केरल के पत्रकार सिद्दीक कप्पन को उत्तर प्रदेश पुलिस ने 5 अक्टूबर, 2020 को गिरफ्तार किया था और वह 2 साल 2 महीने से सलाखों के पीछे है. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें हाथरस बलात्कार के खिलाफ विरोध से संबंधित एक कथित बड़े षड्यंत्र के मामले में जमानत दे दी थी, लेकिन फ़िलहाल वे मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में जेल में हैं.
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लुधियाना (सुरिन्द्र): धुंध व कोहरे चलती औसत रणनीति क्या है का नाम दिमाग में आते ही लोगों के सामने सड़क का वह दृश्य नजर आ जाता है जिसमें वाहन चालकों को चलते समय चलती औसत रणनीति क्या है आगे 2 से 4 फुट भी जगह नजर नहीं आती। मौसम विभाग भी आने वाले दिनों में सुबह व शाम के समय गहरा कोहरा पड़ने का अलर्ट जारी कर चुका है। धुंध के दिनों में हर व्यक्ति की यही कोशिश रहती है कि सुबह घर से निकलने से पहले धुंध व कोहरा छंट जाए व रात होने से पहले ही वे अपने घर पहुंच जाएं। हर साल गहरी चलती औसत रणनीति क्या है धुंध व कोहरे के कारण सैंकड़ों लोग सड़क हादसों के चलते मौत चलती औसत रणनीति क्या है के मुंह में समा जाते हैं, पर थोड़ी सी सावधानी बरतकर धुंध व कोहरे के दिनों में होने वाले सड़क हादसों से बचाव किया जा सकता है। राष्ट्रीय रोड सेफ्टी कौंसिल के सदस्य व इंटरनैशनल रोड सेफ्टी एक्सपर्ट के अनुसार धुंध व कोहरे के दिनों में सावधानी से वाहन चलाने के कुछ सुझाव सांझा किए हैं। उनका कहना है कि उनके दिनों में थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो सड़कों को सुरक्षित किया जा सकता है।
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भीषण आग की लपटों में जल रहा है ऑस्ट्रेलिया
राज एक्सप्रेस। वैसे तो ऑस्ट्रेलिया में गर्म और शुष्क ग्रीष्मकाल में झाड़ियों में आग लगना बहुत ही मामूली बात है और ऐसा कई बार पहले भी हुआ है, लेकिन इस बार लगी आग (Australian Bush Fire) थमने का नाम ही नहीं ले रही है। खबरों के अनुसार, अभी तक इस आग की लपटों में क्वींसलैंड (Queensland) के शहर ब्रिस्बेन (Brisbane) का 650 किमी (400 मील) का हिस्सा और उत्तर में येपून (UN) शहर के आसपास का हिस्सा आ चुका है। अग्निशमन विभाग द्वारा इसे बुझाने के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है। आग बुझाने में कई हेलिकॉप्टर की मदद भी ली गई।
इमरजेंसी लगाने के आदेश :
दुनियाभर में जेल में बंद पत्रकारों की संख्या इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची: सीपीजे रिपोर्ट
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 1 दिसंबर, 2022 तक दुनियाभर के 363 रिपोर्टर/पत्रकार अपने काम के चलते विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा जेल में बंद किए गए हैं. इनमें भारत के सात पत्रकार भी शामिल हैं, जिनमें से तीन एक साल से भी अधिक समय से जेल चलती औसत रणनीति क्या है में हैं. The post दुनियाभर में जेल में बंद पत्रकारों की संख्या इस साल रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची: सीपीजे रिपोर्ट appeared first on The Wire - Hindi.
कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, 1 दिसंबर, 2022 तक दुनियाभर के 363 रिपोर्टर/पत्रकार अपने काम के चलते विभिन्न देशों की सरकारों द्वारा जेल में बंद किए गए हैं. इनमें भारत के सात पत्रकार भी शामिल हैं, जिनमें से तीन एक साल से भी अधिक समय से जेल में हैं.
जेल में बंद भारतीय पत्रकार- रूपेश कुमार, गौतम नवलखा, सिद्दीक कप्पन, फहद शाह, आसिफ सुल्तान और सज्जाद गुल. (बाएं से, क्लॉकवाइज़)
नई दिल्ली: कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट्स (सीपीजे) ने बताया है कि दुनियाभर में अपने पेशे के चलते जेल में डाले गए पत्रकारों की संख्या इस साल रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई है.
रिपोर्ट के अनुसार, सीपीजे ने कहा कि विश्वभर में 1 दिसंबर, 2022 तक 363 रिपोर्टर/पत्रकार सलाखों के पीछे हैं. सीपीजे ने कहा कि यह आंकड़ा एक नया वैश्विक उच्च स्तर है, जो पिछले साल के आंकड़े से 20% अधिक है. इसने जोड़ा कि यह ‘बिगड़ते मीडिया परिदृश्य की विकट स्थिति को दिखाता है.’
भारत की स्थिति
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में इस समय सात पत्रकार जेल में हैं, जिसमें कश्मीर नैरेटर के आसिफ सुल्तान, सज्जाद गुल, गौतम नवलखा, मनन डार, सिद्दीक कप्पन, चलती औसत रणनीति क्या है फहद शाह और रूपेश कुमार सिंह शामिल हैं.
1992 में सीपीजे के यह सेंसस शुरू करने के बाद से यह लगातार दूसरी बार है, जब भारत में यह संख्या रिकॉर्ड उच्च स्तर पर रही है. सीपीजे के आंकड़े के अनुसार, पिछले साल भी देश में सात पत्रकार जेल में बंद थे.
सीपीजे ने कहा कि भारत सरकार के मीडिया से बर्ताव, खासकर कड़े निवारक कानून- जैसे जनसुरक्षा कानून (चलती औसत रणनीति क्या है पीएसए) को इस्तेमाल करने को लेकर आलोचना होती रहती है. इसने कहा कि इस कानून का इस्तेमाल कश्मीरी पत्रकारों- आसिफ सुल्तान, फहद शाह और सज्जाद गुल को ‘अलग-अलग मामलों में अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के बावजूद’ जेल में रखने के लिए किया गया है.
जेल में बंद सात में से छह पत्रकारों के खिलाफ आतंकवाद विरोधी गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत जांच की जा रही है या इस कड़े कानून के तहत आरोप लगाए गए हैं. इन सात में से तीन एक साल से अधिक समय से जेल में हैं.
वैश्विक हाल
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में ईरान का हाल सबसे खराब रहा है, जहां हिजाब कानून को कथित रूप से तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार 22 वर्षीय कुर्द महिला महसा अमीनी की पुलिस हिरासत में मौत के विरोध में हुई कार्रवाई के दौरान चलती औसत रणनीति क्या है ‘दर्जनों पत्रकारों’ को गिरफ्तार किया गया.
सीपीजे ने कहा, ‘अधिकारियों ने रिकॉर्ड संख्या में महिला पत्रकारों को हिरासत में लिया है- विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद से गिरफ्तार 49 लोगों में से 22 चलती औसत रणनीति क्या है महिलाएं हैं, जो इस बात को दिखाता है कि महिला नेतृत्व वाले इस विद्रोह को कवर करने में उनकी प्रमुख भूमिका रही है.’
रिपोर्ट के अनुसार, वहीं चीन में अधिकारियों ने सरकार की जीरो कोविड लॉकडाउन नीतियों पर हाल के विरोध प्रदर्शनों के दौरान ऑनलाइन सेंसरशिप को कड़ा कर दिया, कई पत्रकारों को प्रदर्शनों को कवर करते समय कुछ समय के लिए हिरासत में लिए जाने की खबर है.
Lucknow News: अब प्रत्येक चार मिनट में मिलेगी कमता से स्कूटर इंडिया तक सिटी बसें
Lucknow city bus (Image: Social Media)
Lucknow News: दैनिक यात्रियों से लेकर छात्र-छात्राओं तक के लिए खुशकबरी। यात्रियों के लिए सफर आसान हो जाएगा। अब रोज सुबह आठ बज के पंद्रह मिनट से रात आठ बजे तक 29 सीएनजी और चार ई-बसें चलेंगी। कमता तिराहे के अवध बस स्टेशन से अब हर चार मिनट पर शहीद पथ होते हुए स्कूटर इंडिया तक के लिए बसें मिलेंगी। मंडलायुक्त डा. रोशन जैकब के निर्देश पर 12 दिसंबर से अवध बस स्टेशन से स्कूटर इंडिया होते हुए प्लासियो, इकाना स्टेडियम, अहिमामऊ, लुलु मॉल, उतरेठिया, ट्रांसपोर्ट नगर, एयरपोर्ट कट, स्कूटर इंडिया के बीच ई-बसें शुरू हो गई। दोनों तरफ से 33 बसें चलेंगी। इन रूटों पर बसों की सुविधा सुबह आठ बजे से रात आठ बजे तक मिलेंगी।
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