डिजिटल बिक्री में इंटरनेट के जरिए सोने की बुकिंग और रकम का भुगतान हो जाएगा और भुगतान के बाद ऑनलाइन रसीद आ जाएगी। इस तरह खरीदार के पास डिजिटल रूप में सोना आ जाएगा। तालाबंदी जब भी खुले तब वो उस कंपनी की दुकान पर जा कर या तो उस रसीद के बदले उतना सोना ले सकता है या उस रसीद पर लिखे मूल्य के बराबर सोना बेच कर पैसे ले सकता है। ग्राहक चाहे तो घर पर डिलीवरी भी हो सकती है। इसमें सरकारी कंपनी एमएमटीसी से लेकर तनिष्क और कल्याण जैसी सोना-चांदी के आभूषण इत्यादि बेचने वाली कंपनियां और पेटीएम जैसी वित्तीय टेक्नोलॉजी वाली कंपनियां भी शामिल हैं।
फुटबॉल में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले खिलाड़ी: पेले और पुस्कास से लेकर रोनाल्डो और सुनील छेत्री तक
जहां आज के युग में क्लब फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ती जा रही है, वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनकर गोल करने का अनुभव है, किसी की तुलना में शानदार होता है। हर फुटबॉलर अपने देश के लिए गोल करना चाहता है।
कुछ खिलाड़ी ऐसे भी हैं जिन्होंने इतिहास की किताबों में अपना नाम दर्ज कराते हुए बार-बार इस भावना का अनुभव डिजिटल गोल्ड क्या है किया है।
पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने 194 मैचों में 118 गोल कर पुरुषों के फुटबॉल में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय गोल किए हैं।
2003 में पुर्तगाल की राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण करने के बाद से क्रिस्टियानो रोनाल्डो नियमित रूप से गोल कर रहे हैं और उनके नाम 10 हैट्रिक भी दर्ज हैं, जो अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल में भी सबसे अधिक है।
हालांकि, क्रिस्टियानो रोनाल्डो की बात हो और साथ में आधुनिक समय के साथी लोकप्रिय खिलाड़ी लियोनेल मेसी की बात न हो तो फुटबॉल की कहानी अधूरी लगती है। मानकों के अनुसार, अर्जेंटीना के जादूगर भी गोल करने के मामले में शीर्ष 10 खिलाड़ियों की सूची में शामिल हैं।
सर्वकालिक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर की सूची में लियोनेल मेसी (94 गोल) तीसरे स्थान पर हैं। वे क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद दूसरे सबसे सफल गोल स्कोरर हैं
दिलचस्प बात यह है कि भारतीय फुटबॉल के बेहतरीन खिलाड़ी सुनील छेत्री भी इसमें शामिल हैं, वह इस ऑल-टाइम और सक्रिय स्कोरर की सूची में क्रमशः पांचवें और तीसरे स्थान पर हैं।
छेत्री ने पिछले डिजिटल गोल्ड क्या है दशक में भारत के फुटबॉल की रूप-रेखा को बदलने में प्रमुख भूमिका निभाई है, जिसने देश के खेल इतिहास में अपनी अलग ही जगह बनाई है।
हालांकि, ये सिर्फ 21वीं सदी के सितारे नहीं हैं जो रिकॉर्ड बुक में शामिल हैं।
ईरान के अली डेई 100 अंतरराष्ट्रीय गोल करने वाले पहले फुटबॉल खिलाड़ी थे, हंगरी के फेरेंक पुस्कास ने शानदार 1:1 अनुपात के गोल के आश्चर्यजनक रिकॉर्ड के साथ गोल किया है। तीन बार के विश्व कप विजेता पेले भी इस सूची में शामिल हैं।
अली डेई 109 गोल के साथ एशियाई खिलाड़ियों में भी शीर्ष अंतरराष्ट्रीय स्कोरर हैं, जबकि जाम्बिया के गॉडफ्रे चितालु अफ्रीकी फुटबॉलरों की सूची में शीर्ष पर हैं।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो अब तक के सबसे बेहतरीन यूरोपीय गोल स्कोरर हैं जबकि लियोनेल मेसी और त्रिनिदाद एंड टोबैगो के स्टर्न जॉन (70 गोल) क्रमशः दक्षिण और उत्तरी अमेरिका के डिजिटल गोल्ड क्या है लिए सबसे अधिक गोल किए हैं।
मजे की बात ये है कि जर्मनी के मिरोस्लाव क्लोस फीफा विश्व कप में सबसे अधिक गोल (16) करने वाले खिलाड़ी हैं, जो शीर्ष 10 सर्वकालिक अंतरराष्ट्रीय गोल स्कोरर की सूची में शामिल नहीं हैं। क्लोज़ ने 137 मैचों में 71 गोल किया है, वो संयुक्त रूप से 16वें स्थान पर हैं।
क्रम | खिलाड़ी | देश | गोल | कुल मैच |
---|---|---|---|---|
1 | क्रिस्टियानो रोनाल्डो | पुर्तगाल | 118 | 194 |
2 | अली डेई | ईरान | 109 | 148 |
3 | लियोनेल मेसी | अर्जेंटीना | 94 | 169 |
4 | मोख्तार डहारी | मलेशिया | 89 | 142 |
5 | फेरेक पुस्कास | हंगरी | 84 | 85 |
5 | सुनील छेत्री | भारत | 84 | 131 |
7 | अली मबखौत | संयुक्त अरब अमीरात | 80 | 109 |
8 | गॉडफ्रे चितालु | जाम्बिया | 79 | 111 |
9 | हुसैन सईद | इराक़ | 78 | 137 |
10 | रॉबर्ट लेवानडॉस्की | पोलैंड | 78 | 138 |
11 | पेले | ब्राज़ील | 77 | 92 |
अगर बात महिला फुटबॉल की करें, तो यहां गोल स्कोरिंग के मामले में उत्तरी अमेरिकी फुटबॉल खिलाड़ियों का दबदबा है।
टोक्यो 2020 में फुटबॉल में अपने पहले ओलंपिक स्वर्ण पदक के लिए अपनी टीम का नेतृत्व करने वाली कप्तान क्रिस्टीन सिनक्लेयर 190 गोल के साथ शीर्ष स्थान पर काबिज़ हैं।
दो बार की डिजिटल गोल्ड क्या है ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और संयुक्त राज्य अमेरिका की विश्व कप विजेता एबी वाम्बाच 184 गोल के साथ दूसरे स्थान पर हैं, इसके बाद उनकी हमवतन मिया हम्म तीसरे स्थान पर हैं।
दिलचस्प बात ये है कि फुटबॉल की दुनिया में अब तक 18 महिला खिलाड़ियों ने 100 या उससे अधिक गोल किए हैं, जबकि इसकी तुलना में सिर्फ 2 पुरुष खिलाड़ी ही इस आंकड़े तक पहुंचने में कामयाब हो सके हैं।
डिजिटल गोल्ड में इनवेस्टमेंट से ज्यादा रिटर्न मिलेगा ? एक्सपर्ट से जानें जवाब
आपके पास पर्याप्त पैसा है और निवेश करना चाहते हैं, लेकिन क्या आप इस उलझन में हैं कि कहां निवेश करें? तो हम आपके लिए फाइनैंशियल एक्सपर्ट के सुझाव लाए हैं, जो आपके पैसे को समझदारी से निवेश करने में मदद करेगा.
हैदराबाद : अच्छी आमदनी वाले कई लोग अपने पैसे को दोगुना करने की ख्वाहिश रखते हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं होता है कि बेहतर रिटर्न पाने के लिए कहां निवेश करें. इसके अलावा भारतीयों को सोने का शौक है और वे हमेशा सोने में निवेश की तलाश में रहते हैं. मौका मिलते ही सोना खरीद लेते हैं. अधिकतर लोग अपने इनवेस्टमेंट पर अधिक रिटर्न प्राप्त करना चाहते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही अपने लक्ष्य को हासिल कर पाते हैं. बाकी बचे लोग यह जानना चाहते हैं कि ज्यादा रिटर्न के लिए किस स्कीम में निवेश करें? जिसमें हम इन्वेस्ट कर रहे हैं, उसमें कोई नुकसान तो नहीं होगा? ऐसे ही सवालों को हम एक्सपर्ट के नजरिये से बताते हैं, ताकि आपकी शंकाओं का समाधान हो सके.
अरुण का सवाल है कि मैं हर महीने दस हजार रुपये इनवेस्ट करने की प्लानिंग कर रहा हूं. मैं किस स्कीम में निवेश करूं, जिसमें मुझे कम से कम 14 प्रतिशत की दर से ऐन्युअल रिटर्न मिले.
फाइनैंशियल एक्सपर्ट तुम्मा बलराज का कहना है कि ज्यादा रिटर्न जोखिम भरे निवेश से ही संभव है. आप तय करें कि आप कितना जोखिम उठा सकते हैं. इक्विटी पर आधारित इन्वेस्टमेंट में 14 फीसदी तक रिटर्न मिलने के चांस रहते हैं. मगर हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि शॉर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट में उतार-चढ़ाव होते हैं. बेहतर रिटर्न तभी संभव है, जब आप कम से कम 7 से 10 साल के लिए निवेश करें. अगर आप समय-समय पर निवेश करते रहेंगे तो लंबी अवधि में आप 12-15 फीसदी की दर से रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले डायवर्सिफाइड इक्विटी म्यूचुअल फंडों पर ध्यान देना चाहिए.
स्वप्ना ने सलाह मांगी है कि मैं अपनी मां के नाम वरिष्ठ नागरिक बचत खाते में 5 लाख रुपये जमा करना चाहती हूं. क्या यह अधिक लाभदायक है? क्या डेब्ट म्यूचुअल फंड में निवेश करना और प्रति माह एक निश्चित राशि लेना बेहतर होगा?
सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम में निवेश करने पर आपको सालाना 7.4 फीसदी ब्याज मिल सकता है. इस स्कीम के तहत हर तीन महीने में ब्याज का भुगतान किया जाता है. वर्तमान परिस्थितियों में, फिक्स डिपॉजिट और डेब्ट फंड से अधिक रिटर्न मिलने की संभावना नहीं है. इसलिए इसे सीनियर सिटिजन अकाउंट में जमा करें. यह स्कीम पांच साल तक जारी रहनी चाहिए. इसमें सेक्शन 80 सी के तहत स्लैब के हिसाब टैक्स लग सकता है.
श्रीकांत पूछते हैं कि मैं 43 साल का हूं. मैं 75 लाख रुपये की टर्म पॉलिसी लेना चाहता हूं. क्या इसे एक ही बीमा कंपनी से लिया जा सकता है? दो कंपनियों से लेने का क्या फायदा है?
जीवन बीमा पॉलिसी का मूल्य हमेशा ऐन्युअल इनकम का लगभग 10-12 गुना होना चाहिए. इंश्योरेंस लेते समय अपना पर्सनल, हेल्थ और डिजिटल गोल्ड क्या है फाइनैंशियल डिटेल स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए. ऐसी कंपनी का चुनाव करना चाहिए, जिनका क्लेम सेटलमेंट की हिस्ट्री बेहतर है. यदि आपने एक कंपनी से इंश्योरेंस लिया और भविष्य में वह इंश्योरेंस क्लेम के दावे को ठुकरा देती है तो दिक्कत आएगी. इसलिए दो बीमा कंपनियों से पॉलिसी लेना बेहतर है. यदि क्लेम को अस्वीकार करता है तो हम दूसरे पर भरोसा कर सकते हैं.
वेंकट जानना चाहता है कि कई कंपनियां डिजिटल 'गोल्ड' के नाम पर सोने में निवेश का मौका दे रही है. क्या इन्हें चुनना बेहतर है? क्या कोई जोखिम है?
तुम्मा बलराज के अनुसार, अब गोल्ड में निवेश करने के कई तरीके हैं. डिजिटल गोल्ड उनमें से एक है. यह आकर्षक लगता है क्योंकि आप इसमें कम से कम 100 रुपये में निवेश कर सकते हैं. सोने की कीमत के आधार पर लाभ या हानि संभव है क्योंकि इसमें समय-समय पर उतार-चढ़ाव होता रहता है. जब आप लंबी अवधि के निवेश का विचार करते हैं तो गोल्ड ईटीएफ या गोल्ड फंड का चुनाव करना उचित है.
लॉकडाउन : क्या अक्षय तृतीया पर भारतीय खरीदेंगे डिजिटल गोल्ड ?
26 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। इस दिन जितना सोना भारत में बिकता है वो पूरे साल के सोने की बिक्री का तीन से चार प्रतिशत होता है। चूंकि देश में लॉकडाउन है तो सोने के विक्रेता की चिंता बढ़ी हुई है। उनकी चिंता जायज भी है। अब विक्रेताओं को डिजिटल बिक्री से उम्मीद है, लेकिन इस लॉकडाउन में क्या यह संभव है, क्योंकि होम डिलीवरी की इजाजत नहीं है।
इस बार अक्षय तृतीया पर विक्रेताओं को बड़ा नुकसान होने का अंदेशा है। फिर भी अलग-अलग विक्रेता लॉकडाउन के बीच भी थोड़ी बिक्री हो पाए इसकी जुगत लगा रहे हैं, डिजिटल बिक्री का सहारा लेकर। इसमें इंटरनेट के जरिए सोने की बुकिंग और रकम का भुगतान हो जाएगा और भुगतान के बाद ऑनलाइन रसीद आ जाएगी। इस तरह खरीदार के पास डिजिटल रूप में सोना आ जाएगा।
हर साल अप्रैल-मई के महीने में आने वाले त्योहार अक्षय तृतीया हिंदू परिवार के लिए बहुत अहमियत रखता है। यह त्योहार हिन्दू कैलेंडर विक्रम संवत के वैशाख महीने में आता है और हिन्दू परिवारों में ऐसी मान्यता है कि इस दिन अपनी क्षमता के अनुसार सोना जरूर खरीदना चाहिए। ज्यादातर हिंदू परिवार अपनी हैसियत के अनुसार कुछ न कुछ खरीदते जरूरत है, लेकिन इस बार तालाबंदी के के बीच अक्षय तृतीया का त्योहार आ रही है इसलिए सोना-चांदी की दुकानें बंद होने की वजह से अधिकांश लोग सोने की खरीददारी नहीं कर पायेंगे।
यह भी पढ़ें : लॉकडाउन : किन समस्याओं से जूझ रहे हैं किसान
2019 में अक्षय तृतीया पर 23 टन सोना बिका था, यानी 30 अरब रुपये से भी ज्यादा का कारोबार हुआ था। हर साल इस तिथि पर जितना सोना बिकता है वो पूरे साल के सोने की बिक्री का तीन से चार प्रतिशत तक होता है। इस बार तालाबंदी की वजह से बिक्री में भारी कमी की आशंका विक्रेताओं ने व्यक्त की है। हालांकि कुछ बड़ी कंपनिया डिजिटल बिक्री का सहारा लेकर सोना बेचने के कोशिश में लगी हुई हैं।
डिजिटल बिक्री में इंटरनेट के जरिए सोने की बुकिंग और रकम का भुगतान हो जाएगा और भुगतान के बाद ऑनलाइन रसीद आ जाएगी। इस तरह खरीदार के पास डिजिटल रूप में सोना आ जाएगा। तालाबंदी जब भी खुले तब वो उस कंपनी की दुकान पर जा कर या तो उस रसीद के बदले डिजिटल गोल्ड क्या है उतना सोना ले सकता है या उस रसीद पर लिखे मूल्य के बराबर सोना बेच कर पैसे ले सकता है। ग्राहक चाहे तो घर पर डिलीवरी भी हो सकती है। इसमें सरकारी कंपनी एमएमटीसी से लेकर तनिष्क और कल्याण जैसी सोना-चांदी के आभूषण इत्यादि बेचने वाली कंपनियां और पेटीएम जैसी वित्तीय टेक्नोलॉजी वाली कंपनियां भी शामिल हैं।
एमएमटीसी तो स्विट्जरलैंड की कंपनी पीएमपी के साथ मिलकर डिजिटल सोना खरीदने की सुविधा दे रही है। ये बैंकों, ब्रोकिंग कंपनियों और पेटीएम जैसी कंपनियों के जरिए मिलता है।
दरअसल सोने के लेकर भारतीयों में जो भरोसा है वही वजह है कि देश में इतनी भारी मात्रा में सोने की खरीददारी होती है। सोने में निवेशकों का हमेशा भरोसा रहता है और संकट के समय यह भरोसा और गहरा जाता है। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से फैली महामारी के बीच इस समय सोने की मांग में भारी उछाल देखने को मिल रही है। थोक व्यापारी और खुदरा ग्राहक दोनों ही सोना खरीदने की होड़ में लगे हैं।
मार्च में कमोडिटी बाजारों में सोने के दाम सात साल में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए थे क्योंकि व्यापारियों ने कोविड-19 और उसके हानिकारक आर्थिक असर से बचने के लिए सोने की शरण ले ली थी। भारत में भी सोने की भारी मांग रहती ही है। अब देखना होगा इस बार अक्षय तृतीया पर तालाबंदी के बीच कितने ग्राहक डिजिटल गोल्ड अपनाते हैं।
Gold Price Today: सोना आज हो गया सस्ता, चांदी की कीमत भी धड़ाम! जानें 10 ग्राम में कितने रुपये की आई गिरावट
भारतीय सर्राफा बाजार में आज, 06 दिसंबर को सोने और चांदी के भाव में गिरावट देखने को मिली है. सोने की कीमत 53 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार ही है. वहीं, चांदी का भाव 64 हजार रुपये प्रति किलो से अधिक है. राष्ट्रीय स्तर पर 999 शुद्धता वाला 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने की कीमत 53461 रुपये है. जबकि 999 शुद्धता वाली चांदी (Silver) का भाव 64538 रुपये है.
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, पिछले कारोबारी दिन की शाम को 24 कैरेट का शुद्ध सोना 53854 रुपये प्रति 10 ग्राम था जो आज सुबह 53461 रुपये तक आ गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना-चांदी दोनों ही कल शाम की तुलना में मंगलवार की सुबह के समय सस्ता हुआ है.
आज क्या है सोने-चांदी की कीमत?
आधिकारिक वेबसाइट ibjarates.com के मुताबिक, आज सुबह 995 प्योरिटी वाले दस ग्राम सोने के दाम घटकर 53247 रुपये पहुंच गए हैं. वहीं, 916 शुद्धता वाला सोना आज 48970 रुपये का हो गया है. इसके अलावा, 750 प्योरिटी वाले सोने के दाम घटकर 40096 रुपये पर आ गए हैं. वहीं, 585 प्योरिटी वाला गोल्ड आज सस्ता होकर 31275 रुपये में आ गया है. इसके अलावा, 999 प्योरिटी वाली एक किलो चांदी आज 64538 रुपये की हो गई है.
Gold Price Today: सोने-चांदी का लेटेस्ट भाव
शुद्धता | सोमवार शाम का रेट | मंगलवार सुबह के भाव | कितना हुआ सस्ता | |
सोना (प्रति 10 ग्राम) | 999 | 53854 | 53461 | 393 रुपये |
सोना (प्रति 10 ग्राम) | 995 | 53638 | 53247 | 391 रुपये |
सोना (प्रति 10 ग्राम) | 916 | 49330 | 48970 | 360 रुपये |
सोना (प्रति 10 ग्राम) | 750 | 40391 | 40096 | 295 रुपये |
सोना (प्रति 10 ग्राम) | 585 | 31505 | 31275 | 230 रुपये |
चांदी (प्रति 1 किलो) | 999 | 65764 | 64538 | 1,226 रुपये किलो |
मिस्ड कॉल से जानिए सोने-चांदी का भाव
ibja की ओर से केंद्रीय सरकार द्वारा घोषित छुट्टियों के अलावा शनिवार और रविवार को रेट जारी नहीं किए जाते हैं. 22 कैरेट और 18 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी के खुदरा रेट जानने के लिए 8955664433 पर मिस्ड कॉल दे सकते हैं. कुछ ही देर में एसएमएस के जरिए रेट्स मिल जाएंगे. इसके अलावा लगातार अपडेट्स की जानकारी के लिए www.ibja.co या ibjarates.com पर देख सकते हैं.
© आज तक द्वारा प्रदत्त Gold-Silver Rates Today
बता दें कि इंडियन बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (Indian Bullion Jewelers Association) की ओर से जारी कीमतों से अलग-अलग प्योरिटी के सोने के स्टैंडर्ड भाव की जानकारी मिलती है. ये सभी दाम टैक्स और मेकिंग चार्ज के पहले के हैं. IBJA द्वारा जारी किए गए रेट देशभर में सर्वमान्य हैं लेकिन इसकी कीमतों में जीएसटी शामिल नहीं होती है. बता दें कि गहने खरीदते समय सोने या चांदी के रेट टैक्स समेत होने की वजह से ज्यादा डिजिटल गोल्ड क्या है होते हैं.
#AMP Stories #न्यूज़ ट्रैक स्पेशल FEATURE STORY #FakeNews #Wedding #JusticeForShraddha #FifaWorldCup2022
'कार्ड डालो और सोने के सिक्के निकालो..', भारत में खुला पहला गोल्ड ATM
नई दिल्ली: देश में 5 दिसंबर 2022 को गोल्ड एटीएम की शुरुआत हो चुकी है। गोल्डसिक्का (Goldsikka) ने हैदराबाद स्थित फर्म ओपनक्यूब टेक्नोलॉजीज (Opencube Technologies) की सहायता से यहां रियल टाइम गोल्ड एटीएम को स्थापित किया है। इस ATM से लोग अपने डेबिट और क्रेडिट कार्ड का उपयोग करके शुद्ध सोने के सिक्के निकाल सकते हैं। गोल्डसिक्का (Goldsikka) के CEO सी. तरुज के अनुसार, लोग इस ATM का इस्तेमाल करके 0.5 ग्राम से लेकर 100 ग्राम तक के सोने के सिक्के खरीद सकते हैं।
इन सिक्कों की कीमतों को ATM की स्क्रीन पर लाइव देख भी सकते हैं। सिक्के 999 शुद्धता के साथ प्रमाणित टैम्पर प्रूफ पैक में प्रदान किए जाएंगे। मगर क्या आप जानते हैं कि, दुबई में गोल्ड ATM की शुरुआत आज से 12 वर्ष पूर्व यानी साल 2010 में हो गई थी। दुबई में कई जगहों पर गोल्ड ATM लगे हुए हैं। वर्ष, 2010 में अबू धाबी में अमीरात पैलेस होटल की लॉबी में विश्व का पहला गोल्ड ATM स्थापित किया गया था।
इस ATM में लोग सोने के सिक्के निकाल सकते थे। आज दुबई में ढेर सारे ऐसे ATM भी हैं, जिसमें से गोल्ड बार यानी सोने के बिस्किट और सोने के सिक्के भी निकाले जा सकते हैं। इस ATM मशीन पर भी सोने की मोटी लेयर चढ़ी होती है और यहां ग्राहकों को 24 कैरेट के गोल्ड क्वाइन और गोल्ड के बिस्किट के कई विकल्प मिलते हैं। दुबई के साथ ही जर्मनी और अमेरिका में भी काफी समय पहल गोल्ड ATM लगाए जा चुके हैं।
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 795