उदाहरण- अगर हम शेयर मार्केट में शेयर्स खरीदते हैं तो कोई दूसरा व्यक्ति उन शेयर्स को बेच रहा होगा. मान लीजिए कि आपने किसी होलसेल स्टोर से कोई सामान 50 खरीदा और उसके बाद में उसका दाम बढ़ने पर आपने उसे 60 रूपये में बेच दिया तो इसे ट्रेडिंग कहा जायेगा. वैसे तो Trading को काफी रिस्की कहा जाता है क्योंकि इसमें किसी को ये नही पता होता है कि कुछ समय बाद शेयर के भाव में क्या उतार-चढाव आएगा.

ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है

ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त इन बातों का जरूर रखें ध्‍यान, जरा सी लापरवाही पड़ेगी भारी

  • Money9 Hindi
  • Publish Date - July 7, 2021 / 01:02 PM IST

ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त इन बातों का जरूर रखें ध्‍यान, जरा सी लापरवाही पड़ेगी भारी

आईपीओ से जुटाई राशि और फीस का अनुपात देखें तो सबसे ज्यादा अनुपात अमी ऑर्गेनिक्स का है. लीड मैनेजर्स ने अमी ऑर्गेनिक्स के मामले में जुटाई गई राशि की 7.3% फीस वसूल की

कैपिटल मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) आसान तरीका है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के बहुत फायदे है, लेकिन इसमें आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है, क्योंकि छोटी सी गलती या लापरवाही आपको काफी नुकसान पहुंचा सकती है. चूंकि ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) एक क्लिक पर संभव है, इसलिए निवेश करना इतना आसान होता है कि लोग अक्सर निवेश के पहलू और इसमें शामिल जोखिमों को भूल जाते हैं. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) करते वक्त कुछ बातें ध्यान में रखने से आपको सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने में और सभी संभावित जोखिमों के खिलाफ खुद को तैयार ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें और शिक्षित करने में मदद मिलेगी. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) का आनंद लें, लेकिन सुरक्षित और निर्बाध ट्रेडिंग के लिए क्या करें और क्या न करें, इस पर भी नज़र रखें. यहां हम ऐसी कुछ बातें समजने का प्रयास करेंगे जो ओनलाइन ट्रेडिंग में आपके काम आ सकती है.

ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त क्या ध्यान रखना चाहिए

– यदि आप ट्रेडिंग की दुनिया में नए है तो पहला कदम खुद को शिक्षित करने का होना चाहिए. ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए निवेश शुरू करने का निर्णय लेने से पहले यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है. इसके साथ जुडे लोगों से बात करें और प्लस एवं माइनस पॉइन्ट्स को समजने की कोशिश करे.
– अपने ट्रेडिंग अकाउंट को हैकिंग के खतरे से बचाने के लिए नियमित रूप से पासवर्ड बदलते रहे औऱ आपको अपने ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए दोहरे प्रमाणीकरण पर जोर देना चाहिए.
– सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता एक निर्बाध श्रृंखला में जुड़ा हुआ है. ऐसा करने से बैंक खाते और डीमैट खाते में डेबिट और क्रेडिट सहजता से होता रहेगा.
– अपने डीमैट खाते से ओटोमेटिक डेबिट के लिए पावर ऑफ एटर्नी करवा ले. इस तरह, आपको हर बार अपने डीमैट खाते से शेयर बेचने पर डेबिट निर्देश पर्ची (DIS) जमा करने से छूटकारा मिलेगा.
– ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें जब आपकी ट्रेड बुक अपडेट हो जाती है, तो इसे अपने इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रैक्ट नोट से दैनिक आधार पर क्रॉस चेक जरूर करें.
– अपने प्रोफिट स्टेटमेंट को अपने खाता बही से भी जांचें औऱ सुनिश्चित करे कि आपके खाते से जितने भी शुल्क डेबिट किए गए हैं वो किस तरह के चार्जिस के तहत आते है.

Stock Market Trading: बेस्ट करियर ऑप्शन में से एक है स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग, जानें कैसे करें कोर्स

word-stocks-decreasing-coins

Image credit: freepik

  • स्टॉक मार्केट क्यों है बेस्ट करियर ऑप्शन?
  • जानें कोर्स के लिए कौन-सी योग्ताएं हैं जरूरी
  • इस फील्ड में जॉब करने से मिलते हैं कई फायदे
  • आप अपने खुद के मालिक हो सकते हैं।
  • करेक्ट नॉलेज और स्ट्रेटजी के साथ, आप मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते हैं।
  • आप कैश मार्केट (cash market) से डेरिवेटिव मार्केट (derivative market) तक बढ़ सकते हैं और लीवरेज को अपना फ्रेंड बना सकते हैं
  • आप रिसर्चर या ट्रेनर भी बन सकते हैं
  • आप सेबी पंजीकृत निवेश सलाहकार (SEBI registered Investment Advisor) या सेबी ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषक (SEBI registered Research Analyst) बन सकता है और कंसल्टिंग कर सकते हैं।

आपके पास भी एक से ज्यादा Demat हैं? जानिए शेयरों को एक से दूसरे अकाउंट में कैसे करें ट्रांसफर

Demat Account Transfer: अगर आपके पास भी एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट हैं तो आप अपने शेयरों या होल्डिंग्स को एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में शेयर कर सकते हैं. इसके लिए आप मैन्युअली ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें या ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं.

Demat Account - शेयर बाजार (Share Market) में पैसा लगाने के लिए डीमैट अकाउंट का होना बहुत जरूरी है. बिना डीमैट (Demat) के आप ना ही कोई शेयर खरीद सकते हैं और ना ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. Demat के साथ सबसे खास बात यह है कि आप एक से ज्यादा डीमैट अकाउंट खोल सकते हैं और अलग-अलग डीमैट में अपने शेयर या होल्डिंग रख सकते हैं. लेकिन अगर आप अपने सभी शेयर को एक अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहते हैं तो वो भी ऑप्शन आपके पास है.

कैसे एक Demat से दूसरे अकाउंट में करें शेयर

एक डीमैट अकाउंट से दूसरे अकाउंट में अपने शेयर या होल्डिंग को ट्रांसफर करने के लिए आप दो तरीके से अपना सकते हैं. इसके लिए आप मैन्युअली या ऑनलाइन तरीका अपना सकते हैं.

इसके लिए आपको अपने ब्रोकर से डिलिवरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) लेनी होगी. इस डीआईएस में शेयरों को ट्रांसफर करने से जुड़ी जरूरी सूचना दी हुई होगी, जिसे आपको भरना होगा और इसके बाद ही शेयर ट्रांसफर हो पाएंगे.

  • बेनेफिशयरी ब्रोकर आईडी- ये ब्रोकर की 16 डिजिट की आईडी होगी. इस स्लिप में आपको मौजूदा और नए ब्रोकर दोनों की आईडी देनी होगी
  • इंटरनेशनल सिक्योरिटीज आइडेंटिफिकेशन नंबर- ये अलग-अलग शेयरों की पहचान करने के लिए बनाई जाती है और स्लिप में इसे ध्यान से भरा जाता है क्योंकि जो आईडी आपने भरी होगी, वही शेयर ट्रांसफर किए जाएंगे
  • ट्रांसफर की तरीका- अगर आपको इंट्रा-डिपॉजिटरी ट्रांसफर करना है तो आपको ऑफ मार्केट चुनना होगा. अगर नहीं, तो दूसरा इंटर-डिपॉजटरी विकल्प चुनना होगा.

स्विंग ट्रेडिंग के फायदे

अगर आप नये हो तो सुरुवात मे आपको यही ट्रेडिंग करनी चाहिए तभी आप अच्छा स्टॉक select कर पाओगे और शेअर मार्केट के उतार और चढाव के बारे मे आसानी से और बारीकीसे जान पाओगे

स्विंग ट्रेडिंग मे अगर आप अच्छे स्टॉक को नही चुन, पाओगे तो आपको लॉस ही होगा क्यूकी इस ट्रेडिंग मे अच्छे स्टॉक को चूनना बेहद जरूरी है ताकी आप ज्यादा दिन तक अच्छे से स्टॉक मे invest कर सके

Short term trading शॉर्ट ट्रम ट्रेडिंग

जब कोई ट्रेडिंग कुछ हप्तो से लेकर कूछ महिनो मे complete होता है.उसे शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग मे एक active trade investment हे आपको इसमे अपने स्टॉक पर नजर रखनी पडती है तभी आप अपने स्टॉक को minimise कर सकते है

वैसे तो इस ट्रेडिंग मे आप अगर पुरी research के साथ stock स्सिलेक्ट करोगे तो आप अपने लॉस ओर प्रॉफिट को मिनिमाईज कर पावोगे

शॉर्ट ट्रेडिंग के नुकसान

अगर आप किसीके कहने पर या YouTube पर video देखकर किसी स्टॉक को खरीद लेते हो तो आपको पक्का लॉस ही होगा क्युकी आप जिस किसी भी स्टॉक को ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें सिलेक्ट करते हो ऊस कंपनी के fundamentals के बारे मे हि आपको पता नही होता तभी आप लॉस मे जाते हो

अब आप इसके नाम से ही जान गये होंग आखिर लॉंग टर्म ट्रेडिंग क्या है. इस ट्रेडिंग में आप जो कोई स्टॉक एक साल या उससे ज्यादा के लिये खरीद लेते हो उसे लॉंग टर्म ट्रेडिंग कहा जाता है

ट्रेडिंग क्या होती है? | ट्रेडिंग कैसे करें?

Trading kya hai in hindi

दोस्तों आप में से बहुत से लोग स्टॉक मार्केट में शेयर्स को खरीदने और बेचने का काम करते होंगे लेकिन क्या आपको पता है कि ट्रेडिंग क्या होती है और इसके बारे में पूरी जानकारी है अगर नही?, तो आइये आज हम आपको ट्रेडिंग के बारे में पूरी जानकारी देते है तो जो कैंडिडेट इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते है वो हमारे इस आर्टिकल को पूरा जरुर पढ़े.

Trading kya hai in hindi

Image Credit: Shutterstock

ट्रेडिंग क्या है (What is Trading in Hindi)

ट्रेडिंग एक तरह का बिज़नस होता है किसी भी चीज़ को कम दाम में खरीदना और उसके दाम बढ़ जाने पर उसे बेच देना ट्रेडिंग कहलाता है. ट्रेडिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी चीज़ को खरीद कर कम समय में लाभ कमाना होता है, इसीलिए ट्रेडिंग सबसे ज्यादा शेयर मार्किट में की जाती है और लोग डेली शेयर पर ट्रेडिंग करके हजारों और लाखों रूपये कमाते है.

Stock Market Trading भी इसी तरह का होता है जहाँ हम किसी वस्तु को खरीदते और बिक्री में फायदा लेते हैं ठीक उसी तरह स्टॉक मार्केट में वस्तु की जगह कंपनियों के शेयर को खरीद और बिक्री करके प्रॉफिट कमाया जाता है, ट्रेडिंग का समय 1 साल होता है यानि कि 1 साल के अंदर शेयर को खरीदना और बेचना होता है लेकिन अगर एक साल के बाद खरीदे गये शेयर्स को बेचते हैं तो इसे निवेश कहा जाता है यह एक तरह का ऑनलाइन बेस्ड बिजनेस होता है.

ट्रेडिंग कैसे करें?

ट्रेडिंग करना बहुत ही आसान होता है, ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट एवं डिमैट अकाउंट होना चाहिए, क्युकी ट्रेडिंग अमाउंट एवं डिमैट अकाउंट के बिना आप ट्रेडिंग नही कर सकते हैं. उसके बाद आपको ट्रेडिंग अकाउंट की मदद से शेयर मार्केट से शेयर को कम दामों में खरीदना होता है और उस शेयर की कीमत बढ़ जाने पर उसे ज्यादा दाम में बेच कर मुनाफा कमाना होता है.

शेयर मार्केट ट्रेडिंग मुख्यतः 4 तरह की होती है?

इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग होती है जो एक ही दिन के अंदर की जाती है, इसमें एक ही ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग क्या है और इसे कैसे करें दिन के अंदर शेयर्स को मार्केट में खरीदा और बेचा जाता हैं. एक ही दिन के अंदर की जाने वाली इस ट्रेडिंग को हम इंट्राडे ट्रेडिंग या फिर डे ट्रेडिंग भी कह सकते है.

आज आपने क्या सीखा?

हमे उम्मीद है कि हमारा ये (Trading kya hai in hindi) आर्टिकल आपको काफी पसन्द आया होगा और आपके लिए काफी यूजफुल भी होगा क्युकी इसमे हमने आपको ट्रेडिंग से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है.

हमारी ये (Trading kya hai in hindi) जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताइयेगा और ज्यादा से ज्यादा लोगो के साथ भी जरुर शेयर कीजियेगा.

रेटिंग: 4.98
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 310