Inside Candle
inside candle trading | इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है ? | 2 इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे
दोस्तों इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है आप लोग इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी के बारे में सुना ही होगा ये स्ट्रेटेजी बहुत ही प्रभावशाली है | और इसके सही तरीके से फॉलो करने पर इसमें हमें अच्छा खासा प्रॉफिट होता है और क्या इनसाइड कैंडल जब भी बनती है तो मार्किट ऊपर जाता है या नीचे जाता है इसका भी जवाब आपको इस पोस्ट में बहुत जल्दी ही मिल जायेगा लेकिन एक बात और दोस्तों इस पोस्ट में जो स्ट्रेटेजी बताई जाएगी उसका पालन आपको सिर्फ निफ्टी और बैंक निफ्टी में ट्रेडिंग करने के लिए ही करना है इसमें रिस्क और रिवॉर्ड बहुत अच्छा होता है और अगर अप सिर्फ इस स्ट्रेटेजी में काम करते है तो आप हमेशा महीने के आखिरी में प्रॉफिट में ही रहेंगे तो चलिए दोस्तों इसके बारे में सब कुछ जानते है
इनसाइड कैंडल स्ट्रेटेजी कैसे काम करती है |
दोस्तों इनसाइड कैंडल 2 कैंडल बार से मिलकर बनती है जिसमे एक को हम मदर कैंडल कहते है और दूसरी को हम बेबी कैंडल कहते है
Inside Candle
जैसा की आप देख रहे है की इसमें एक बड़ी कैंडल बनती है जिसे मदर कैंडल कैंडल चार्ट को कैसे समझें? कहते है और एक छोटी कैंडल बनती है जो की मदर कैंडल के अन्दर ही बनना चाहिए मतलब की जो बेबी कैंडल होगी वो मदर कैंडल के न तो हाई को और न ही मदर कैंडल के लो को ब्रेक करे और पूर्णत: मदर कैंडल के अन्दर बने तो इसे बेबी कैंडल कहते है जो की ऊपर डी हुई कैंडल को देख कर अप समझ सकते है |
और अब जब भी हम निफ्टी या बैंक निफ्टी में इस तरह की कैंडल बनते देखे तो हमें तुरंत सावधान हो जाना चाहिए क्योकि बेबी कैंडल के बनने के बाद यदि अब बनने वाली कैंडल अगर मदर कैंडल के हाई को ब्रेक करेगी तो हम CE ले लेंगे और यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के लो को ब्रेक करेगी तो हम PE ले लेंगे और इस दौरान हम स्टॉप लोस होगा CE लेने पर मदर कैंडल का लो और PE लेने पर मदर कैंडल का हाई और इसके बाद हमें अपने टारगेट के लिय बैठना है हमें इस स्ट्रेटेजी में कम से कम 1:2 का टारगेट मिलते ही अपनी पोजीशन काट लेना है
इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे
दोस्तों अब आप इनसाइड कैंडल के बारे में तो जान ही गए होंगे की हमें किस तरह से इनसाइड कैंडल में ट्रेड लेना है और निफ्टी बैंक निफ्टी में लगातार प्रॉफिट कमाना है तो आब बात कर लेते है की इनसाइड कैंडल में मार्किट ऊपर जाता है या नीचे ? तो इस सवाल का जवाब है न तो ऊपर जायेगा और न ही नीचे जायेगा ये हमें देखना होगा की यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के ऊपर जाती है तो मार्किट ऊपर जायेगा और यदि बेबी कैंडल के बाद बनने वाली कैंडल मदर कैंडल के नीचे जाती है तो मार्किट नीचे जायेगा इसलिए हमें ट्रेड लेने से पहले कुछ नहीं सोचना है बस अपने सेटअप बनने का इंतेजार करना है क्योकि जिस दिन हमें ट्रेडिंग में इंतेजार करना आ गया उस दिन हम अच्छे ट्रेड लेंगे और हमेशा प्रॉफिट करेंगे जबरजस्ती के कोई ट्रेड नहीं लेना अगर हमें पूरा दिन ट्रेड नहीं मिलेगा तो हम ट्रेड नहीं लेंगे और system बंद कर देंगे अगले दिन देखेंगे
Bank Nifty Chart Patterns Live Analysis Today Morning Star
आज कल हम सभी को रुपए चाहिए क्योंकि अगर रुपए नही तो शांती नही इसी वजह से कैंडल चार्ट को कैसे समझें? लोग ट्रेडिंग चुनते है।ट्रेडिंग दुनिया का सबसे आसान तरीका है पैसा कमाने का लेकिन ये सरल नहीं है । अभी जो मैने कहा सबसे आसान तरीका इसी के वजह से लोग Bank Nifty में ट्रेडिंग करते है लेकिन उसके आगे जो कहा सरल नहीं है उसमे गौर नही करते है इसी वजह कैंडल चार्ट को कैसे समझें? से बहुत सारे लोगो को Stock मार्केट में घाटा हो जाता है।
Bank Nifty Chart Patterns
आज हम यहां केवल एक ही Bank Nifty Chart Patterns के बारे में बात करेंगे क्योंकि हमे ये आज Live Analysis करने का मौका मिला है वो भी बैंक निफ्टी में तो चलाए देखते है वो कौन चार्ट पैटर्न है और उसकी सहायता से हम अपनी ट्रेडिंग को कैसे बेहतर बना सकते है।
जी हां दोस्तो Live Analysis क्यों बोला क्युकी आज 05 दिसंबर 2022 है और ये Bank Nifty में किस प्रकार से Chart Patterns में काम किया आगे की पोस्ट में आप खुद देखेगे अगर आप लोग इस पैटर्न को पहले कैंडल चार्ट को कैसे समझें? ही अच्छे से समझते होते तो आज अच्छी ट्रेड मिल सकती थी केवल इसी चार्ट पैटर्न की सहायता से नीचे दी गई फोटो को ध्यान से देखे।
शेयर बाजार – Chart पर सही time frame चुनके करें आसान trading
आज हम जानेंगे की trading करते समय share market में Scalping Trading , Intraday Trading , Swing Trading , Positional Trading और Long term Investing के लिए chart पर कोनसा time frame चुनते हैं हिंदी में।
Share Market में चार्ट पर कोनसा time frame चुने ?
Table of Contents
अपना Trading Style जाने।
- Trading करते समय आप को यह पता होना चाहिए की आप का trading style क्या हैं ?
- अगर आप को यह पता चल जाता हैं तो आप चार्ट पर बड़ी आसानी से टाइम फ्रेम चुन सकते हैं।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग कम समय के लिए करते हैं तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी कम होगा।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग ज्यादा समय के लिए करते हैं तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी ज्यादा होगा।
सबसे महत्व पूर्ण बात यह हैं की हमें ट्रेड लेने से पहले टाइम फ्रेम चुनना हैं।
जिस टाइम फ्रेम को आपने चार्ट पर select किया हैं उसही के आधार पर आप को शेयर में buy, sell, stop loss, trailing stop loss इत्यादि लगाना हैं।
Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
शेयर बाजार सुबह 9:15 AM से दोपहर 3:30 PM तक चलता हैं।
शेयर बाजार लगभग 6 घंटे तक चलता हैं।
Trading के लिए chart पर कोनसा time frame चुने ?
इस समय में अगर आप ट्रेडिंग करते हैं, तो अलग-अलग ट्रेडिंग के लिए अलग अलग टाइम फ्रेम इस्तेमाल होते हैं।
- Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
- Intraday Trading :- 5 Min Chart 15 Min Chart
- Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – 1 Hour से 2 Hour Chart
- Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
निष्कर्ष
सही टाइम फ्रेम चुनने के साथ साथ सही trading setup चुनना भी महत्वपूर्ण हैं।
नहीं तो सही टाइम फ्रेम चुनने का कोई फायदा नहीं हो पायेगा।
आशा हैं की आप को यह पढ़ कर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर कोनसा time frameचुनते हैं यह समझ गए होंगे।
अगर आप को यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने कैंडल चार्ट को कैसे समझें? दोस्तों के साथ जरूर share करे।
Scalping और Intraday Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
Intraday Trading :- 5 Min Chart से 15 Min ChartSwing और Positional Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – 1 Hour से 2 Hour Chart
Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
Positional Trading :- 1 Day ChartRSI indicator के फायदे
ये एक मोमेंटम indicator होने के कारन ये आपको स्टॉक के चार्ट का मोमेंटम बताता है। और अगर मार्केटover bought (औसत से ज्यादा खरीद ) हे तो ये आपको outbought का सिग्नल पहले ही दे देता है। इससे आप पहल की स्टॉक का रिवर्सल पता करके के स्टॉक में short selling भी कर सकते है। आपको अच्छ मुनाफा कमाने का मौका ये इंडिकेटर देता है।
और अगर मार्केट over sold यानि की औसत से ज्यादा बिकवाली स्टॉक में है तो ये इंडिकेटर आपको over sold का सिग्नल पहले ही दे देता है। और ऐसा मन जाता है की स्टॉक जब भी over bought होता है। या फिर over sold होता है। तो मार्केट में रिवर्सल जरूर आता है। तो इसी रिवर्सल को पहलेही पहनके आप इसमें अच्छा मुनाफा काम सकते है।
निष्कर्ष
rsi indicator एक ऐसा इंडिकेटर हे जो आपको मार्किट की ताकत बुलिश है या फिर बेयरिश है ये दर्शाता है। फिर उसके हिसाब से आप अपना ट्रेड ले सकते है। लेकिन इसे समझने के लिए आपको इसे candle stick chart पर लगाना जरुरी है। उससे ही आपको इसका अंदाजा हो जायेगा की ये काम कैसे करता है।
अपना Trading Style जाने।
- Trading करते समय आप को यह पता होना चाहिए की आप का trading style क्या हैं ?
- अगर आप को यह पता चल जाता हैं तो आप चार्ट पर बड़ी आसानी से टाइम फ्रेम चुन सकते हैं।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग कम समय के लिए करते हैं तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी कम होगा।
- अगर आप दिन में ट्रेडिंग ज्यादा समय के लिए करते हैं तो आप का चार्ट पर टाइम फ्रेम भी ज्यादा होगा।
सबसे महत्व पूर्ण बात यह हैं की हमें ट्रेड लेने से पहले टाइम फ्रेम चुनना हैं।
जिस टाइम फ्रेम को आपने चार्ट पर select किया हैं उसही के आधार पर आप को शेयर में buy, sell, stop loss, trailing stop loss इत्यादि लगाना हैं।
Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
शेयर बाजार सुबह 9:15 AM से कैंडल चार्ट को कैसे समझें? दोपहर 3:30 PM तक चलता हैं।
शेयर बाजार लगभग 6 घंटे तक चलता हैं।
Trading के लिए chart पर कोनसा time frame चुने ?
इस समय में अगर आप ट्रेडिंग करते हैं, तो अलग-अलग ट्रेडिंग के लिए अलग अलग टाइम फ्रेम इस्तेमाल होते हैं।
- Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
- Intraday Trading :- 5 Min Chart 15 Min Chart
- Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – कैंडल चार्ट को कैसे समझें? 1 Hour से 2 Hour Chart
- Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
निष्कर्ष
सही टाइम फ्रेम चुनने के साथ साथ सही trading setup चुनना भी महत्वपूर्ण हैं।
नहीं तो सही टाइम फ्रेम चुनने का कोई फायदा नहीं हो पायेगा।
आशा हैं की आप को यह पढ़ कर शेयर बाजार में ट्रेडिंग करते समय चार्ट पर कोनसा time frameचुनते हैं यह समझ गए होंगे।
अगर आप को यह जानकारी अच्छी लगी हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर share करे।
Scalping और कैंडल चार्ट को कैसे समझें? Intraday Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Scalp Trading :- 1 MIn Chart से 2 Min Chart
Intraday Trading :- 5 Min Chart से 15 Min ChartSwing और Positional Trading के लिए कोनसा time frame चुने ?
Swing Trading :- 1 दिन से 1 हफ्ते – 1 Hour से 2 Hour Chart
Swing Trading :- 1 हफ्ते से 1 महीने – 3 Hour से 4 Hour chart
Positional Trading :- 1 Day Chart
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 833