Digital Currency: क्रिप्टो करेंसी से कितना अलग होगा डिजिटल रुपया? जानिए क्या होंगे इसके फायदे और नुकसान
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि भारत सरकार देश के अन्दर जल्द ही डिजिटल रुपया यानी कि Digital Currency लाने की तैयारी में है! हाल ही में बजट पेश करते हुए इसकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण द्वारा भी की गयी ! प्राप्त जानकारियों के मुताबिक़ वित्तीय वर्ष 2022-23 के अन्दर ही देश के अन्दर डिजिटल करेंसी आ जायेगी !
डिजिटल इंडिया के तहत देश के अन्दर डिजिटल करेंसी को लाया जाएगा ! वित्त मंत्री के मुताबिक़ रिज़र्व बैंक द्वारा इसी वर्ष इसे लॉन्च किया जाएगा ! RBI की तरफ से जारी की जाने वाली डिजिटल करेंसी ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी! अथवा किसी अन्य बेहतर टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी !
जबसे बजट के दौरान डिजिटल करेंसी की घोषणा हुई है तभी से इसे लेकर तेजी से लोगों द्वारा कयास लगाये जाने लगे हैं! आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस करेंसी के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे! जिससे की आपको भी digital currency के बारे में सभी बातें पता चल सकें साथ ही साथ! आप इसके फ़ायदे और नुकसान के बारे में ही जान सकें !
यह भी पढ़ें – us stock market me invest kaise kare : जानें पूरा प्रोसेस
क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग है डिजिटल करेंसी :
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे है! इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और किसी! सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता! ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं! लेकिन, RBI जिस करेंसी पर काम कर रहा है, वो पूरी तरह से RBI ही रेगुलेट करेगा! सरकार की मंजूरी होगी! डिजिटल रुपया की क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी! जैसे बिटकॉइन की होती है! सबसे बड़ी और खास बात यह है कि RBI का रेगुलेशन! होने की वजह से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका डिजिटल करेंसी के साथ नहीं होगी ! इसके अलावा डिजिटल करेंसी के साथ आपको इसे किसी भी करेंसी में एक्सचेंज कराने की भी सुविधा! मिलेगी जबकि क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं होता है!
Digital Currency के मुख्य फ़ायदे :
बात करें अगर डिजिटल करेंसी की अच्छाईयों की तो इससे जुड़ी काफी सारी बातें ऐसी हैं! जो कि वर्चुअल करेंसी को ख़ास बनाती हैं! और लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं!
- कानूनी मान्यता डिजिटल करेंसी को रिज़र्व बैंक से कानूनी मान्यता मिली होगी !
- इसकी सबसे बड़ी खासियत क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे कि यह रूपये के एक डिजिटल रूप में होगा !
- एक्सचेंज की सुविधा भी डिजिटल रुपया देता है यानी कि इसे किसी भी करेंसी से एक्सचेंज किया जा सकता है !
- बात करें अगर पेमेंट की तो डिजिटल करेंसी से किया गया पेमेंट रियल टाइम पर आधारित होता है!
- डिजिटल करेंसी से किये जाने वाले पेमेंट्स में किसी भी इंटरमीडिएटर की आवश्यकता नहीं होती है!
- देश के अन्दर डिजिटल रुपया लॉन्च होने के बाद से ही देश में बैठे लोग और व्यापारी वर्ग अमेरिका और यूरोप में बैठे व्यापारी वर्ग को डिजिटल डॉलर अथवा पाउंड में पेमेंट कर सकते हैं !
- नकली करेंसी की समस्या से भी लोगों को छुटकारा मिल जाएगा क्योंकी डिजिटल करेंसी का नकली वर्जन नहीं बनाया जा सकता है यानी कि इसे डुप्लीकेट करेंसी में तब्दील नहीं किया जा सकता है !
- हर जगह डिजिटल करेंसी को मान्यता प्राप्त होगी यानी कि जैसे डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन पेमेंट हर जगह एक्सेप्टेड होते हैं ठीक वैसे ही डिजिटल रुपया हर जगह एक्सेप्टेड होगा!
Digital Currency के नुकसान :
- बात करें अगर डिजिटल करेंसी के डीमेरिट्स की तो डिजिटल करेंसी से होने वाले नुकसान भी काफी हैं! देखा जाए तो क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे वर्चुअल करेंसी के सामने सबसे बड़ी चुनौती टेक्नोलॉजी होती है! क्योंकी यहाँ फ्रॉड और स्कैम होने की आशंका लगातार बनी रहती है !
- इसका दूसरा सबसे बड़ा डिस एडवांटेज! यह है कि बगैर इन्टरनेट सेवाओं के कोई भी डिजिटल करेंसी लेनदेन! नहीं हो सकता है !साथ ही साथ इसके लिए हाई स्पीड इन्टरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर का होना भी बहुत जरुरी है!
FAQs About Digital Currency :
प्रश्न 1. डिजिटल करेंसी किसके द्वारा जारी की जायेगी ?
उत्तर. रिज़र्व बैंक द्वारा देश की पहली डिजिटल करेंसी को जारी किया जाएगा !
प्रश्न 2. डिजिटल करेंसी को रेगुलेट कौन करेगा ?
उत्तर. भारत सरकार और रिज़र्व बैंक https://www.rbi.org.in/ द्वारा डिजिटल करेंसी को रेगुलेट किया जाएगा !
प्रश्न 3. देश के अन्दर डिजिटल करेंसी कब तक आएगी ?
उत्तर. वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022 -23 के अन्दर ही रिज़र्व बैंक द्वारा डिजिटल करेंसी को लाया जाएगा !
प्रश्न 4. Digital Currency किस टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी ?
उत्तर. Digital Currency अनुमानतः ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी !
प्रश्न 5. Digital Currency वर्तमान में किस फेज में है ?
उत्तर. अभी फिर हाल इसका फ्रेमवर्क और टेक्नोलॉजी डिस्ट्रीब्यूशन का काम पूरा किया जा रहा है !
क्या आप भी Bitcoin में निवेश करने का बना रहे प्लान, तो जानिए यहां क्या करें.
टेस्ला की ओर से निवेश की घोषणा के बाद क्रिप्टोकरेंसी बिटक्वाइन में हर दिन उछाल दर्ज किया जा रहा है.
क्या आप भी बिटकॉइन में पैसा लगाने का सोच रहे हैं. अगर ऐसा है तो उससे पहले आप इसके बारे में अच्छे से जान लीजिए कि आखिर . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : February 09, 2021, 13:42 IST
नई दिल्ली: क्या आप भी बिटकॉइन (Bitcoin) में पैसा लगाने का सोच रहे हैं… अगर ऐसा है तो उससे पहले आप इसके बारे में अच्छे से जान लीजिए कि आखिर ये बिटकॉइन क्या है और इसमें कैसे ट्रेडिंग होती है. इन दिनों ये दुनिया में चर्चा का विषय बना हुआ है. इसके रिटर्न ने निवेशकों को हैरान कर दिया है, लेकिन इसमें जिस तरह का रिटर्न मिलता है रिस्क भी उसी हिसाब से होता है.
साल 2017 में, दिल्ली के 37 साल के राहुल मिश्रा ने अपने कार्यालय के सहयोगियों को देखकर बिटकॉइन में निवेश किया. बता दें उस वर्ष की शुरुआत में बिटकॉइन की कीमत पहले ही 65,000 रुपये से बढ़कर 3.61 लाख रुपये हो गई थी. हर महीने, वह 25,000 रुपये क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे का निवेश करते रहे. उन्होंने अपनी चल रही म्यूचुअल फंड व्यवस्थित निवेश योजनाओं को बिटकॉइन में बदल दिया था.
बता दें उसके ठीक छह महीने बाद, उन्हें एक झटका लगा. भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने भारत में क्रिप्टोकरेंसी ट्रेडिंग का एक परिपत्र जारी किया. इसने आरबीआई द्वारा विनियमित सभी कानूनी संस्थाओं को निर्देश दिया कि वे आभासी मुद्राओं का सौदा न करें या क्रिप्टोकरेंसी में काम करने वाले किसी व्यक्ति या व्यवसाय को सेवाएं प्रदान न करें. इससे निवेशक घबरा गए. भारत में बिटकॉइन की कीमत दुर्घटनाग्रस्त हो गई. सात दिनों के अंदर, इसकी कीमत 5.2 लाख रुपये प्रति बिटकॉइन के उच्च स्तर से गिरकर 3.07 लाख रुपये हो गई. नोटबंदी से पहले 1.50 लाख रुपये के बिटकॉइन में उनका अपना निवेश 30,000 रुपये तक गिर गया था.
क्या होता है बिटकॉइन?
यह एक किस्म क्रिप्टोकरेंसी क्या है और इसके फायदे का डिजिटल या वर्चुअल टोकन होता है, जिसे काफी जटिल एल्गोरिदम को हल कर हासिल किया जाता. इस विख्यात क्रिप्टोकरेंसी का ट्रांसफर आसानी से मुफ्त में एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क में संभव है.
बिटकॉइन कैसे करता है काम?
अगर किसी भी व्यक्ति के पास बिटकॉइन है, तो इसकी कीमत और वैल्यू ठीक उसी तरह मानी जाएगी जैसे ईटीएफ में कारोबार करते समय सोने की कीमत मानी जाती है. इस बिटकॉइन से आप ऑनलाइन शॉपिंग भी कर सकते हैं और इसे निवेश के रूप में भी संभाल कर रख सकते हैं. आपको बता दें बिटकॉइन एक पर्सनल ई-वॉलेट से दूसरे पर्सनल ई-वॉलेट में ट्रांसफर कर सकते हैं.
कई बार होता है भारी उतार-चढ़ाव
बिटकॉइन में कई बार भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. बता दें पिछले 5 सालों में बिटकॉइन करीब 40 से 50 फीसदी तक गिर गया है. साथ ही साल 2013 में बिटकॉइन की कीमत 233 डॉलर पर पहुंच गई थी और फिर अचानक गिरकर 67 डॉलर पर आ सकती है.
भारत में कहां से खरीद सकते है बिटकॉइन?
भारत में बिटकॉइन की खरीद-फरोख्त के लिए 11 ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं. इसमें उनोकॉइन, जेबपे, कॉइनसिक्योर, कॉइनमामा, लोकलबिटकॉइन और बिटकॉइन एटीएम जैसे नाम शमिल हैं.
कहां होता है बिटकॉइन का इस्तेमाल?
आपको बता दें इंडिया में आप फ्लिपकार्ट, अमेजन और मेकमायट्रिप जैसी ई-कॉमर्स कंपनियां बिटकॉइन उपभोक्ताओं के लिए वाउचर प्रोग्राम चलाती है, लेकिन बिटकॉइन को स्वीकार नहीं करती है. इसके लिए एक्सचेंज बिटकॉइन को सामान्य करेंसी में बदलते हैं.
इसमें करना चाहिए निवेश या नहीं
आपको बता दें खुदरा निवेशकों को बिटकॉइन से बचना चाहिए. फाइनेंशियल एजुकेटर और फिनसफे इंडिया के संस्थापक मृणाल अग्रवाल ने बिटकॉइन में निवेश को जुए के बराबर बताया है. वह कहती हैं कि ”यहां कोई अंडरलाइंग संपत्ति नहीं है, यह अन-रेगुलेटिड है. इसके अलावा मूल्य की खोज अप्रत्याशित है तो इससे दूर रहो.’
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Digital Currency: क्रिप्टो करेंसी से कितना अलग होगा डिजिटल रुपया? जानिए क्या होंगे इसके फायदे और नुकसान
दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही हैं कि भारत सरकार देश के अन्दर जल्द ही डिजिटल रुपया यानी कि Digital Currency लाने की तैयारी में है! हाल ही में बजट पेश करते हुए इसकी घोषणा वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण द्वारा भी की गयी ! प्राप्त जानकारियों के मुताबिक़ वित्तीय वर्ष 2022-23 के अन्दर ही देश के अन्दर डिजिटल करेंसी आ जायेगी !
डिजिटल इंडिया के तहत देश के अन्दर डिजिटल करेंसी को लाया जाएगा ! वित्त मंत्री के मुताबिक़ रिज़र्व बैंक द्वारा इसी वर्ष इसे लॉन्च किया जाएगा ! RBI की तरफ से जारी की जाने वाली डिजिटल करेंसी ब्लॉक चैन टेक्नोलॉजी! अथवा किसी अन्य बेहतर टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी !
जबसे बजट के दौरान डिजिटल करेंसी की घोषणा हुई है तभी से इसे लेकर तेजी से लोगों द्वारा कयास लगाये जाने लगे हैं! आज की इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इस करेंसी के बारे में पूरी जानकारी प्रदान करेंगे! जिससे की आपको भी digital currency के बारे में सभी बातें पता चल सकें साथ ही साथ! आप इसके फ़ायदे और नुकसान के बारे में ही जान सकें !
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क्रिप्टोकरेंसी से कैसे अलग है डिजिटल करेंसी :
क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से प्राइवेट है! इसे कोई मॉनिटर नहीं करता और किसी! सरकार या सेंट्रल बैंक का कंट्रोल नहीं होता! ऐसी करेंसी गैरकानूनी होती हैं! लेकिन, RBI जिस करेंसी पर काम कर रहा है, वो पूरी तरह से RBI ही रेगुलेट करेगा! सरकार की मंजूरी होगी! डिजिटल रुपया की क्वांटिटी की भी कोई सीमा नहीं होगी! जैसे बिटकॉइन की होती है! सबसे बड़ी और खास बात यह है कि RBI का रेगुलेशन! होने की वजह से मनी लॉन्ड्रिंग, टेरर फंडिंग, फ्रॉड की आशंका डिजिटल करेंसी के साथ नहीं होगी ! इसके अलावा डिजिटल करेंसी के साथ आपको इसे किसी भी करेंसी में एक्सचेंज कराने की भी सुविधा! मिलेगी जबकि क्रिप्टो करेंसी में ऐसा नहीं होता है!
Digital Currency के मुख्य फ़ायदे :
बात करें अगर डिजिटल करेंसी की अच्छाईयों की तो इससे जुड़ी काफी सारी बातें ऐसी हैं! जो कि वर्चुअल करेंसी को ख़ास बनाती हैं! और लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती हैं!
- कानूनी मान्यता डिजिटल करेंसी को रिज़र्व बैंक से कानूनी मान्यता मिली होगी !
- इसकी सबसे बड़ी खासियत कि यह रूपये के एक डिजिटल रूप में होगा !
- एक्सचेंज की सुविधा भी डिजिटल रुपया देता है यानी कि इसे किसी भी करेंसी से एक्सचेंज किया जा सकता है !
- बात करें अगर पेमेंट की तो डिजिटल करेंसी से किया गया पेमेंट रियल टाइम पर आधारित होता है!
- डिजिटल करेंसी से किये जाने वाले पेमेंट्स में किसी भी इंटरमीडिएटर की आवश्यकता नहीं होती है!
- देश के अन्दर डिजिटल रुपया लॉन्च होने के बाद से ही देश में बैठे लोग और व्यापारी वर्ग अमेरिका और यूरोप में बैठे व्यापारी वर्ग को डिजिटल डॉलर अथवा पाउंड में पेमेंट कर सकते हैं !
- नकली करेंसी की समस्या से भी लोगों को छुटकारा मिल जाएगा क्योंकी डिजिटल करेंसी का नकली वर्जन नहीं बनाया जा सकता है यानी कि इसे डुप्लीकेट करेंसी में तब्दील नहीं किया जा सकता है !
- हर जगह डिजिटल करेंसी को मान्यता प्राप्त होगी यानी कि जैसे डेबिट कार्ड क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन पेमेंट हर जगह एक्सेप्टेड होते हैं ठीक वैसे ही डिजिटल रुपया हर जगह एक्सेप्टेड होगा!
Digital Currency के नुकसान :
- बात करें अगर डिजिटल करेंसी के डीमेरिट्स की तो डिजिटल करेंसी से होने वाले नुकसान भी काफी हैं! देखा जाए तो वर्चुअल करेंसी के सामने सबसे बड़ी चुनौती टेक्नोलॉजी होती है! क्योंकी यहाँ फ्रॉड और स्कैम होने की आशंका लगातार बनी रहती है !
- इसका दूसरा सबसे बड़ा डिस एडवांटेज! यह है कि बगैर इन्टरनेट सेवाओं के कोई भी डिजिटल करेंसी लेनदेन! नहीं हो सकता है !साथ ही साथ इसके लिए हाई स्पीड इन्टरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर का होना भी बहुत जरुरी है!
FAQs About Digital Currency :
प्रश्न 1. डिजिटल करेंसी किसके द्वारा जारी की जायेगी ?
उत्तर. रिज़र्व बैंक द्वारा देश की पहली डिजिटल करेंसी को जारी किया जाएगा !
प्रश्न 2. डिजिटल करेंसी को रेगुलेट कौन करेगा ?
उत्तर. भारत सरकार और रिज़र्व बैंक https://www.rbi.org.in/ द्वारा डिजिटल करेंसी को रेगुलेट किया जाएगा !
प्रश्न 3. देश के अन्दर डिजिटल करेंसी कब तक आएगी ?
उत्तर. वित्त मंत्री निर्मला सीता रमण के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022 -23 के अन्दर ही रिज़र्व बैंक द्वारा डिजिटल करेंसी को लाया जाएगा !
प्रश्न 4. Digital Currency किस टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी ?
उत्तर. Digital Currency अनुमानतः ब्लॉकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित होगी !
प्रश्न 5. Digital Currency वर्तमान में किस फेज में है ?
उत्तर. अभी फिर हाल इसका फ्रेमवर्क और टेक्नोलॉजी डिस्ट्रीब्यूशन का काम पूरा किया जा रहा है !
Cryptocurrency में 30% तक गिरावट के बाद जोरदार उछाल लेकिन विशेषज्ञ दे रहे हैं निवेश नहीं करने की सलाह, जानिए क्यों
चीन के बाद अब रूस सेंट्रल बैंक ने Cryptocurrency पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। आने वाले दिनों में बिटकॉइन 29,000 हजार डॉलर के नीचे चला जा सकता है।
Written by: Alok Kumar @alocksone
Updated on: January 23, 2022 16:15 IST
Photo:FILE
Highlights
- 29,000 हजार डॉलर से नीचे बिटकॉइन का भाव आने का अनुमान लगा रहे हैं विशेषज्ञ
- नवंबर, 2021 में उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट का दौर जारी
- लंबी अवधि के लिए निवेश करने की सलाह दे रहे हैं विशेषज्ञ छोटे निवेशकों को
नई दिल्ली। क्रिप्टोकरेंसी में बीते 24 घंटे में बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। बिटकॉइन समेत तमाम दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में शानिवार को 10% से लेकर 30% की बड़ी गिरावट के बाद रविवार को जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। बिटकॉइन, एथेरियम, टेरा, पोल्काडॉट समेत दूसरी क्रिप्टोकरेंसी में खबर लिखे जाने तक 5% से लेकर 25% तक की तेजी दर्ज की जा रही थी। हालांकि, इसके बाबजूद वित्तीय विशेषज्ञ छोटे और छोटी अवधि के निवेशकों को क्रिप्टोकरेंसी में निवेश नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में क्रिप्टो बाजार में और बड़ी गिरावट आने की आशंका है। इसके चलते क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन की कीमत 29,000 हजार डॉलर के नीचे जा सकती है। अगर, बिटकॉइन में इतनी बड़ी गिरावट आती है तो दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का सहज अनुमान लगाया जा सकता है क्योंकि बिटकॉइन की चाल पर ही दूसरी करेंसी निर्भर करती है।
छोटी अवधि के लिए बिल्कुल निवेश नहीं करें
फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी फिनवे एफएससी के फाउंडर और सीईओ रचित चावला ने इंडिया टीवी को बताया कि मौजूदा दौर में जिस तरह के हालात क्रिप्टोकरेंसी को लेकर है उसको देखते इसमें बड़े उतार-चढ़ाव की संभवना है। चीन के बाद अब रूस सेंट्रल बैंक ने Cryptocurrency पर बैन लगाने का प्रस्ताव दिया है। बैंक ने कहा है ये काफी ज्यादा वोलेटाइल है और इसका यूज गलत कारणों में ज्यादा किया जाता है। इससे देश की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी को खतरा है। भारतीय स्टेट बैंक भी इसी तरह की बात कह रहा है। अगर भारत में भी सख्ती बढ़ती है तो आने वाले दिनों में बिटकॉइन 29,000 हजार डॉलर के नीचे चला जा सकता है। वैसे भी बिटकॉइन अपने उच्च्तमर स्तर करीब 62 हजार डॉलर से करीब 50% टूट चुका है। ऐसे में मैं निवेशकों को सलाह देता हूं कि वो क्रिप्टोकरेंसी से मौजूदा समय में दूरी बनाकर रखें। अगर निवश करना ही है तो क्रिप्टोकरेंसी में ब्लूचिप मानी जाने वाली करेंसी बिटकॉइन और एथरियम आदि में लंबी अवधि का लक्ष्य लेकर निवेश करें। लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की पूरी उम्मीद है।
Image Source : INVESTING
बीते साल उच्च्तम स्तर पर था बिटकॉइन
2021 कें नवंबर माह में बिटकॉइन , इथेरियम और अन्य क्रिप्टो करेंसियों में जोरदार बढ़त देखने को मिली थी। बिटक्वाइन और इथेरियम ने नवंबर, 2021 में अपना उच्चतम स्तर छुआ था। बिटक्वाइन करीब 62 हजार डॉलर पर पहुंच गया था। हालांकि, उसके बाद इनमें गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ, जो जारी है।
Image Source : INVESTING
भारत में क्रिप्टो निवेशक सबसे ज्यादा
एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, इस समय दुनिया में सबसे ज्यादा क्रिप्टो निवेश भारत में मौजूद हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि देश में क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों की संख्या भारत में करीब 10.7 करोड़ हो चुकी है और 2030 तक क्रिप्टोकरेंसी में भारतीयों द्वारा निवेश बढ़कर 24.1 करोड़ डॉलर तक पहुंच सकता है।
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