ड्रेन के लिए जमीन उपलब्ध करवाएं
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किसान को ब्याज 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं सहित पैसे लौटाने के दिए निर्देश, फसल बीमा में गांव का नाम लिख गया था गलत
रोहतक। विकास भवन में बुधवार को हुई परिवेदना समिति की बैठक में 19 मामले उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के समक्ष विचार-विमर्श के लिए रखे गए। इनमें से 7 का निपटारा कर दिया गया। 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं बाकि पर अगली बैठक में रिपोर्ट रखने के निर्देश बैठक की अध्यक्षता कर रहे दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को दिए। मीटिंग दोपहर को बारह बजे होनी थी, लेकिन उप मुख्यमंत्री के दो घंटे देरी से पहुंचने की वजह से यह दो बजे प्रारंभ हुई और सवा तीन बजे के करीब संपन्न भी हो गई। यानि के करीब 75-80 मिनट में 19 मुद्दों पर दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों से सवाल-जवाब किए।
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भगवतीपुर के किसान जय प्रकाश को रोहतक केंद्रीय सहकारी समिति बैंक लिमिटेड द्वारा फसल बीमा करने के दौरान गांव का नाम दर्ज करने पर 90 हजार रुपये की मुआवजा राशि और 4 एकड़ भूमि के प्रीमियम का ब्याज सहित भुगतान करने के निर्देश दिए। बैंक द्वारा किसान की फसल के बीमे के दौरान गलत गांव दर्ज किया गया और 4 एकड़ अतिरिक्त भूमि का प्रीमियम काटकर बीमा किया गया। वहीं खिड़वाली के राजकुमार व अन्य की मंजीत ग्रेवाल द्वारा की गई धोखाधड़ी व जालसाजी की शिकायत की सुनवाई करते हुए पुलिस अधिकारियों को आरोपी व्यक्ति की सम्पत्ति अटैच करने के निर्देश दिए।
प्रमुख बाजारों में कमजोर डिमांड से जूझ रहा टेक्सटाइल उद्योग, इंडस्ट्री में PIL के दूसरे फेज की तैयारी
Textile Sector: भारत दुनिया में कॉटन के टॉप उत्पादक देशों में शामिल होने के साथ अपैरल सेक्टर में दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्यातक भी है. वहीं, बड़े पैमाने पर भारत में तैयार किए गए प्रोडक्ट्स का यूरोप-अमेरिका के बाजारों में निर्यात भी किया जा रहा है.
निर्यात का फ्रंट, EU-अमेरिका-मिडिल ईस्ट प्रमुख बाजार है. (File Photo)
Textile Sector: टेक्सटाइल के क्षेत्र में दुनिया में भारत की अपनी एक अलग पहचान है. बात फिर चाहे टेक्सटाइल उद्योग (Textile Industry) में इस्तेमाल होने वाले रॉ मटीरियल (Cotton) की हो या फिर तैयार किए गए प्रोडक्ट की. भारत दुनिया में कॉटन के टॉप उत्पादक देशों में शामिल होने के साथ अपैरल सेक्टर में दुनिया का छठा सबसे बड़ा निर्यातक भी है. वहीं, बड़े पैमाने पर भारत में तैयार किए गए प्रोडक्ट्स का यूरोप-अमेरिका के बाजारों में निर्यात भी किया जा रहा है.
सीजनल पीरियड, ऑर्डर्स की कमी
कारोबार के दृष्टिकोण से टेक्सटाइल इंडस्ट्री के लिए मौजूदा समय काफी अच्छा होता. लेकिन दुनिया 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं के प्रमुख बाजारों में कमजोर मांग और महंगाई के बीच घरेलू निर्यातकों पर इसका असर महसूस किया जा रहा है. निर्यात की बात करें तो भारत के लिए यूरोप, अमेरिका और मिडिल ईस्ट बड़े बाजारों में शामिल है. वैसे इन बाजारों में हर साल के मुकाबले इस बार डिमांड कमजोर होने से उद्योग को मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है.
तिरुपुर एक्सपोर्टर्स एसोसिएशन के पूर्व प्रेसिडेंट राजा एम षणमुगम के मुताबिक रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष का असर पूरे यूरोप पर महसूस किया जा रहा है. इससे दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं पर अनिश्चितता का दबाव बन रहा है.
वहीं, लुधियाना निटर्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट अजीत लाकरा ने बात रखते हुए कहा कि यूरोप और अमरिका जबरदस्त महंगाई से जूझ रहे हैं. ऐसी स्थिति में ग्राहकों के सामान खरीदने की वरीयता बदल जाती है. लोग गारमेंट्स और फैशन पर जोर न देते हुए अपने रोजमर्रा 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं की जरूरत का सामान खरीदना पसंद करेंगे. उन्होंने कहा कि इससे डिमांड में कमी आने के साथ प्रोडक्शन में भी गिरावट दर्ज होगी. ऐसे में देश की कताई मिलों को मजबूरन अपने प्रोडक्शन को 60-70 प्रतिशत तक घटाना पड़ा है. वहीं, रॉ कॉटन की कीमतों पर अपना नजरिया रखते हुए अजीत लाकरा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों के मुकाबले हमारे देश में रॉ कॉटन 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं की कीमतें अधिक हैं. उन्होंने कहा कि रॉ कॉटन की कीमतों में समानता लाने के लिए सरकार को रॉ कॉटन पर लगने वाली इंपोर्ट ड्यूटी को फिलहाल हटा देना चाहिए. वहीं, उनका ये भी मानना है कि कॉटन की कीमतों में उतार-चढ़ाव का दौर कारोबार को भी प्रभावित कर रहा है.
टेक्सटाइल सेक्टर में PLI स्कीम के दूसरे फेज की तैयारी
टेक्सटाइल क्षेत्र में मौजूद असीम संभावनाओं के चलते सरकार अब इस सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम के दूसरे फेज को 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं लाने की तैयारी कर रही है. इसी पर अपनी राय रखते हुए राजा एम षणमुगम ने कहा कि सरकार का ये कदम काफी सराहनीय है. उन्होंने कहा कि पीएलआई स्कीम के फेज 1 में शुरुआत में टेक्सटाइल क्षेत्र के बड़े प्लेयर्स को शामिल किया गया. वहीं, सरकार से हमारी मांग है कि इस बार निवेश के पहलू पर बारीकी से गौर करना चाहिए और निवेश स्तर को भी कम करना चाहिए. इसके साथ ही कॉटन आधारित प्रोडक्ट्स को भी इसमें शामिल किया जाना चाहिए. दरअसल, टेक्सटाइल क्षेत्र में पीएलआई 1 में मैन मेड फाइबर अपैरल, मैन मेड फाइबर फैब्रिक्स के अलावा टेक्निकल टेक्सटाइल्स से जुड़े प्रोडक्ट्स पर जोर दिया गया था.
बता दें कि देश की मैन्युफैक्चरिंग क्षमताओं को मजबूत करने और निर्यात को बढ़ाने की दृष्टि से सरकार ने टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम की शुरुआत की है. टेक्सटाइल 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं देते हैं सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम 1 में करीब 61 आवेदकों को शामिल किया गया है. वहीं, 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं पांच साल के दौरान इन 61 आवेदकों के जरिए करीब ₹19,077 करोड़ के निवेश का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके साथ ही दो लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी सृजित होने की संभावना है.
भारत-ऑस्ट्रेलिया FTA, टेक्सटाइल क्षेत्र पर कैसा होगा असर?
भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते को ऑस्ट्रेलियाई संसद ने मुहर लगा दी. जानकारों की मानें तो फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के प्रभावी होने के बाद कपड़ा,लेदर,फर्नीचर, आभूषण,मशीनरी जैसे सैक्टर्स के प्रोडक्ट्स बड़े पैमाने पर ऑस्ट्रेलियाई बाजार में पहुंच बढ़ाएंगे.
वहीं, भारत-ऑस्ट्रेलिया एफटीए पर अपनी राय रखते हुए अजीत लाकरा ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के साथ हुआ एफटीए बहुत अच्छा है. उन्होंने कहा 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं कि कनाडा, यूके, फ्रांस के साथ भी एफटीए पर बातचीत चल रही. उनका मानना है कि फ्री ट्रेड एग्रीमेंट टेक्सटाइल इंडस्ट्री को बहुत मदद प्रदान करेंगा.
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट दरअसल दो देशों के बीच व्यापार को सरल बनाने के लिए होता है. इसके तहत दो देशों के बीच आयात-निर्यात के तहत उत्पादों पर सीमा शुल्क, नियामक कानून, सब्सिडी और कोटा को कम करने के लिए समझौता किया जाता है. वहीं, इससे दोनों देशों के बीच परस्पर कारोबार बढ़ता है और दोनों ही देशों की अर्थव्यवस्थाओं को रफ्तार मिलती है. इसके साथ ही एफटीए के जरिए उत्पादन लागत को तर्कसंगत बनाने में भी मदद मिलती है.
ट्रेडिंग को स्वचालित करने के लिए विदेशी मुद्रा रोबोट का उपयोग कैसे करें? / ट्रेडिंग को स्वचालित करने के लिए विदेशी मुद्रा रोबोट का उपयोग कैसे करें
चूंकि अंग्रेजी भाषा के स्कूल उच्च गुणवत्ता वाले और अच्छी तरह से स्थापित संस्थान हैं, यूके में भाषा शिक्षा छात्रों द्वारा पसंद किया जाने वाला पहला विकल्प है। इंग्लैंड में सैकड़ों भाषा स्कूल ब्रिटिश काउंसिल द्वारा अनुमोदित हैं। कई भाषा स्कूल लंदन, कैम्ब्रिज, ऑक्सफोर्ड, ब्राइटन और बोर्नमाउथ में हैं। [अधिक . ]
एक भारत-श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए पीएम मोदी के पंच प्रणों से जुड़े हर एक नागरिक
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बताए गए पंच प्रणों पर आगे बढ़ते हुए विरासत पर स्वाभिमान करने वाला सशक्त व आत्मनिर्भर भारत दुनिया को नेतृत्व व 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं सुरक्षा देते हुए लोकमंगल की भावना से विश्व मानवता का मार्ग प्रशस्त करेगा। ऐसे में हर नागरिक का दायित्व है कि वह क्रांतिकारियों के सपनों के अनुरूप 'एक भारत-श्रेष्ठ भारत' बनाने के लिए पीएम मोदी द्वारा दिलाए गए पंच प्रणों से जुड़कर खुद को तैयार करे।
सीएम योगी सोमवार शाम काकोरी बलिदान दिवस पर गोरखपुर में आयोजित देश के अब तक के सबसे बड़े ड्रोन शो में उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। रामगढ़ताल के सामने स्थित महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में आयोजित 750 ड्रोनों की कलाबाजियों से अमर बलिदानियों की शौर्य गाथा प्रदर्शित करने वाले कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि आज भारत दुनिया की बड़ी ताकत के रूप में उभरा है। यह हर नागरिक के लिए गौरव का विषय है कि अपना देश 200 वर्षों तक शासन करने वाले ब्रिटेन को पीछे छोड़कर विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। यही नहीं, देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1दिसंबर से अगले वर्ष 30 नवंबर तक विश्व के 20 प्रभावशाली व ताकतवर देशों के समूह जी-20 का नेतृत्व कर रहे हैं। ये विश्व के वे 20 देश हैं जो दुनिया की 85 प्रतिशत जीडीपी, 75 प्रतिशत व्यापार, 60 प्रतिशत आबादी व 90 प्रतिशत इनोवेशन, रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर आधिपत्य रखते हैं।
अस्पताल ओवरलोड…श्मशान में लाशों का ढेर, कोरोना का भयंकर विस्फोट, 90 दिन के भीतर आएगी भयंकर तबाही, देखिए दिल दहला देने वाला वीडियो
नई दिल्ली: China Corona Update Latest भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना संक्रमण लगभग खत्म हो चुका है। यहां जिंदगी पहले जैसे सामान्य हो चुकी है। लेकिन चीन अभी भी कोरोना संक्रमण के दौर से जूझ रहा है। बताया जा रहा है कि यहां कोरोना इस कदर कहर बरपा रहा है कि टोटल लॉकडाउन लगाए जाने के बाद भी रोजाना हजारों लोगों की मौत हो रही है। अस्पताल में बिस्तरों की कमी हो रही है। मतलब यहां हाहाकार मचा हुआ है।
China Corona Update Latest सोशल मीडिया पर एक अमेरिकी साइंटिस्ट और महामारी विशेषज्ञ एरिक 90 प्रतिशत व्यापारी पैसे क्यों खो देते हैं फेगल-डिंग ने अपने ट्विटर एकाउंट पर वीडियो शेयर कर चीन के हालात बयां किया है। एरिक ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा है कि लॉकडाउन हटाए जाने के बाद यहां व्यवस्था चरमरार गई है। अस्पताल ओवर लोड हो गए हैं। उन्होंने दावा किया है कि आगामी 90 दिनों के भीतर चीन की 60 प्रतिशत और पूरी दुनिया की 10 प्रतिशत आबादी कोरोना संक्रमित हो जाएगी।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 750