Paramparagat Krishi Vikas Yojana : भारत सरकार 2015-16 से समर्पित योजना अर्थात् paramparagat krishi vikas yojana के माध्यम से देश में जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है। यह योजना जैविक किसानों यानी उत्पादन से लेकर प्रमाणन और विपणन तक को अंत तक समर्थन देने पर जोर देती है। जैविक किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रसंस्करण, पैकिंग, विपणन सहित फसलोत्तर प्रबंधन सहायता को paramparagat krishi vikas yojana का अभिन्न अंग बनाया गया है।

संचय वितरण संकेतक क्या है?

डी.के. बासू बनाम स्टेट आॅफ वेस्ट बंगाल के मामले में माननीय, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किसी भी गिरफ्तारी के मामले में निम्नलिखित दिशा निर्देश का पालन करना अपेक्षित है ।

    • गिरफ्तारी का कार्य कर रहे पुलिस अधिकारी, गिरफ्तारी के समय, गिरफ्तारी का एक ज्ञापन पत्र तैयार करेगा और यह ज्ञापन-पत्र दो गवाहों द्वारा अनुप्रमाणित किया जाएगा जो गिरफ्तार व्यक्ति के परिवार के सदस्य या जिस क्षेत्र से गिरफ्तारी की गई है उस क्षेत्र का कोई सम्मानित व्यक्ति हो सकता है । संचय वितरण संकेतक क्या है? यह भी हिरासत द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित किया जाएगा तथा इस पर गिरफ्तारी का समय तथा तिथि दर्ज होगा।
    • वह व्यक्ति जिसकी गिरफ्तारी की गई है या रोक कर रखा गया है तथा किसी पुलिस थाना या पूछताछ केन्द्र या अन्य हवालात में अभिरक्षा में रखा जा रहा है, एक दोस्त या रिष्तेदार या उनको जानने या उनका भलाई चाहने वाले व्यक्ति को जितनी जल्दी हो सके सूचित किए जाने का अधिकार प्राप्त होगा, कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और किसी विषेष स्थान पर रोक कर रखा गया है, जब तक कि गिरफ्तारी के ज्ञापन पत्र को अनुप्रमाणित करने वाला गवाह स्वयं, गिरफ्तार व्यक्ति का ऐसा दोस्त या रिश्तेदार नहीं होता ।
    • पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का समय, स्थान, गिरफ्तार व्यक्ति की अभिरक्षा का स्थान आवश्य ही अधिसूचित किया जाएगा । जहाँ गिरफ्तार व्यक्ति संचय वितरण संकेतक क्या है? का अन्य दोस्त या रिश्तेदार जिला या शहर से बाहर रहता है जिला में कानूनी सहायता संगठनों तथा संबंधित क्षेत्र के पुलिस थानाों के माध्यम से गिरफ्तारी के 8 से 12 घंटे के भीतर टेलीग्राम के माध्यम से अधिसूचित किया जाएगा ।
    • गिरफ्तार व्यक्ति को, अपनी गिरफ्तारी या हवालात की सूचना, अपने किसी मित्र को गिरफ्तारी या हवालात मे रखे जाने के तुरंत बाद से सूचित किए जाने के अधिकार से अवष्य ही अवगत कराया जाएगा ।
    • हवालात के स्थान पर व्यक्ति के गिरफ्तारी के संबंध में खुलासा करते हुए उस व्यक्ति के अन्य मित्र जिसे गिरफ्तारी की सूचना दी गई थी तथा पुलिस अधिकारी का नाम तथा स्थान का विवरण जिनकी अभिरक्षा में गिरफ्तार व्यक्ति को रखा गया है, डायरी में दर्ज किया जाएगा ।
    • यदि गिरफ्तार व्यक्ति के शरीर में कोई छोटा या बड़ा जख्म विद्यमान रहता है, उनके निवेदन पर गिरफ्तारी के समय उसकी जाँच की जाएगी तथा इसे रिकार्ड किया जाएगा । गिरफ्तार व्यक्ति तथा गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकरी दोनों के द्वारा निरीक्षण ज्ञापन में हस्ताक्षर किया जाएगा और इसकी प्रति गिरफ्तार व्यक्ति को मुहैया कराई जाएगी ।
    • गिरफ्तार व्यक्ति को हवालात में रखने के दौरान प्रत्येक 48 घंटे में अनुमोदित डाक्टरों की सूची से एक डाॅक्टर द्वारा या निदेशक, स्वास्थ्य सेवा द्वारा संबंधित राज्य या संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन के लिए नियुक्त डाॅक्टर द्वारा चिकित्सा जाँच किया जाएगा । निदेशक स्वास्थ्य सेवा, सभी तहसीलों और जिलों के लिए ऐसी एक सूची तैयार करेगा।
    • उपरोक्त के संचय वितरण संकेतक क्या है? संचय वितरण संकेतक क्या है? संदर्भ में, गिरफ्तारी के ज्ञापन सहित सभी दस्तावेजों की प्रतियाँ मजिस्ट्रेट को रिकाॅर्ड हेतु भेजा जाना होगा ।
    • गिरफ्तार व्यक्ति को, पूछताछ के दौरान अपने वकील से मिलने की अनुमति दी जाएगी, तथापि संपूर्ण पूछताछ के दौरान नहीं ।
    • सभी जिला और राज्य मुख्यालयों में एक पुलिस नियंत्रण कक्ष उपलब्ध कराया जाएगा जहाँ गिरफ्तारी तथा गिरफ्तार व्यक्ति की अभिरक्षा के स्थान के संबंध में गिरफ्तार करने वाले अधिकारी द्वारा, गिरफ्तारी के 12 घंटों के भीतर सूचना प्रदान किया जाएगा तथा पुलिस नियंत्रण कक्ष में सुप्रकट सूचना पट्ट में प्रदर्शित किया जाएगा।

    गिरफ्तारी के संबंध में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एन.एच.आर.सी.) द्वारा जारी दिशानिर्देश

    गिरफ्तारी का अर्थ गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की स्वतंत्रता को प्रतिबंधित करना है अतएव, यह मानव के स्वतंत्रता के मूलभूत अधिकार का उल्लंघन करता है । तथापि भारतीय संविधान के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार कानून, कानून तथा व्यवस्था बनाए रखने हेतु अपनी प्राथमिक भूमिका के एक हिस्से के रूप में किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने हेतु राज्य की शक्तियों को मान्यता प्रदान करता है । संविधान में, विधि द्वारा स्थापित न्यायसंगत निष्पक्ष तथा तर्क संगत पद्धति अपेक्षित है जिसके तहत ही स्वतंत्रता का वंचन अनुज्ञेय है । यद्यपि संविधान के अनुच्छेद 22(1) में उपबंधित है कि गिरफ्तारी के अधीन प्रत्येक व्यक्ति को जितनी शीघ्र हो सके गिरफ्तारी के कारण की सूचना दी जाएगी तथा उन्हें अपने पंसद के वकील से परामर्श करने के अधिकार से वंछित नहीं किया जाएगा तथा दंड प्रक्रिया संहिता 1973 (सी.आर.पी.सी.) की धारा 50 में किसी व्यक्ति को गिरफ्तार करने वाले पुलिस अधिकारी से अपेक्षित है कि ‘‘अपराध का पूर्ण विवरण जिसके लिए उसे गिरफ्तार किया गया है या ऐसे गिरफ्तारी की किसी अन्य वजह की सूचना तुरंत देगा’’ । वास्तव में इन अपेक्षाओं का पालन नहीं किया जाता । इसी तरह, गिरफ्तार व्यक्ति को न्यायालय में शीघ्र पेष करना संविधान (अनुच्देद 22(2) तथा सी.आर.पी.सी. (धारा 57) दोनों में अनिवार्य है, का भी सख्ती से पालन नहीं किया जाता ।

    ईवीएस में आकलन का संकेतक है-

    Key Points

    प्राथमिक स्तर पर ईवीएस में आकलन के लिए संकेतक निम्न को सम्मिलित करते हैं: -

    • अवलोकन और विवरण करना (रिकॉर्डिंग) - रिपोर्टिंग, वर्णन और ड्राइंग, चित्र-पठन, चित्र, तालिका और मानचित्र बनाना।
    • चर्चा - सुनना, बात करना, राय व्यक्त करना, दूसरों से खोजना
    • अभिव्यक्ति - चित्र बनाना, शारीरिक गति, रचनात्मक लेखन आदि।
    • व्याख्या – तर्क करना, तार्किक संबंध बनाना
    • वर्गीकरण - वर्गीकरण, समूहीकरण, विषमता और तुलना
    • संचय वितरण संकेतक क्या है?
    • प्रश्न करना - जिज्ञासा व्यक्त करना, गहन चिंतन, विकासशील प्रश्न
    • विश्लेषण - पूर्वानुमान करना, परिकल्पना करना और अनुमान लगाना
    • प्रयोग - सुधार करना, चीजें बनाना और प्रयोग करना
    • न्याय और समानता के लिए चिंता - वंचितों या अलग-अलग विकलांगों के प्रति संवेदनशीलता, पर्यावरण के लिए चिंता दिखाना
    • सहयोग - जिम्मेदारी लेना और पहल करना, साझा करना और एक साथ काम करना।

    Advantages of Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022

    • जैविक खेती करने के इच्छुक किसानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रेरक कारक है।

    • इस paramparagat krishi vikas yojana के तहत किसानों को पूर्ण वित्तीय सहायता मिलेगी।

    • योजना की मदद से खेती अधिक टिकाऊ हो जाएगी क्योंकि इसमें आधुनिक तरीकों और पारंपरिक प्रणालियों का मिश्रण है।

    • मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए किसानों के पास पर्याप्त संसाधन होंगे।

    • यह योजना क्लस्टर बनाने, अधिक इनपुट प्राप्त करने, संचय वितरण संकेतक क्या है? क्षमता निर्माण, विपणन और अन्य कार्यों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी जो मूल्य में वृद्धि कर सकते हैं।

    • पिछले कुछ वर्षों से यह योजना बिना रसायनों के खेती को विकसित करने में लाभकारी सिद्ध हुई है।

    • परम्परागत कृषि विकास योजना के तहत किसानों को ₹50000 प्रति हेक्टेयर की आर्थिक सहायता मिलेगी। यह लाभ जैविक खेती के लिए तीन साल के लिए है।

    Features of Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022

    • यह paramparagat krishi vikas yojana 2017-18 तक 20 हेक्टेयर (50 एकड़) के 10,000 क्लस्टर बनाने और लगभग दो लाख हेक्टेयर कृषि क्षेत्र को जैविक खेती के तहत लाने का लक्ष्य रखती है।

    • इस paramparagat krishi vikas yojana के तहत फंडिंग पैटर्न केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा क्रमशः 60:40 के अनुपात में है।

    • उत्तर पूर्वी और हिमालयी राज्यों के मामले में, 90:10 (केंद्र: राज्य) के अनुपात में केंद्रीय सहायता प्रदान की जाती है और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए, सहायता 100% है

    Application for Paramparagat Krishi Vikas Yojana 2022

    • सबसे पहले आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://pgsindia-ncof.gov.in/PKVY/index.aspx पर जाना होगा

    • आपके सामने कुछ इस तरह से होम पेज खुल कर आ जायेगा।

    • इस पोर्टल पर जैविक खेती, इनपुट आपूर्तिकर्ता, प्रमाणन एजेंसी (पीजीएस), और विपणन एजेंसियों में शामिल किसानों का विवरण उत्पादन से सम्बन्धित सुविधा प्राप्त करने के लिए आवेदन कर पाएंगे|

    • इस पोर्टल का उपयोग कर किसान PKVY / PGS समूह क्षमता निर्माण, जानकारी, विपणन चैनलों, अन्य समूहों के साथ संचार और संभावित उत्पादकों और उपभोक्ताओं को उनकी उपज का प्रत्यक्ष विपणन का लाभ प्राप्त कर सकते है।

    • दिए गए निर्देशों का पालन करे, किसान से सम्बंधित जानकारी को सही – सही भरें

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