Intraday Trading कैसे सीखें आसान तरीको से सीखें हिंदी में
Intraday Trading कैसे सीखें नमस्कार दोस्तों अगर आप भी शेयर मार्केट से जल्दी पैसा कमाना चाहते है तो आप Intraday Trading करके ही यह कर सकते है। Intraday Trading में मुनाफा काफी होता है तो इसमें loss को होने के चांस भी ज्यादा होते है इसलिए कई लोगों को तो Intraday Trading काफी अच्छी लगती है लेकिन कई लोग इससे बचने की भी सलाह देते है लेकिन अगर आप किसी भी काम को अच्छी तरह सीखने के पश्चात करते है तो आप Intraday Trading करके भी काफी अच्छा पैसा कमा सकते है।
जब भी कोई नया ट्रेडर ट्रेडिंग करना शुरू करता है तो वे ज्यादा पैसों के लालच में Intraday Trading करता है जिससे कई बार फायदा तो होता है लेकिन कई बार एक नुकसान में ही सारा फायदा चला जाता ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? है। अगर आप भी शेयर मार्केट में आना चाहते है और Intraday Trading से पैसे कमाना चाहते है तो इससे पहले लेख को पूरा पढ़कर Intraday Trading कैसे सीखें इसके बारे में जानकारी अवश्य प्राप्त करें।
Intraday Trading क्या है ?
भारतीय शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे से शुरू होकर साढ़े 3 बजे तक चलता है इस समय के दौरान शेयर लेना और बेचने की प्रक्रिया को Intraday Trading कहते है। जैसे राम ने सुबह पेटीएम के 10 शेयर 2000 रुपए की प्राइस में लिए अब उसे यह शेयर शाम को साढ़े 3 बजे से पहले बेचने होंगे चाहे उसे कितना भी प्रॉफिट हो या लॉस हो अन्यथा ब्रोकर द्धारा अपने समय अनुसार शेयर को सेल कर दिया जाएगा।
अगर आप Intraday Trading करके पैसे कमाना चाहते है तो आपको SNR Level,Indicator और Candlestick के बारे में जानकारी अवश्य होनी चाहिए जिससे आप मार्केट की स्तिथि को पहचान कर Intraday Trading कर सकते है और अच्छा प्रॉफिट कमा सकते है। वर्तमान में Intraday Trading से वहीं व्यक्ति पैसा कमा सकता है जिसके पास नॉलेज है न की सिर्फ एक बार सीखकर मार्केट से करोड़ो कमा सकते है।
Intraday Trading कैसे सीखें ?
- Intraday Trading सीखने के लिए आपके पास एक demate Account होना काफी जरूरी है ताकि आप हर दिन मार्केट को देख सकते है और उससे सीख सकते है।
- आप Upstox में फ्री डीमैट अकाउंट बनाकर आप Intraday Trading करना शुरू कर सकते है इसके लिए Upstox में Demat Account कैसे बनाए लेख को जरूर पढ़ें।
ऑनलाइन Intraday Trading से सीखें ?
दोस्तों वर्तमान में डिजिटल युग है और इंटरनेट पर सभी तरह की जानकारी उपलब्ध है और जहाँ से आप आसानी से Intraday Trading करना सीख सकते है। आपको यूट्यूब पर कई Intraday Trading वीडियो मिल जाएंगे और जिसमें से सबसे अच्छी तरह और सरलता से शेयर मार्केट के बारे में जानने के लिए आप प्रांजल कामरा सर के चैनल को देख सकते है जिनसे मैने भी शेयर मार्किट और Intraday Trading के बारे में काफी कुछ सीखा है
इसके अलावा Google पर कई ब्लॉग भी आपको Intraday Trading के बारे में देखने को मिलेंगे जिनके माध्यम से भी आप Intraday Trading को शुरू से सीख सकते है साथ ही कई E Book और पॉडकास्ट को सुनकर Intraday Trading करना शुरू कर सकते है।
पेपर ट्रेडिंग करके Intraday Trading सीखें ?
पेपर ट्रेडिंग Intraday Trading सीखने के लिए सबसे अच्छे तरीकों में से एक है अगर आप नए ट्रेडर है और सीधा पैसा मार्केट में लगाएंगे तो आपके लॉस होने के चांस काफी बढ़ जाएँगे इसलिए सबसे पहले पेपर ट्रेडिंग के माध्यम से Intraday Trading करना शुरू करें। आपको मार्केट खुलने पर वर्चुअल तरीके से शेयर खरीदने है जब मार्केट बंद हो जाए तो आपको सेलिंग और buying कीमत की गणना करके डेटा तैयार करना है जिसके आधार पर आप प्रॉफिट और लॉस देख सकते है
इसके पश्चात ऑन पेपर आप अपना बजट कितना भी बढ़ा सकते है जब आपके 100 में से 90 ट्रेड सही होने लगे तो आप प्रॉफिट वाले शेयर के साथ Intraday Trading की शुरुआत कर सकते है और पेपर ट्रेडिंग से जो भी अनुभव प्राप्त हुआ उसके माध्यम से लॉस से बचे और प्रॉफिट कमाए।
लालची न बने और धैर्य रखें
Intraday Trading से आप जरूर एक दिन में पैसे कमा सकते है लेकिन इससे पहले आपको धैर्य रखकर सीखना होगा और जब भी आप मार्केट रियल मनी लगाते है सीधा बड़े मुनाफे के बारे में नहीं सोचकर छोटे छोटे मुनाफे को अर्जित करना है। अगर आप पहले ट्रेड से ही करोड़ो को कमाने की सोचेंगे तो आप एक भी रुपया नहीं कमा पाएंगे बल्कि जो है वो भी चला जाएगा। जब आप Intraday Trading करके अनुभव हासिल कर लेंगे तो धीरे धीरे बड़ा प्रॉफिट भी हासिल कर लेंगे।
चार्ट को समझें
शेयर मार्केट में सफल होने के लिए आपको चार्ट को अच्छी तरह से समझना होगा जिससे आप indicator और candlestick को जान पाएँगे जिससे आप मार्केट की स्तिथि के बारे में पहले ही जान सकते है। आप किसी भी शेयर को लेने से पहले चार्ट देखकर उसकी स्तिथि जैसे ब्रेकआउट लेवल को देख सकते है इससे आप मार्केट की मूवमेंट को भांपकर उसमें इन्वेस्ट कर सकते है।
Overtrading करने से बचें
मैंने कई ऐसे लोगों को देखा है जो एक दिन काफी ट्रेडिंग करते है इससे लॉस होने के चांस काफी ज्यादा होता है वहीं चार्ज भी काफी ज्यादा लगता है जिससे आपको लॉस के साथ चार्ज के कारण भी काफी नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसलिए एक दिन में एक से दो ट्रेडिंग करें जिससे आपको अतिरिक्त चार्ज भी नहीं लगेगा और प्रॉफिट होने के चांस भी काफी ज्यादा बढ़ेंगे।
निष्कर्ष
उम्मीद है दोस्तों आपको यह लेख पसंद आया होगा और आपको Intraday Trading कैसे सीखें इसके बारे में जानकारी मिली होगी। दोस्तों Intraday Trading सीखने के लिए आप शेयर मार्केट से संबधित किताबें पढ़े इससे आपको काफी नॉलेज मिलेगा जिसके पश्चात आप प्रैक्टिस के लिए डीमैट Account बनाकर अपनी ट्रेडिंग जीवन को शुरू कर सकते है। इसके अलावा भी आपके मन में Intraday Trading कैसे सीखें या और कोई सवाल है तो उसे कमेंट बॉक्स में जरूर बताए।
दोस्तों इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी अब फेसबुक पर भी उपलब्ध है आपको पास में नजर आ रहे फेसबुक पेज को लाइक और फॉलो करना है और इसके साथ इंस्टग्राम आइकॉन पर क्लिक करके मेरा साथ देना ताकि ऐसी नई नई जानकारियाँ हिंदी में आप तक पहुंचाते रहुँ।
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Intraday Trading कैसे शुरू करें ?
Intraday Trading शुरू करने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत होगी जिसके माध्यम से आप शेयर खरीदेंगे और बेचेंगे।
डीमैट अकाउंट कैसे बनाए ?
डीमैट अकाउंट बनाने के लिए आपको Upstox App डाउनलोड करना है जिसके माध्यम से आप फ्री में डीमैट अकाउंट बना सकते और Intraday Trading कर सकते है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है? कैसे शुरू करें।
फॉरेक्स ट्रेडिंग से भले ही आप परिचित हों या नहीं, लेकिन लाभ प्राप्त करने का यानिकी निवेश से कमाई करने का यह भी एक शानदार तरीका है। इसलिए इसे समझने से पहले हमें यह समझना होगा की प्रत्येक देश की अपनी अलग अलग मुद्रा होती है। और प्रत्येक राष्ट्र की मुद्रा एक दुसरे के मुकाबले मूल्य के आधार पर कमजोर एवं मजबूत होती है। कहने का अभिप्राय यह है की इस वैश्वीकरण के युग में पूरी दुनिया में कहीं भी बिजनेस किया जा सकता है और इन्टरनेट ने इसे और आसान बना दिया है।
आज व्यक्ति चाहे तो भारत में बैठे बैठे विदेशी मुद्रा जैसे डॉलर, यूरो, पौंड इत्यादि कमा सकता है यह सब इन्टरनेट के कारण मुमकिन हुआ है। खैर इस लेख में हम केवल फॉरेक्स ट्रेडिंग पर ही अपना ध्यान आकर्षित करने की कोशिश करेंगे। वह इसलिए क्योंकि वर्तमान में फोरेक्स ट्रेडिंग भी कमाई करने का एक माध्यम बन सकता है। लेकिन यह कार्य व्यक्ति केवल किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही कर सकता है। हालांकि विभिन्न देशों की मुद्राओं के प्रति हमारा आकर्षण बचपन से ही पैदा हो जाता है।
इसलिए यदि हमारे पास भारत के अलावा किसी अन्य देश की मुद्रा कभी आती है तो हम उसे संग्रहित करना शुरू कर देते हैं। वयस्क होने पर मुद्राओं के प्रति यही आकर्षण हमें फॉरेक्स ट्रेडिंग के बारे में और जानने को उत्सुक करता है। लोगों की इसी उत्सुकता को ध्यान में रखते हुए आज हम फॉरेन करेंसी एक्सचेंज ट्रेडिंग के बारे में जानने का प्रयत्न कर रहे हैं।
फॉरेक्स ट्रेडिंग क्या है (What is Forex Trading in Hindi):
फॉरेक्स ट्रेडिंग में पहला शब्द फ़ॉरेक्स का अर्थ फॉरेन एक्सचेंज होता है। साधारण शब्दों में फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग का अर्थ एक दुसरे के बीच विभिन्न विदेशी मुद्राओं का व्यापार करना है अर्थात इस प्रक्रिया के अंतर्गत विभिन्न देशों की मुद्राओं में उनके मूल्य के घटते बढ़ते रहने के कारण व्यापार होता है। कोई भी व्यक्ति जो विदेशों से किसी भी प्रकार का कोई सौदा करना चाहता है उसे वह सौदा खरीदने के लिए उस देश की मुद्रा की आवश्यकता हो सकती है।
चाहे कोई छुट्टी पर भ्रमण करने के लिए गया हो, या फिर वह विदेश से कुछ खरीदना चाहता हो, या किसी सर्विस के लिए भुगतान कर रहा हो इत्यादि के लिए उसे उस देश की मुद्रा की आवश्यकता होती है। उदाहरणार्थ: अमेरिका में स्थित कॉलेज का शुल्क देने के लिए व्यक्ति को US Dollor की आवश्यकता हो सकती है, क्योंकि अमेरिका में स्थित कॉलेज भारतीय रूपये में फीस स्वीकार नहीं करेगा। इसलिए डॉलर में भुगतान करने के लिए सर्वप्रथम व्यक्ति को US Dollor खरीदने होंगे।
इन्हें खरीदने के लिए व्यक्ति को उस समय निर्धारित डॉलर मूल्य के आधार पर भारतीय रुपयों में भुगतान करना होगा। बस इन्हीं आवश्यकताओं के फलस्वरूप फॉरेक्स ट्रेडिंग की शुरुआत होती है जहाँ विदेशी मुद्रा की बिक्री एवं विनिमय किया जाता है। और जहाँ व्यक्ति ने भारतीय रूपये देकर US Dollor की प्राप्ति की उसे Exchange कहा जाता है। इस स्थिति में इस एक्सचेंज द्वारा US Dollor फॉरेन एक्सचेंज मार्किट से खरीदे जायेंगे। साधारण शब्दों में विदेशी मुद्रा की ट्रेडिंग ही फॉरेक्स ट्रेडिंग कहलाती है।
फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे काम करती है ?
फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग की तरह ही है बस फर्क सिर्फ इतना है की इक्विटी ट्रेडिंग में कमाई या नुकसान के लिए शेयर का मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। तो वहीँ फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग में एक्सचेंज मूल्य निर्णायक भूमिका में होता है। फॉरेक्स ट्रेडिंग से कमाई करने के लिए व्यक्ति अपनी अपेक्षा एवं जानकारी के अनुसार कोई भी मुद्रा खरीद सकता है। और अच्छे ढंग से समझने के लिए आप नीचे दिए गए उदाहरणों को पढ़ सकते हैं।
उदाहरणार्थ:
माना की प्रमोद नामक व्यक्ति डॉलर की बढती हुई कीमतों का लाभ उठाना चाहता है चूँकि डॉलर आज 70 रूपये पर कारोबार कर रहा है। प्रमोद को अपनी जानकारी एवं अनुभव के आधार पर लगता है की यह तीन महीनों के अन्दर अन्दर 73 रूपये तक जा सकता है। तो इस स्थिति में व्यक्ति USD खरीद सकता है और जब तीन महीने बाद यह 73 रूपये पर पहुँच जाए तो इन्हें बेच सकता है। इस प्रकार व्यक्ति प्रत्येक 1000$ पर 3000 रूपये तक की कमाई कर पाने में सफल होगा।
भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग कैसे शुरू करें:
हालांकि भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग आम लोगों की पहुँच से दूर है इसके अनेकों कारण जैसे इस प्रक्रिया में अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए अधिक निवेश की आवश्यकता होती है। और दूसरा लोग अक्सर इस बारे में भी भ्रमित रहते हैं की भारत में इस तरह का काम करना कानूनी तौर पर सही है या फिर यह अवैध होता है। इसलिए यहाँ पर यह स्पष्ट कर देना जरुरी है की भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग को लेकर काफी नियम शर्तें निर्धारित की गई हैं।
इसलिए फॉरेक्स ट्रेडिंग नामक इस प्रक्रिया को सिर्फ वही व्यक्ति कर सकता है जिसके पास किसी SEBI Registered Broker का अकाउंट हो। कहने का आशय यह है की ऐसा कोई भी व्यक्ति जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करना चाहता हो के पास किसी फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ अकाउंट होना अति आवश्यक है।
वर्तमान में कानूनी रूप से फ़ॉरेक्स की अनुमति कुछ भारतीय एक्सचेंजों, बीएसई, एनएसई, एमसीएक्स-एसएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) इत्यादि को है। भारत में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने के लिए व्यक्ति को किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के साथ ही अकाउंट खोलने की आवश्यकता होती है। और इसी खाते के माध्यम से व्यक्ति फॉरेक्स ट्रेडिंग कर सकता है।
सफल फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए कुछ टिप्स :
यद्यपि जैसे की हम उपर्युक्त वाक्य में भी बता चुके हैं की फॉरेक्स ट्रेडिंग भी इक्विटी ट्रेडिंग यानिकी शेयर मार्किट की तर्ज पर ही कार्य करती है। जहाँ शेयर मार्किट में शेयर का मूल्य नफा नुकसान तय करता है वही इसमें एक्सचेंज मूल्य। इसलिए यह जरुरी नहीं है की जो फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग करेगा वह लाभ ही प्राप्त करेगा हो सकता है उसे नुकसान भी हो। इसलिए यहाँ नीचे हम कुछ ऐसी बातों का जिक्र कर रहे हैं जिनका अनुसरण करके सफल फ़ॉरेक्स ट्रेडिंग की जा सकती है।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपको मार्किट की उचित जानकारी एवं पर्याप्त अनुभव प्राप्त है।
- यद्यपि फ़ॉरेक्स मार्किट सप्ताह के पांच दिन चौबीस घंटे खुली रहती है लेकिन भारत का बाजार शाम 5 बजे बंद हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को इंट्राडे का चुनाव करना चाहिए।
- स्कैम इत्यादि से सावधान रहने की आवश्यकता है किसी रजिस्टर्ड फ़ॉरेक्स ब्रोकर के माध्यम से ही इस तरह की ट्रेडिंग करें।
- प्रत्येक ट्रेड के लिए स्टॉप लॉस सेट करें अन्यथा विफल हो सकते हैं।
- फॉरेक्स ट्रेडिंग करने से पहले ट्रेडिंग करने की योजना बना लें और हमेशा उसका अनुसरण करें।
- ट्रेडिंग से हमेशा अपनी भावनाओं को अलग करके रखें क्योंकि भावनाओं में अक्सर मनुष्य अव्यवहारिक निर्णय ले लेता है।
- ध्यान रहे अपने नुकसान की पूर्ति के लिए ट्रेड न करें बल्कि तभी ट्रेड करें जब आपको लगता है की यह आपके लिए एकदम सही है।
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इनका नाम महेंद्र रावत है। इनकी रूचि बिजनेस, फाइनेंस, करियर जैसे विषयों पर लेख लिखना रही है। इन विषयों पर अब तक ये विभिन्न वेबसाइटो एवं पत्रिकाओं के लिए, पिछले 7 वर्षों में 1000 से ज्यादा लेख लिख चुके हैं। इनके द्वारा लिखे हुए कंटेंट को सपोर्ट करने के लिए इनके सोशल मीडिया हैंडल से अवश्य जुड़ें।
ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त इन बातों का जरूर रखें ध्यान, जरा सी लापरवाही पड़ेगी भारी
Online Trading करते वक्त कुछ बातें ध्यान में रखने से आपको सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने में और खुद को तैयार करने में मदद मिलेगी.
- Money9 Hindi
- Publish Date - July 7, 2021 / 01:02 PM IST
आईपीओ से जुटाई राशि और फीस का अनुपात देखें तो सबसे ज्यादा अनुपात अमी ऑर्गेनिक्स का है. लीड मैनेजर्स ने अमी ऑर्गेनिक्स के मामले में जुटाई गई राशि की 7.3% फीस वसूल की
कैपिटल मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) आसान तरीका है. ऑनलाइन ट्रेडिंग के बहुत फायदे है, लेकिन इसमें आपकी जिम्मेदारी भी बढ़ जाती है, क्योंकि छोटी सी गलती या लापरवाही आपको काफी नुकसान पहुंचा सकती है. चूंकि ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) एक क्लिक पर संभव है, इसलिए निवेश करना इतना आसान होता है कि लोग अक्सर निवेश के पहलू और इसमें शामिल जोखिमों को भूल जाते हैं. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) करते वक्त कुछ बातें ध्यान में रखने से आपको सबसे खराब स्थिति के लिए तैयार रहने में और सभी संभावित जोखिमों के खिलाफ खुद को तैयार और शिक्षित करने में मदद मिलेगी. ऑनलाइन ट्रेडिंग (O nline Trading ) का आनंद लें, लेकिन सुरक्षित और निर्बाध ट्रेडिंग के लिए क्या करें और क्या न करें, इस पर भी नज़र रखें. यहां हम ऐसी कुछ बातें समजने का प्रयास करेंगे जो ओनलाइन ट्रेडिंग में आपके काम आ सकती है.
ऑनलाइन ट्रेडिंग करते वक्त क्या ध्यान रखना चाहिए
– यदि आप ट्रेडिंग की दुनिया में नए है तो पहला कदम खुद को शिक्षित करने का होना चाहिए. ऑनलाइन ट्रेडिंग के जरिए निवेश शुरू करने का निर्णय लेने से पहले यह सबसे महत्वपूर्ण कदम है. इसके साथ जुडे लोगों से बात करें और प्लस एवं माइनस पॉइन्ट्स को समजने की कोशिश करे.
– अपने ट्रेडिंग अकाउंट को हैकिंग के खतरे से बचाने के लिए नियमित रूप से पासवर्ड बदलते रहे औऱ आपको अपने ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के लिए दोहरे प्रमाणीकरण पर जोर देना चाहिए.
– सुनिश्चित करें कि आपका बैंक खाता, ट्रेडिंग खाता और डीमैट खाता एक निर्बाध श्रृंखला में जुड़ा हुआ है. ऐसा करने से बैंक खाते और डीमैट खाते में डेबिट और क्रेडिट सहजता से होता रहेगा.
– अपने डीमैट खाते से ओटोमेटिक डेबिट के लिए पावर ऑफ एटर्नी करवा ले. इस तरह, आपको हर बार अपने डीमैट खाते से शेयर बेचने पर डेबिट निर्देश पर्ची (DIS) जमा करने से छूटकारा मिलेगा.
– जब आपकी ट्रेड बुक अपडेट हो जाती है, तो इसे अपने इलेक्ट्रॉनिक कॉन्ट्रैक्ट नोट से दैनिक आधार पर क्रॉस चेक जरूर करें.
– अपने प्रोफिट स्टेटमेंट को अपने खाता बही से भी जांचें औऱ सुनिश्चित करे कि आपके खाते से जितने भी शुल्क डेबिट किए गए हैं वो किस तरह के चार्जिस के तहत आते है.
ये काम करने से दूर रहे
– केवल आपको ही अपना ट्रेडिंग खाता संचालित करना चाहिए. अपना पासवर्ड या सुरक्षा कोड किसी और के साथ साझा न करें. अपने परिवार के सदस्यों को भी अपने ट्रेडिंग खाते तक पहुंचने और अपनी ओर से ट्रेडों को निष्पादित करने देने से बचें.
– पासवर्ड ऐसा ना हो जो किसी को भी आसानी से पता चल सके. जैसे आपका नाम, जन्मतिथि और शादी की सालगिरह का पासवर्ड में यूज ना करे. सुरक्षा के स्तर को जोड़ने के लिए अपरकेस, लोअरकेस, अक्षर, संख्या और विशेष वर्णों को शामिल करके अपने पासवर्ड को जटिल बनाने का प्रयास करें.
– इंटरनेट ट्रेडिंग हो या ऐप-आधारित ट्रेडिंग, कभी भी अपने ट्रेडिंग खाते को सार्वजनिक स्थान से एक्सेस न करें. साइबर कैफे या असुरक्षित सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करना खतरे से ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? खाली नहीं होगा. इन स्पॉट्स को आसानी से हैक किया जा सकता है.
– कॉन्ट्रैक्ट नोट्स, लेजर, प्रॉफिट स्टेटमेंट और कैपिटल गेन स्टेटमेंट जैसे प्रमुख दस्तावेजों का ऑफलाइन रिकॉर्ड रखना न भूलें. ये किसी भी विवाद या कानूनी प्रश्नों के मामले में उपयोगी हो सकते है.
शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं, तो जरूरी है Demat Account होना, जानें कैसे खुलता है, क्या होता है चार्ज
How to open a Demat Account : डीमैट खाता खोलने की प्रक्रिया बहुत आसान होती है. इसके लिए सबसे पहले आपको एर फॉर्म ऑनलाइन भरना होता है. जिसके बाद ई वेरिफिकेशन होता है. ये प्रोसेस पूरी होते ही आपका डीमैट खाता खुल जाता है.
Demat Account : शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के लिए जरूरी है डीमैट अकाउंट. (प्रतीकात्मक तस्वीर)
शेयर बाजार में ट्रेडिंग (Share Market Trading) कर पैसा बहुत से लोग बनाना चाहते हैं लेकिन शेयर्स खरीदने और बेचने के लिए जिस डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है, उसके बारे में कम ही जानकारी होती है. डीमैट अकाउंट कैसे काम करता है, इस खाते को खोलने के लिए जरूरी कागजात कौन से होते हैं और कितनी फीस डीमैट खाते को खोलने के लिए खर्च करनी पड़ती है. ऐसे बहुत सारे सवालों के जवाब हम आपको इस खबर की मदद से दे रहे हैं क्योंकि शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट होना जरूरी है, इसके बिना ट्रेडिंग नहीं की जा सकती है.
तो आइए जानते हैं डीमैट खाते से जुड़ी हर जरूरी जानकारी.
क्या होता है डीमैट खाता
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जिस तरह से बैंक अकाउंट होता है. इसी तरह से डीमैट अकाउंट भी बैंक खाते की तरह काम करता है. शेयर बाजार को रेगुलेट करने वाली संस्था SEBI के साफ निर्देश हैं कि बिना डीमैट खाते के शेयरों को किसी भी अन्य तरीके से खरीदा और बेचा नहीं जा सकता है.
डीमैट खाते की सबसे अच्छी बात होती है ये जीरो अकाउंट बैलेंस के साथ भी खोला जा सकता है. इसमें मिनिमम ट्रेडिंग कैसे शुरू करें? बैलेंस रखने की जरूरत नहीं होती है. शेयर बाजार में निवेश के लिए निवेशक के पास बैंक अकाउंट, ट्रेडिंग अकाउंट और डीमैट खाता होने चाहिए क्योंकि डीमैट खाते में आप शेयरों को डिजिटल रूप से अपने पास रख सकते है. तो वहीं ट्रेडिंग अकाउंट से मदद से शेयर, म्युचुअल फंड और गोल्ड में निवेश किया जा सकता है.
कैसे खोलें डीमैट खाता
- शेयरों में ऑनलाइन निवेश करने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी डीमैट खाता होता है. आप इसे HDFC सिक्योरिटीज, ICICI डायरेक्ट, Axis डायरेक्ट जैसे किसी भी ब्रोकरेज के पास खुलवा सकते हैं.
- ब्रोकरेज फर्म का फैसला लेने के बाद आप उसकी वेबसाइट पर जाकर डीमैट अकाउंट ओपन करने का फॉर्म सावधानी से भरने के बाद उसकी KYC प्रोसेस को पूरा करें.
- KYC के लिए फोटो आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ के लिए डॉक्यूमेंट की जरूरत पड़ेगी. जब ये प्रोसेस पूरी हो जाएगा तो उसके बाद इन-पर्सन वेरिफिकेशन होगा. संभव है जिस फर्म से आप डीमैट अकाउंट खुलवा रहे हों, वो अपने सर्विस प्रोवाइडर के दफ्तर आपको बुलवाएं.
- इस प्रोसेस को पूरा होने के बाद आप ब्रोकरेज फर्म के साथ टर्म ऑफ एग्रीमेंट साइन करते है. ऐसा करने के बाद आपका डीमैट अकाउंट खुल जाता है.
- फिर आपको डीमैट नंबर और एक क्लाइंट आईडी दी जाएगी.
कौन खोलेगा डीमैट खाता
इंडिया में डीमैट खाता खोलने का काम दो संस्थाएं करती है. जिसमें पहली है NSDL (National Securities Depository Limited) और दूसरी है CDSL (central securities depository limited). 500 से अधिक एजेंट्स इन depositories के लिए काम करते है, जिनको आम भाषा में डीपी भी कहा जाता है. इनका काम डीमैट अकाउंट खोलना होता है.
जरूरी शर्तें
डीमैट अकाउंट खोलने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी शर्त होती है कि जो व्यक्ति शेयर ट्रेडिंग के लिए डीमैट अकाउंट खुलवा रहा हो उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए. साथ ही इसके लिए उस व्यक्ति के पास पैन कार्ड, बैंक अकाउंट आइडेंटिटी और एड्रेस प्रूफ होना जरूरी है.
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