प्राप्त कर सकते हैं।
  • किसी भी डिवाइस से परेशानी मुक्त निवेश करने और Trading करने की स्वतंत्रता प्रदान करता है।
  • आपके किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए Upstox Pro के ग्राहक सेवा प्रतिनिधि 24 घंटे आपकी सेवा में तत्पर हैं।

Upstox App पर अपना अकाउंट कैसे बनाएं ?

Upstox App पर अपना अकाउंट ओपन करने के लिए आपको सबसे पहले प्ले-स्टोर से Upstox App डाउनलोड करके install करना होगा।

जीरो निवेश से Upstox से पैसे कैसे कमाएं?

Step 1. अब यहाँ पर PAN card number और Date of Birth enter करने की जरुरत है. इन्हे एंटर करने के बाद next पर क्लिक करे.

Step 2. यहाँ पर उस व्यक्ति और उनके account से जुड़े कुछ जरुरी information भरने होंगे.

Step 3. यहाँ से trading preferences और account type select करना होगा, जिस तरह एक trading के लिए अकाउंट बन रहे है उन ऑप्शन को सेलेक्ट करे और leverage plan option में basic select करे.

Step 4. अब Bank detail enter करना होगा और साथ उससे जुड़े एक document upload करना होगा.

Step 5.क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं Bank details डालने के बाद एक signature upload करना होगा और साथ में अगर आप commodity के लिए trade कर रहे है तो Income document भी upload करना होगा.

Step 6. Address details enter करना होगा और Aadhaar card के front और back side को दो अलग-अलग scan copy के माध्यम से अपलोड करना होगा.

Step 7. अब PAN card और एक Photo upload करना होगा.क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं

Step 8. सारे document सही तरीके से submit करने के बाद आप ready हो जाते है Signin के लिए लेकिन इसमें भी आपको थोड़ा काम करना होगा यहाँ पर दो ऑप्शन दिए गए है.

  1. E-Sign with Aadhaar Card OTP
  2. I will courier the form

जिस व्यक्ति का account open करना हैं अगर उसका आधार, mobile के साथ link हैं तो वह पहले वाले ऑप्शन के साथ उस क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं दिन लॉगिन कर सकता है. लेकिन अगर linked नहीं है तो इसके लिए पूरे form download करके इस पते पर कोरियर करना होगा और अकाउंट ओपन होने में 5 से 6 दिन लग सकते है.

Conclusion :

हमने इस article में Upstox trading account create करने और जीरो निवेश से Upstox से पैसे कैसे कमाएं? उससे पैसे काम कमाने के तरीकों के बारे में बताया गया है. Hope आप सभी के लिए helpful रहा हो और अगर इसके बारे में कोई विचार आप प्रकट करना चाहते है तो आप कमेंट में जरूर लिखे !

Options Trading: क्‍या होती है ऑप्‍शंस ट्रेडिंग? कैसे कमाते हैं इससे मुनाफा और क्‍या हो आपकी रणनीति

Options Trading: निश्चित ही ऑप्‍शंस ट्रेडिंग एक जोखिम का सौदा है. हालांकि, अगर आप बाजार के बारे में जानकारी रखते हैं और कुछ खास रणनीति बनाकर चलते हैं तो इससे मुनाफा अर्जित कर सकते हैं.

By: मनीश कुमार मिश्र | Updated at : 18 Oct 2022 03:40 PM (IST)

ऑप्‍शंस ट्रेडिंग ( Image Source : Getty )

डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) भारतीय बाजार के दैनिक कारोबार में 97% से अधिक का योगदान देता है, जिसमें ऑप्शंस एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है. निवेशकों के बीच बाजार की जागरूकता बढ़ने के साथ, ऑप्शंस ट्रेडिंग (Options Trading) जैसे डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivative Segment) में रिटेल भागीदारी में उछाल आया है. इसकी मुख्‍य वजह उच्च संभावित रिटर्न और कम मार्जिन की आवश्यकता है. हालांकि, ऑप्शंस ट्रेडिंग में उच्च जोखिम शामिल है.

क्‍या है ऑप्‍शंस ट्रेडिंग?

Options Trading में निवेशक किसी शेयर की कीमत में संभावित गिरावट या तेजी पर दांव लगाते हैं. आपने कॉल और पुष ऑप्‍शंस सुना ही होगा. जो निवेशक किसी शेयर में तेजी का अनुमान लगाते हैं, वे कॉल ऑप्‍शंस (Call Options) खरीदते हैं और गिरावट का रुख देखने वाले निवेशक पुट ऑप्‍शंस (Put Options) में पैसे लगाते हैं. इसमें एक टर्म और इस्‍तेमाल किया जाता है स्‍ट्राइक रेट (Strike Rate). यह वह भाव होता है जहां आप किसी शेयर या इंडेक्‍स को भविष्‍य में जाता हुआ देखते हैं.

जानकारी के बिना ऑप्शंस ट्रेडिंग मौके का खेल है. ज्‍यादातर नए निवेशक ऑप्शंस में पैसा खो देते हैं. ऑप्शंस ट्रेडिंग में जाने से पहले कुछ बुनियादी बातों से परिचित होना आवश्यक है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड - इक्विटी स्ट्रैटेजी, ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन हेमांग जानी ने ऑप्‍शंस ट्रेडिंग को लेकर क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं कुछ दे रहे हैं जो आपके काम आ सकते हैं.

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धन की आवश्यकता: ऑप्शंस की शेल्फ लाइफ बहुत कम होती है, ज्यादातर एक महीने की, इसलिए व्यक्ति को किसी भी समय पूरी राशि का उपयोग नहीं करना चाहिए. किसी विशेष व्यापार के लिए कुल पूंजी का लगभग 5-10% आवंटित करना उचित होगा.

ऑप्शन ट्रेड का मूल्यांकन करें: एक सामान्य नियम के रूप में, कारोबारियों को यह तय करना चाहिए कि वे कितना जोखिम उठाने को तैयार हैं यानी एक एग्जिट स्‍ट्रेटजी होनी चाहिए. व्यक्ति को अपसाइड एग्जिट पॉइंट और डाउनसाइड एग्जिट पॉइंट को पहले से चुनना होगा. एक योजना क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं के साथ कारोबार करने से व्यापार के अधिक सफल पैटर्न स्थापित करने में मदद मिलती है और आपकी चिंताओं को अधिक नियंत्रण में रखता है.

जानकारी हासिल करें: व्यक्ति को ऑप्शंस और उनके अर्थों में आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कुछ जार्गन्स से परिचित होने का प्रयास करना चाहिए. यह न केवल ऑप्शन ट्रेडिंग से अधिकतम लाभ प्राप्त करने में मदद करेगा बल्कि सही रणनीति और बाजार के समय के बारे में भी निर्णय ले सकता है. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, सीखना संभव हो जाता है, जो एक ही समय में आपके ज्ञान और अनुभव दोनों को बढ़ाता है.

इलिक्विड स्टॉक में ट्रेडिंग से बचें: लिक्विडिटी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह व्यक्ति को ट्रेड में अधिक आसानी से आने और जाने की अनुमति देता है. सबसे ज्यादा लिक्विड स्टॉक आमतौर पर उच्च मात्रा वाले होते हैं. कम कारोबार वाले स्टॉक अप्रत्याशित होते हैं और बेहद स्पेक्युलेटिव होते हैं, इसलिए यदि संभव हो तो इससे बचना चाहिए.

होल्डिंग पीरियड को परिभाषित करें: वक्‍त ऑप्शंस के मूल्य निर्धारण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. प्रत्येक बीतता दिन आपके ऑप्शंस के मूल्य को कम करता है. इसलिए व्यक्ति को भी पोजीशन को समय पर कवर करने की आवश्यकता होती है, भले ही पोजीशन प्रॉफिट या लॉस में हो.
मुख्‍य बात यह जानना है कि कब प्रॉफिट लेना है और कब लॉस उठाना है. इनके अलावा, व्यक्ति को पोजीशन की अत्यधिक लेवरेज और एवरेजिंग से भी बचना चाहिए. स्टॉक ट्रेडिंग की तरह ही, ऑप्शंस ट्रेडिंग में ऑप्शंस खरीदना और बेचना शामिल है या तो कॉल करें या पुट करें.

ऑप्शंस बाइंग के लिए सीमित जोखिम के साथ एक छोटे वित्तीय निवेश की आवश्यकता होती है अर्थात भुगतान किए गए प्रीमियम तक, जबकि एक ऑप्शंस सेलर के रूप में, व्यक्ति बाजार का विपरीत दृष्टिकोण रखता है. ऑप्शंस को बेचते वक्त माना गया जोखिम मतलब नुकसान मूल निवेश से अधिक हो सकता है यदि अंतर्निहित स्टॉक (Underlying Stocks) की कीमत काफी गिरती है या शून्य हो जाती है.

ऑप्शंस खरीदते या बेचते समय कुछ नियमों का पालन करना चाहिए:

  • डीप-आउट-ऑफ-द-मनी (OTM) विकल्प केवल इसलिए न खरीदें क्योंकि यह सस्ता है.
  • समय ऑप्शन के खरीदार के खिलाफ और ऑप्शन के विक्रेता के पक्ष में काम करता है. इसलिए समाप्ति के करीब ऑप्शन खरीदना बहुत अच्छा विचार नहीं है.
  • अस्थिरता ऑप्शन के मूल्य को निर्धारित करने के लिए आवश्यक कारकों में से एक है. इसलिए आम तौर पर यह सलाह दी जाती है कि जब बाजार में अस्थिरता बढ़ने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस खरीदें और जब अस्थिरता कम होने की उम्मीद हो तो ऑप्शंस बेचें.
  • प्रमुख घटनाओं या प्रमुख भू-राजनीतिक जोखिमों से पहले ऑप्शंस बेचने के बजाय ऑप्शंस खरीदना हमेशा बेहतर होता है.

नियमित अंतराल पर प्रॉफिट की बुकिंग करते रहें या प्रॉफिट का ट्रेलिंग स्टॉप-लॉस रखें. अगर सही तरीके से अभ्यास किया जाए तो ऑप्शंस ट्रेडिंग से कई गुना रिटर्न्स प्राप्‍त किया जा सकता है.

(डिस्‍क्‍लेमर : प्रकाशित विचार एक्‍सपर्ट के निजी हैं. शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय अवश्‍य लें.)

Published at : 18 Oct 2022 11:42 AM (IST) Tags: Options Trading Derivatives Call Option Put Option Trading in Options Stop loss हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स

Stock Market Trading Courses: यहां जानें स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग में करियर विकल्प क्या हैं और आप इसमें किन योग्यताओं के साथ जॉब कर सकते हैं।

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हाइलाइट्स

  • स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
  • जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
  • इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
  • आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
  • करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
  • आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
  • आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं
  • आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI registered Investment Advisor) या सेबी पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।
  1. स्टॉकब्रोकर (Stockbroker)
  2. फाइनांशियल एडवाइजर (Financial Advisor)
  3. इनवेस्टमेंट एडवाइजर (Investment Advisor)
  4. पोर्टफोलिया मैनेजमेंट सर्विस (Portfolio Management Services) (PMS)
  5. रिसर्च एनालिस्ट (Research Analyst)
  6. ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग (Online Stock Trading)
  7. फाइनांशियल एनालिस्ट (Financial Analyst)
  8. इक्वीटी इनालिस्ट (Equity Analyst (Fundamental/ Technical)
  9. मार्केट रिसर्चर (Market Researcher)
  10. एमएफ डिस्ट्रिब्यूटर / एडवाइजर (MF Distributor/Advisor)
  11. इंश्योरेंस डिस्ट्रीब्यूटर / एडवाइजर (Insurance distributor/advisor)
  • एक क्लीयर ट्रेडिंग प्लान तैयार करना। ट्रेडिंग प्लान का लक्ष्य श्ूजर के लिए क्लीयर और मीनिंगफुल होना चाहिए।
  • स्ट्रैटजी को लागू करने के लिए ट्रेडर को टेक्नोलॉजी और मेथ्ड से फैमिलियर होना चाहिए।
  • आउटकम को प्राप्त करने की प्लानिंग के लिए, ट्रेडर को प्लानिंग पर भरोसा करना चाहिए।
  • क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं
  • लगातार सफलता प्राप्त करने में सक्षम होने के लिए रेवेंज ट्रेडिंग (revenge trading), रीसेंसी बायस (recency bias), स्टीरियोटाइपिंग इत्यादि जैसे बिहेवेरियल बायसेज (behavioral biases) के बारे में हमेशा अवेयर रहना चाहिए।
  • हमेशा कुछ नियम रखें और हमेशा उनका पालन करें।
  • ट्रेडिंग को फुलटाइम प्रोफेशन/बिजनेस के रूप में मानें जिसमें बिजनेस करने की लागत में आपको होने वाली हानि होती है। नुकसान से कभी भी न हिचकिचाएं और हमेशा स्ट्रिक्ट स्टॉप-लॉस का पालन करें।
  1. ट्रेडर ज्यादातर सेल्फ थॉट ब्रीड (self-taught breed) होते हैं। हालांकि, एक प्रोफेशनल ट्रेडर को शुरू करने के लिए फाइनांस की मूल बातें समझने की जरूरत है। कॉलेज की डिग्री आजकल एक प्रीकंडीशन है - कम से कम यदि आप ट्रेडिंग को सिरियसली लेना चाहते हैं या किसी सम्मानजनक फाइनांशियल इंस्टीट्यूशन या कॉर्पोरेशन में ट्रेडिंग से रिलेटेड करियर बनाना चाहते हैं।
  2. अधिकांश ट्रेडर के पास मैथ्स, फाइनांस, अकाउंटिंग, इकोनॉमिक्स या इंडस्ट्री में डिग्री होती है। डिफाइंड क्राइटेरिया के रूप में, शुरुआत करने के लिए आयु 18 वर्ष हो ऐसा जरूरी नहीं है। शेयर बाजार में निवेश करने की कोई न्यूनतम उम्र नहीं है। नाबालिग और वयस्क दोनों शेयरों में निवेश कर सकते हैं।
  3. माता-पिता या गार्जियन द्वारा संबंधित दस्तावेज जमा करने के बाद नाबालिग के नाम पर अकाउंट खोला जा सकता है। नाबालिग के वयस्क होने तक माता-पिता या गार्जियन अकाउंट की देखरेख करते हैं। नाबालिग के 18 साल के होने के बाद, डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट व्यक्ति को कुछ केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) दस्तावेज प्राप्त करने के लिए एक एडवाइजरी भेजता है ताकि वह नया अकाउंट खोल सके और उसमें डिटेल ट्रांसफर कर सके।
  4. डीमैट अकाउंट खोलने के लिए पैन कार्ड जरूरी है। इसे खोलते समय आपको केवाईसी दस्तावेजों के साथ अपने पैन कार्ड की एक प्रति जमा करनी होगी। दूसरी ओर, किसी के लिए इस इंडस्ट्री में इनवेस्टेंट एडवाइजरी या किसी कंसल्टिंग कंपनी में प्रोफेशनल के रूप में काम करने के लिए एनआईएसएम सर्टिफाइड होना चाहिए और इकोनॉमिक्स / बिजनेस मैनेजमेंट / फाइनांस या इसी तरह के कोर्स में मास्टर या ग्रेजुएट होना जरूरी है।

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क्या नए ट्रेडर्स के लिए कॉपी ट्रेडिंग ठीक है? Is copy trading good for new traders?

हा ,कॉपी ट्रेडिंग न्यू ट्रेडर्स के लिए अच्छा है ।इस ट्रेडिंग प्रोसेस में नए को सीखने के लिए बहुत कुछ मिलेगा ।जिसे सिख कर वो अपने आने वाले समय में खुद से ट्रेड कर अच्छा अर्निंग कर सकता है ।इस ट्रेडिंग प्रोसेस में बड़े बड़े इंस्ट्यूशन छोटे और नए इन्वेस्टर से फंड रेस कर के ट्रेड करते है ।ये इंस्ट्यूशन बहुत ही स्किल्ड होते है जिसके कारण क्लाइंट की कैपिटल लॉस की आशंका कम हो जाती है ।साथ ही जो क्लाइंट इस ट्रेडिंग को सिखाना चाहते है वो उससे रिलेटेड इंस्टीट्यूट की ट्रेडिंग प्रोसेस को सिख भीं सकते है ।

कॉपी ट्रेडिंग के प्रमुख आकर्षण ये है की इसमें कैपिटल लॉस होने का उम्मीद कम होता है ।

इस ट्रेडिंग प्रोसेस में यदि ट्रेडिंग की ज्ञान नही भी है तब भी आप इस प्रोसेस से मोटी अर्निंग कर सकते हैं।

इस ट्रेडिंग प्रोसेस की सबसे अच्छी बात ये है की इसमें क्लाइंट इंस्ट्यूशन की काम करने की तरीका को देख कर समझ और सिख सकते है ।जिससे वो अपने आगे के दिनों में खुद से ट्रेडिंग कर अच्छी अर्निंग कर सकते हैं।

Share Market: जानें कैसे काम करता है शेयर मार्केट? रातों रात कर देता है मालामाल

Share Market

Share Market Update : स्टॉक मार्केट को लेकर आई एक फिल्म स्कैम 1992 में एक डायलॉग है कि. शेयर मार्केट पैसों का इतना गहरा कुआं है, जिससे पूरी दुनिया की प्यास बुझ सकती है. यही वजह है कि भारत समेत दुनिया के लाखों-करोड़ों लोग शेयर क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं मार्केट में अपना पैसा लगाते हैं. जिसमें कई प्रोफिट कमा ले जाते हैं तो कइयों को नुकसान उठाना पड़ता है. शेयर मार्केट पर पैनी नजर रखने वालों कि मानें तो अधिकांश लोग बिना जानकारी के ही शेयर मार्केट में ट्रेडिंग करने उतर जाते हैं, जिसका खामियाजा उनको अपने पैसे डुबोकर चुकाना पड़ता है. ऐसे में बेहतर है कि स्टॉक मार्केट के सागर में उतरने से पहले हमें तैराकी क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं की अच्छी समझ हो. इसलिए आज हम आपके लिए कुछ ऐसी बातें लेकर आए हैं, जिससे शेयर मार्केट से जुड़ी बारीकियां सीखने में आपको मदद मिलेगी.

शेयर मार्केट में दो तरीके से पैसा निवेश किया जाता है एक म्युचअल फंड और दूसरा कंपनी के शेयर खरीदकर. पहले वाले में बाजार खुद आपके पैसे को मैनेज करता है और दूसरे में आपका मुनाफा कंपनी के फायदे के साथ आगे बढ़ता है. भारत में केवल 3.5 प्रतिशत लोग ही शेयर मार्केट में अपना पैसा लगाते हैं, जबकि अमेरिका में यह प्रतिशत 55 तक पहुंचता है. भारत की अगर बात करें तो यहां शेयर मार्केट में पैसा न लगाने की कुछ मुख्य वजह हैं. जैसे कि-

1- रिस्क लेने की क्षमता में कमी
2- जानकारी का अभाव
3- घोटाले और फ्रॉड
4- शेयर मार्केट को लेकर कोई कोर्स आदि का न होना

इसके अलावा भारत में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जिन्होंने शेयर मार्केट में अपनी किस्मत आजमाई और मालामाल हो गए.
जैसे कि राकेश झुनझुनवाला, रामदेव अग्रवाल,विजय केडिया और राधाकृष्ण दमानी आदि.

लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो कुछ ऐसे टिप्स हैं, जिनको अपनाकर कोई भी शेयर मार्केट की अच्छी समझ रख सकता है-

1. बिजनेस साइकल- किसी भी कंपनी का शेयर खरीदने से पहले इस बात का जरूर ख्याल रखें कि कंपनी कम से कम 11 साल पुरानी होनी चाहिए.

2. ग्रोथ- चेक करें कि कंपनी ग्रोथ कैसी है. क्या कंपनी देश की जीडीपी का दोगुना ग्रोथ कर रही है. अगर हां तो फिर आप उसमें पैसा लगा सकते हैं.

3. लीडरशिप- ट्रेडिंग करने से पहले यह देखना भी है कि कंपनी की लीडरशिप कैसी है. उसका मैनजमेंट कैसा है. क्योंकि अगर मैनेजमेंट में क्वालिटी होगी को प्रोडक्ट में क्वालिटी दिखेगी और इसका प्रभाव सेल कर दिखाई देगा. मतबल कंपनी ग्रोथ करेगी. इसके साथ ही कंपनी को ड्राइव कौन कर रहा मतलब कंपनी के ऑनर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है आदि.

4. कर्ज की स्थिति- शेयर खरीदने से पहले यह भी जान लेना जरूरी है कि कंपनी पर कर्ज कितना है. क्योंकि कर्ज नहीं होगा तो प्रोफिट अच्छा आएगा और निवेशक को फायदा होगा. अन्यथा कंपनी के प्रोफिट का बहुत बड़ा भाग कर्ज उतारने और बाकि के खर्चों को पूरा करने में चला जाता है.

5- कंपनी के पास मालिकाना हक कितना है- कंपनी के मालिक के पास कम से कम 51 प्रतिशत शेयर होने चाहिएं. क्योंकि कंपनी अगर अपने सारे शेयर पब्लिक को बेच देगी तो कंपनी रन कैसे करेगी. इसके साथ ही ज्यादा शेयर होने पर कंपनी की लीडरशिप प्रोफिट के लिए खुद क्या आप खुद ट्रेडिंग सीख सकते हैं भी ज्यादा प्रयास करती है.

7- नेट प्रोफिट- कंपनी की ग्रोथ कम से कम 25 प्रतिशर हर साल के हिसाब से होनी चाहिए. मतलब अगर पिछले साल नेट प्रोफिट 100 करोड़ का था तो इस साल यह 125 करोड़ होना चाहिए.

8- युनिट सेल ग्रोथ- मसलन कंपनी की टोटल सेल हर साल 20 प्रतिशत के हिसाब से बढ़ रही हो. जैसे कि अगर किसी ऑटोमोबाइल कंपनी ने अगर पिछले साल 100 कारें बेचीं तो इस साल 120 कारों का बिजनेस हो. इसके साथ ही रिटर्न ऑन इक्विटी और कैपिटल इंप्लोएड पर रिटर्न आदि भी ऐसे मुख्य पहलू हैं, जिनपर गौर करना जरूरी है.

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