(1) गामक, मनोवैज्ञानिक, संवेगात्मक और सामाजिक
MP High School TET Syllabus 2023 In Hindi | मध्यप्रदेश हाईस्कूल टीईटी सिलेबस हिंदी में
MP High School TET Syllabus 2023 In Hindi : मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड (MPESB) ने टेट के लिए अधिसूचना को जारी किया है, इस फॉर्म को वे अभ्यर्थी भर सकते हैं, जो को अध्यापक बनना चाहते हैं, यदि आप भी अध्यापक बनने का सपना संजोए हुए हैं तो आप जाकर इस फॉर्म को ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
मैं आपको आज MP High School TET Syllabus 2023 In Hindi तथा MP High School TET Exam Pattern से रूबरू कराऊंगा, जिससे कि आपको परीक्षा में MP High School TET Syllabus In Hindi को लेकर किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न प्रत्येक सिद्धांत की विशेषता करना पड़े, और आप परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
National Mathematics Day 2022: कब और कैसे मनाया जाता है राष्ट्रीय गणित दिवस? जानें क्या है इससे श्रीनिवास रामानुजन का संबंध?
National Mathematics Day 2022: शून्य का आविष्कार और उसके सिद्धांतों को भारत (ब्रह्मगुप्त 628 ई) ने परिभाषित किया था, इसके बाद दुनिया में शेष नंबरों का मूल्यांकन बढ़ा और गणित को एक नई दशा-दिशा मिली. गणित के संदर्भ में इस भारतीय दृष्टिकोण को आगे बढ़ाया महान गणितज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन ने, जिनके जन्म दिन (22 दिसंबर) पर श्रद्धांजलि स्वरूप भारत में राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है. ऐसे में यह उत्कंठा होना स्वाभाविक है कि रामानुजन ने गणित के क्षेत्र में क्या विशेष किया कि उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में समर्पित किया गया है. आइये जानें, राष्ट्रीय गणित दिवस के साथ-साथ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन की गणित के दिशा में किये गये विशेष योगदान के बारे में विस्तार से.. यह भी पढ़े: National Mathematics Day 2020: जानिए कौन हैं श्रीनिवास रामानुजन, उन्होंने कैसे निभाई सूत्रों और प्रमेयों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका
जीवन के हर क्षेत्र में उपयोगी है गणित
सिवनी. गणित एक व्यापक और हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में उपयोगी विषय है। गणित को विद्यार्थियों तक मनोरंजक और प्रत्यक्ष तरीके से पहुंचाने के लिए गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती के एक दिन पूर्व बुधवार को जिला मुख्यालय के बारापत्थर स्थित शासकीय कन्या आश्रम शाला हिन्दी माध्यम सिवनी में पत्रिका की पहल पर मापन मेला एवं गणित की विभिन्न गतिविधियों की प्रस्तुति का आयोजन किया गया।
मापन मेला अभिनव आयोजन
मापन मेला में छात्राओं ने स्थानीय तरीकों से शरीर के अंगों को आसानी से मापने का प्रदर्शन किया। यंत्र के माध्यम सेवजन मापन व स्थानीय तरीके से दीवार पर इंच में स्थान चिन्हित कर ऊंचाई मापन, हाथों की चौड़ाई मापन, सिर का मापन, पैर के पंजे का मापन, नाक की लम्बाई का क्रम से सभी छात्राओं का मापन किया और छात्राओं ने अपनी जानकारियों को लिखा।
रामानुजन के मेजिकल नंबर का किया प्रदर्शन
कन्या आश्रम के प्रवेश द्वार पर छात्रा शैलकुमारी साक्षी ने गणित दिवस पर रामानुजन को समर्पित सुंदर रांगोली बनाई। त्रिभुज, चतुर्भुज, आयत, वृत और गणित के विभिन्न चिन्हों को प्रदर्शित किया। गणित के इस रोचक कार्यक्रम में छात्राओंं ने गणित के परिमाप को प्रदर्शित करती कई प्रकार की रांगोली बनाई और उनके विषय में विस्तार से बताया। गणितज्ञ रामानुजन के गणित के चमत्कारों को रामानुजन मेजिक, रामानुजन नम्बर के माध्यम से प्रदर्शित किया। आसान तरीके से गणित को समझने और समझाने के इस आयोजन का कन्या आश्रम की १२० छात्राओं ने लाभ उठाया। रंगोली के विभिन्न रंगों से फर्श पर रामानुजन मेजिक का प्रदर्शन करती छात्रा रिसिका नरेती, शिवानी नरेती ने बताया कि रामानुजन की खोज के अनुसार अविभाज्य संख्या १७२९ है, जिसको रामानुजन नंबर की रांगोली बनाकर प्रदर्शित किया। रामानुजन मेजिक के प्रदर्शन में बताया कि विभिन्न संख्या को आड़े या खड़े क्रम में जोड़ करने पर अंक १३९ प्रदर्शित होता है।
दैनिक जीवन में गणित की उपयोगिता
गणित की उपयोगिता सामान्य जनजीवन में भी है। इसको परिभाषित करने छात्रा खुशबू कर्वेती, सावनी काकोडिया, रूचि उइके, प्रतिभा कुमरे ने फर्श पर रांगोली से कार की आकृति बनाई और उस पर गणित के विभिन्न कोण प्रदर्शित किए। कार के पहिये से वृत, अगले-पिछले व ऊपरी हिस्से से बनने वाली आकृतियों को समकोण, अधिक कोण, न्यून कोण आदि को चित्रित किया। वृत की परिसीमा का स्पर्श प्रदर्शित करती रांगोली बनाने वाली छात्रा कविता कर्वेती, सपना उके, काजल गजभिये ने बताया कि गणित के इस सिद्धांत से सूर्य ग्रहण, चंद्र ग्रहण को देखा जाता है।
कन्या आश्रम के प्रधान पाठक अशोक हिरकने ने बताया कि छात्राओं को दैनिक उपयोग में आने वाली सामग्री से गणित को जोड़कर सीखने के लिए प्रेरित किया जाता है। इससे छात्राएं स्वयं भी जिज्ञासा से इस विषय से जुड़ती हैं। बताया कि समय-समय पर जनशिक्षक पंकज तिवारी भी छात्राओं को गणित की रोचक जानकारी देने पहुंचते हैं। साथ ही स्थानीय शिक्षिका जी. दुबे, वी. गर्गे, संध्या सोनकेशरिया, रक्षा प्रत्येक सिद्धांत की विशेषता राय, रश्मि बागड़े, मंजू परते, दुर्गेश शर्मा, भावना मर्सकोले, शशि डहेरिया छात्राओं को शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।
Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download [RPSC] पुलिस एसआई सिलेबस
Table of Contents
Rajasthan Police SI Syllabus 2022 in Hindi PDF Download | Rajasthan Police SI Syllabus in Hindi | RPSC SI Syllabus 2022 | Rajasthan Police SI Syllabus 2022 PDF Download | Raj Police Exam Pattern.
Rajasthan Police SI Syllabus 2022: यदि आप Rajasthan Police SI Exam के लिए आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। फिर आपको Syllabus के बारे में विस्तार से पता होना चाहिए क्योंकि आपको परीक्षा की तैयारी शुरू करनी होगी। यदि आप Rajasthan Police SI परीक्षा को शानदार तरिके के साथ पास करना चाहते हैं, तो आपको प्रत्येक सिद्धांत की विशेषता यह जानकर खुशी हो सकती है कि हमने नीचे एक विस्तृत Rajasthan Police SI Syllabus 2022 प्रदान किया है। सिलेबस को विस्तार से जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। इसके अलावा, राजस्थान पुलिस एसआई चयन प्रक्रिया के बारे में जानें ।
Rajasthan Police SI Syllabus 2022
Rajasthan Police SI Syllabus 2022: Rajasthan Police SI परीक्षा पैटर्न में तीन चरण होते हैं । पहला चरण लिखित परीक्षा है। इसमें सामान्य ज्ञान, सामान्य हिंदी और सामान्य विज्ञान जैसे खंड होते हैं। इन तीन खंडों में, विभिन्न विषय शामिल हैं जिनके बारे में आप नीचे विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
नीचे परीक्षा पैटर्न दिया गया है, इसके माध्यम से आप अपने राजस्थान पुलिस SI की तेयरी शुरू कर सकते है।
विगत वर्षों में पूछे गए CDP के इन सवालों को हल कर, जाने! कितनी है आगामी सीटेट परीक्षा की प्रत्येक सिद्धांत की विशेषता प्रत्येक सिद्धांत की विशेषता तैयारी—CTET Exam 2022 Child Development Previous Year Question
1. बच्चो द्वारा पूरे वर्ष के दौरान किए गए विभिन्न कार्यों का संग्रहण, जिसका लक्ष्य उनके प्रदर्शन का रिकॉर्ड रखना है, कहलाता है?
(3) आंकड़ों का प्रपत्र
Ans- 4
2. एक प्रगतिशील स्कूल में दी गई शिक्षा बच्चों को बनाती है।
(1) सक्रिय अन्वेषक
(3) निष्क्रिय अनुयायी
(4) निष्क्रिय अन्वेष्क
Ans- 1
3. प्रवाहिता, विस्तार और लचीलापन निम्न में से किसके लक्षण हैं?
(1) अहं केन्द्रीकरण
(4) प्रार्यात्मक स्थिरता
Ans- 3
4. अस्थिजन्य समस्याओं वाले विद्यार्थियों के समावेशन हेतु क्या जरूरी है?
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 597