कितना सही है एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट रखना, अगर घर बैठे ऑनलाइन खोलना हो अकाउंट तो क्या करें?
SEBI की ओर से ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है जिसमें ये कहा गया हो कि इन्वेस्टर्स एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट नहीं रख सकते. बस आपके अकाउंट से पैनकार्ड का लिंक होना जरूरी है. जानिए इसके फायदे और नुकसान.
अगर आप मार्केट में पैसा लगाना चाहते हैं, तो आपके पास डीमैट अकाउंट होना बहुत जरूरी है. डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटेरियलाइजेशन अकाउंट होता है, जो एक बैंक अकाउंट की तरह ही होता है. इसमें शेयर, बॉन्ड्स, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज, म्यूचुअल फंड, इंश्योरेंस और ईटीएफ जैसे इन्वेस्टमेंट को रखने की प्रक्रिया आसान हो जाती है. डीमैट अकाउंट आपके इन्वेस्टमेंट को इलेक्ट्रॉनिक फार्म में रखता है, जो लैपटॉप या स्मार्ट डिवाइस और इंटरनेट के साथ आसानी से एक्सेस हो सकता है. बस इसको एक्सेस करने के लिए आपके पास लॉगइन आईडी और पासवर्ड होना जरूरी है.
अब सवाल उठता है कि क्या बैंक अकाउंट की तरह Share market में अकाउंट कैसे खोलें एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट भी रखे जा सकते हैं? तो इसका जवाब है हां, लेकिन एक ही डिपॉजिटरी या बैंक में नहीं खोल सकते. सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की ओर से फिलहाल ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है जिसमें ये कहा गया हो कि इन्वेस्टर्स एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट नहीं रख सकते. बस आपके अकाउंट से पैनकार्ड का लिंक होना जरूरी है. लेकिन एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट के क्या फायदे और नुकसान हैं, ये जानना भी Share market में अकाउंट कैसे खोलें जरूरी है. आइए आपको बताते हैं इसके बारे में.
एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट के फायदे
इस मामले में फाइनेंशियल एक्सपर्ट शिखा चतुर्वेदी बताती हैं कि एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट के कुछ खास फायदे नजर नहीं आते. बल्कि ये आपके लिए एक तरह से माथापच्ची करने जैसा हो जाता है. हालांकि आपको इसमें अलग-अलग ब्रोकरेज हाउस की अलग-अलग सुविधाएं लेने का फायदा मिल सकता है. इसके अलावा आप अपने दो अकाउंट को अलग अलग तरह के निवेश के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं, जैसे एक अकाउंट को लॉन्ग टर्म ट्रांजैक्शन और दूसरे को शॉर्ट टर्म के ट्रांजैक्शन के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे शेयर्स की बिक्री में किसी तरह का कन्फ्यूजन नहीं होगा. एक से ज्यादा अकाउंट के जरिए आप अपने पोर्टफोलियो को विस्तारित कर सकते हैं और अपनी प्राथमिकता के हिसाब से तमाम ब्रोकरों द्वारा पेश किए गए कई इंटरफेस से लाभ उठा सकते हैं.
ये हैं नुकसान
अब अगर एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट की बात करें तो इसमें अकाउंट के रखरखाव का खर्च बढ़ जाता है. हर बार जब आप ट्रेडिंग करते हैं तो ट्रांसफर फीस भी ली जाती है. इसके अलावा एक से ज्यादा खाते होने पर आपको इसमें काफी समय देना पड़ता है. अगर आप नौकरीपेशा वाले हैं और एक सक्रिय निवेशक नहीं बन सकते, तो आपको एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट नहीं रखना चाहिए. एक से अधिक डीमैट अकाउंट के मामले में सभी डीमैट अकाउंट को ट्रैक करते रहना जरूरी होता है क्योंकि अगर आपने किसी एक डीमैट अकाउंट में लंबे समय से लॉग-इन नहीं किया है तो आपका अकाउंट फ्रीज भी हो सकता है.
कैसे खोलें डीमैट अकाउंट?
डीमैट अकाउंट को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से खोला जा सकता है. ऑनलाइन खाता खोलने के लिए सबसे पहले आपको अपने पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) की वेबसाइट पर जाना होगा. डीमैट खाते का आवेदन करने के लिए आपको कुछ प्रमुख दस्तावेज देने होंगे और अपनी केवाईसी पूरी करनी होगी. इसके लिए आपको पहचान प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण, आय प्रमाण पत्र, पैन कार्ड, कैंसिल चेक और पासपोर्ट साइज के फोटो आदि दस्तावेजों की जरूरत पड़ेगी. केवाईसी पूरी करने के बाद आपकी रिक्वेस्ट को प्रोसेस करने और आपका खाता खोलने से पहले इनका वेरिफिकेशन किया जाएगा, इसके बाद आपका अकाउंट ओपन हो जाएगा.
10 करोड़ से ज्यादा Demat Account ओपन, शेयर बाजार में निवेश को लेकर भारतीयों में क्रेज
रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारतीय शेयर बाजार को दूसरे बाजारों से कम नुकसान हुआ है. युद्ध का असर कमजोर पड़ने के बाद जुलाई से तो निवेशक फिर से शेयर बाजार की तरफ लौटने लगे हैं. इस सबके असर से भी डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार बढ़ी है.
आदित्य के. राणा
- नई दिल्ली,
- 07 सितंबर 2022,
- (अपडेटेड 07 सितंबर 2022, 7:06 AM IST)
कोरोना के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था तरक्की (Indian Economy Growth) के पथ पर लगातार तेजी से दौड़ रही है. इस तरक्की का पैमाना तो नहीं लेकिन आइना शेयर बाजार को माना जाता है. शेयर बाजार में आई तेजी अक्सर इकोनॉमी की मजबूत बुनियाद का संकेत होती है. मजबूत आर्थिक बुनियाद का आइना माने जाने वाले शेयर बाजार में लोगों की भी दिलचस्पी बढ़ रही है. इसकी मिसाल है देश में तेजी से खुलते डीमैट खाते (Demat account), यानी जिस खाते के जरिए शेयर बाजार में निवेश करना मुमकिन होता है. अगस्त में देश में 22 लाख नए डीमैट खाते लोगों ने खुलवाए हैं. इसके बाद देशभर में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 10 करोड़ के पार निकल गई है.
2.5 साल में दोगुने हो गए डीमैट खाते
लेकिन ये नंबर कैसे वाकई महत्वपूर्ण और बड़ा है इसको समझने के लिए इसकी तुलना प्री-कोविड साल से करनी होगी. कोरोना के पहले तक देश में केवल 4.9 करोड़ डीमैट खाते थे. लेकिन जिस तरह से 2020 की शुरुआत से लेकर अक्टूबर 2021 तक भारतीय शेयर बाजार ने दुनियाभर के शेयर मार्केट्स के मुकाबले शानदार प्रदर्शन किया, उसे देखते हुए लोगों का भरोसा इस बाजार पर बढ़ा है.
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यही नहीं रूस-यूक्रेन युद्ध के बावजूद भारतीय शेयर बाजार को दूसरे बाजारों से कम नुकसान हुआ है. युद्ध का असर कमजोर पड़ने के बाद जुलाई से तो निवेशक फिर से शेयर बाजार की तरफ लौटने लगे हैं. इस सबके असर से भी डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार बढ़ी है.
जून के बाद से फिर बढ़ी डीमैट खातों की रफ्तार
इस कारोबारी साल का हाल देखें तो अप्रैल में कुल डीमैट खातों की संख्या 9.21 करोड़ थी. वहीं मई में ये 9.48 करोड़, जून में 9.65 करोड़, जुलाई में 9.83 करोड़ और अब अगस्त में पहली बार 10.05 करोड़ हो गई है. ये तेजी इक्विटी निवेशकों के बढ़ते भरोसे का दमदार सबूत है. भारत में डीमैट खाता खोलने के लिए CDSL और NSDL के पास जिम्मेदारी है.
आंकड़ों के मुताबिक CDSL के डीमैट खातों की संख्या अगस्त में बढ़कर 7 करोड़ के पार निकल गई, जो जनवरी 2020 के आंकड़े से 3 गुना से भी ज्यादा है. वहीं NSDL के पास करीब 2.9 करोड़ डीमैट खातों की जिम्मेदारी है. हालांकि एसेट्स अंडर कस्टडी यानी AUC के हिसाब से देखें, तो फिर CDSL के पास साढ़े 38 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं. जबकि NSDL के पास करीब 320 ट्रिलियन रुपये के AUC हैं, जो अप्रैल 2020 में 174 ट्रिलियन रुपये थे.
शेयर बाजार में 6 फीसदी से भी कम लोग करते हैं निवेश
हालांकि, 10 करोड़ से ज्यादा डीमैट खाते होने की एक वजह ये भी है कि कुछ लोगों के एक से ज्यादा डीमैट खाते हैं. अलग अलग ब्रोकर्स से डीमैट खाता खुलवाने की वजह से ये नंबर ज्यादा है. अनुमान है कि भारत में 6-7 करोड़ लोगों के पास डीमैट खाते होंगे. इनमें से भी सभी निवेश नहीं करते हैं, इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि कुल आबादी में से 6 फीसदी से भी कम लोग शेयर बाजार में निवेश करते होंगे. भारतीय निवेशक सीधे शेयर बाजार में निवेश करने के अलावा म्यूचुअल फंड्स, इंश्योरेंस और पेंशन फंड्स के जरिए भी इक्विटी में रकम लगाते हैं.
शेयर बाजार में फिर लौट रही है तेजी
अक्टूबर 2021 के बाद जून 2022 तक फेड रिजर्व के ब्याज बढ़ाने, महंगाई में तेजी आने और रूस-यूक्रेन युद्ध के असर से विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर बाजार से 33 अरब डॉलर निकाले थे. लेकिन अब मौजूदा जुलाई-सितंबर तिमाही में एक बार फिर से विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में लौटने लगे हैं.
इस तिमाही में अभी तक विदेशी निवेशकों ने 7.6 अरब डॉलर भारतीय इक्विटी बाजारों में लगाए हैं. सेंसेक्स भी अब अक्टूबर 2021 के ऑल टाइम हाई से महज 5 फीसदी पीछे है. वैसे भी भारतीय शेयर बाजारों ने वैश्विक बाजारों के मुकाबले जबरदस्त प्रतिरोधक क्षमता दिखाई है. इस साल एसएंडपी 500 18 फीसदी कमजोर हुआ है तो निफ्टी 1.8 प्रतिशत बढ़ा है.
रिटेल निवेशकों के भरोसे बढ़ रहा है शेयर बाजार
FPIs ने जब भारतीय बाजारों से पैसा निकाला, तो दुनिया के बाकी शेयर बाजारों के मुकाबले यहां पर कम गिरावट की वजह रही रिटेल निवेशकों की बढ़ती हिस्सेदारी. IPO मार्केट ने भी रिटेल निवेशकों को शेयर बाजार की तरफ लगातार आकर्षित किया है.
यहां तक की अप्रैल-जून तिमाही में जब जून में डीमैट खाते खुलवाने की रफ्तार 16 महीने के निचले स्तर पर लुढ़क गई थी, तब भी उस महीने 18 लाख डीमैट खाते खुलवाए गए थे. रिटेल निवेशकों की इक्विटी मार्केट में सीधी बढ़ती हिस्सेदारी और SIP के जरिए पैसा लगाने की चाहत ने भारतीय शेयर बाजार को दुनिया के सबसे आकर्षक बाजारों में शुमार किया हुआ है.
यह छोटा सा काम करके शेयर बाजार से कमा सकते हैं करोड़ों
नोएडा. हर शख्स की कम समय में ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाने की चाहत होती है। अगर आप भी कम समय में ज्यादा पैसा कामाना चाहते हैं तो आप की यह चाहत शेयर बाजार (Share market) से पूरी हो सकती है। अब सवाल पैदा होता है कि शेयर बेजार में काम कैसे शुरू की जाए। यानी शेयर बाजार में निवेश और ड्रेडिंग (Trading and Investment in stock market) के करने से पहले क्या करना पड़ता है। आइए आज हम आपके इन ही उलझनों को दूर कर ये बताएंगे कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग और निवेश कैसे कर सकते हैं।
Open mStock Zero Brokerage Demat Account – कैसे खोलें mstock का डीमैट खाता?
mStock Zero Brokerage Demat Account
दोस्तों आज हम आपको एक ऐसे डीमेट अकाउंट के बारे में बताने जा रहे हैं।जो आपसे किसी भी प्रकार का कोई भी ब्रोकरेज नहीं ले रहा है। जी हाँ आपने बिल्कुल सही पढ़ा है “Zero Brokerage Demat Account”
आपको बताते हुए हमें बेहद खुशी हो रही है। Mirae Asset लेकर आया है “mstock Zero Brokerage Demat Account” इस डीमैट अकाउंट में इक्विटी डिलीवरी, इंट्राडे, फ्यूचर एंड ऑप्शंस ट्रेड्स, म्यूच्यूअल फंड्स, आईपीओ, करेंसी ट्रेड्स और इमार्जिन किसी भी प्रकार के ट्रेड पर कोई ब्रोकरेज चार्ज नहीं लिया जाता है।
mStock Lifetime Free Demat Account
यदि आप m.stock में Zero Brokerage Demat Account खोलना चाहते हैं, तो आपको लाइफ टाइम के लिए एक बार ₹999 का शुल्क अदा करना होगा। उसके बाद कभी भी m.stock द्वारा किसी भी प्रकार का कोई भी वार्षिक चार्जेज, त्रैमासिक चार्जेज नहीं लिया जाएगा। ना ही आपको किसी भी प्रकार के ट्रेड पर कोई भी ब्रोकरेज चार्जेज देने होंगे।
mStock Refer Earn Money
m.stock में डीमैट अकाउंट खोलने के बाद यदि आप अपने ₹999 वापस चाहते हैं। तो आपको अपने 3 दोस्तों को m.stock में डीमैट अकाउंट ओपन करवाना होगा। पहला अकाउंट ओपन करवाने पर आपको ₹333 का कैशबैक सीधा आपके बैंक अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा। ठीक उसी प्रकार आपको आगे अपने दो दोस्तों के अकाउंट और खुलवाने हैं। जिससे आपके द्वारा दिया गया ₹999 का शुल्क आपके खाते में आ जाएगा। और आपने अपने जिस दोस्त का अकाउंट ओपन करवाया है। उसे भी ₹149 का कैशबैक उसके बैंक अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा।
डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट
डीमैट अकाउंट क्या होता है?
डीमेट शब्द ‘डीमैटेरियलाइजेशन’ से लिया गया है, जिसका तकनीकी मतलब किसी वस्तु से उसकी फिजिकल फॉर्म को हटाना है। यदि हम शेयर मार्केट की बात करें तो शेयरों का डीमैटेरियलाइजेशन मतलब फिजिकल शेयर पेपर्स को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में बदलना। इसीलिए डीमेट अकाउंट जो कि वर्चुअल लॉकर है, और बैंक अकाउंट के समान ही कार्य करता है। लेकिन डीमैट अकाउंट आपके फाइनेंशियल सम्पति जैसे बॉन्ड, शेयर्स, सोवेरेइन गोल्ड बॉन्ड आदि को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखता है।
ट्रेडिंग अकाउंट क्या होता है?
डीमैट अकाउंट और ट्रेडिंग अकाउंट समान नहीं होते हैं डीमैट अकाउंट वह होता है। जो सिक्योरिटीज होल्ड करने के लिए काम आता है। जबकि ट्रेडिंग अकाउंट वह होता है जहां पर शेयर्स की बाइंग और सेलिंग की जाती है।
m.stock का डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट कैसे खोलें?
m.stock में डीमैट अकाउंट खोलने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें-
1. सबसे पहले अपना मोबाइल नंबर एंटर करें।
2. उसके बाद ऐड्रेस प्रूफ, आईडेंटिटी प्रूफ, पैन नंबर और डेट ऑफ बर्थ को वेरीफाई करें।
3. उसके बाद ₹999 वाला पेमेंट ऑप्शन चुने एवं उसका भुगतान करें।
4. उसके बाद अपने बैंक अकाउंट से संबंधित पूरी जानकारी डालें।
5. उसके बाद डीमेट अकाउंट ओपन करने के फॉर्म को ईसाइन करें।
6. ऊपर दिए गए सभी स्टेप्स पूरा करने के बाद आपका डिमैट अकाउंट 24 घंटे के अंदर खोल दिया जाएगा और आपके खाते के लॉगइन क्रैडेंशियल्स की जानकारी आपके रजिस्टर ईमेल एड्रेस पर दे दी जाएगी।
डिमैट अकाउंट कैसे खोलें। How to open demat account in Hindi
आज के समय में आपको डिमैट अकाउंट खुलवाने से संबंधित किसी भी प्रकार के दस्तावेजों को ऑफलाइन या किसी हेड ऑफिस में जमा करवाने की आवश्यकता नहीं होती है आज की एडवांस टेक्नोलॉजी इतनी विकसित हो चुकी है कि आपक घर बैठे ही किसी विश्वसनीय ब्रोकरेज के साथ डिमैट अकाउंट खोल सकते हैं।
ऑनलाइन डिमैट अकाउंट कैसे खोलें
परंतु डीमैट खाता खोलने से पहले कई महत्वपूर्ण घटको पर विचार करना आवश्यक हैं जैसे अच्छा स्टॉक ब्रोकरेज ढूंढना।जिस की सुविधा सरल और शुल्क भी कम तथा ग्राहक को call support सुविधा उपलब्ध कराए।तथा जिसका प्लेटफार्म सरल व तेजी से काम करने वाला होना चाहिए
आइए स्टार्ट करते हैं डिमैट खाता खोलने की प्रक्रिया। सबसे पहले आपको एक अच्छा स्टॉक ब्रोकर चुनना होगा। जिसके माध्यम से आप ट्रेड और निवेश करेंगे।
करंट सिनेरियो मैं स्टॉक ब्रोकर के 3 प्रकार है जिसमें आप खाता खोल सकते है।
1 बेस्ट स्टॉक ब्रोकर चुने
1. बैंक-बेस्ड स्टॉक ब्रोकर
2. फुल सर्विस स्टॉक ब्रोकर
3. डिस्काउंट स्टॉक ब्रोकर
जब आप यह तय करने में सक्षम हो जाते हैं की हमें किस स्टॉक ब्रोकर के साथ डिमैट अकाउंट खोलना हैउसके पश्चात आपको कॉल बैक सेट करना होगा। और उससे संबंधित
यदि आप डिलीवरी सेगमेंट मेंट्रेड करना चाहते हो तोआपके द्वारा खरीदे गए शेयर डिमैट अकाउंट में जमा हो जाएंगे। ऐसे मामले में पीओए पर हस्ताक्षर करना आवश्यक है
ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों को खरीदने और बेचने के लिए उपयोगी है तथा डिमैट अकाउंट निवेशको / निवेश की गई अमाउंट व शेयरों की स्क्रिप्ट बनाए रखने के लिए उपयोग में लाया जाता है
जीरोधा डीमैट खाता खोलने के लिए ग्राहक को निम्न दस्तावेज अपलोड करने आवश्यक होते हैं जो निम्न प्रकार है
सेबी के दिशा निर्देशों के अनुसार IPV डिपॉजिटरी पार्टिसिपेट ( depository participate) दस्तावेजों और अन्य विवरणों को जांच करने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत मोबाइल या लैपटॉप की स्क्रीन पर एक ओटीपी (OTP) दिखाया जाएगा। OTP को कागज पर नोट करें और वेबकैम या मोबाइल फोन के सामने रखें।
Step 9 इस स्टेप में आपको अपने signature दर्ज करना होगा उसके पश्चात आधार के साथ डिजिटल रूप से साइन करें।
Step 10 इस Step में सभी दस्तावेजों को Submit करना है अपने बैंक अकाउंट प्रमाण, signature, income proof आधार कार्ड पैन कार्ड अन्य सभी दस्तावेज को scan । यदि सभी दस्तावेज लागू हो।
Step 11 इस स्टेप में आपको e-sign करना Share market में अकाउंट कैसे खोलें होगा esign इक्विटी पर टेप करें और आगे बढ़े। Registered mobile number पर security कोड प्राप्त होगा तथा उसे दर्ज करें। और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
Step 12 अगली window ओपन करें और अपने आधार नंबर दर्ज करें checkbox पर टिक मार्क करें और और OTP request बटन पर क्लिक करें। इससे प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
Step 13 डिमैट के लिए जीरोधा POA (power of Attorney) फार्म डाउनलोड करें तथा फॉर्म को fill करें इसके बाद फार्म को अपलोड करें या कूरियर करें या डाक द्वारा भेजे।
Step 14 आपकी डिमैट अकाउंट खोलने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। अब आपका यह फॉर्म अप्रूवल के लिए जाएगा। जब जीरोधा की तरफ से आपके अकाउंट को अप्रूवल मिल जाएगा। उसके पश्चात आपकी मेल आईडी पर आईडी और पासवर्ड भेज दिए जाएंगे।
आपको पता है आज के जमाने में ऑनलाइन डिमैट अकाउंट खोलना कितना आसान हो गया है लेकिन आपको यह जानना जरूरी है। की डिमैट अकाउंट खोलने कीी उमर कम से कम 18 वर्ष होनी चाहिए
यदि आप 18 वर्ष से कम उम्र के हो तो भी आप डिमैट अकाउंट ओपन कर सकते हैं लेकिन इसके संरक्षण या संचालन आपके अभिभावक माता या पिता द्वारा किया जाएगा
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