MCD चुनाव में जीत के बाद केजरीवाल के सामने हैं कठिन चुनौतियां, केंद्र से फिर बढ़ सकता है टकराव
नेशनल डेस्क: आम आदमी पार्टी (आप) ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) का नियंत्रण छीन लिया है और 250 सीटों वाली नगर निकाय में 134 सीटें जीत लीं है। दिल्ली में एमसीडी चुनाव में जीत के बाद कई ऐसी चुनौतियां हैं जिससे अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को कड़ा सामना करना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी का केंद्र से टकराव कोई नई बात नहीं है। दोनों पार्टियों को कई मौके पर एक दूसरे के आमने सामने देखा गया है। अब क्योंकि एमसीडी में आप का शासन है ऐसे में अब बजट को लेकर भी अरविंद केजरीवाल का केंद्र से टकराव बढ़ना लाजमी है, क्योंकि अरविंद केजरीवाल बार-बार केंद्र सरकार से मांग करते आए हैं कि म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन में केंद्र सरकार को प्रति व्यक्ति 485 रुपये का फंड देना चाहिए।
लैंडफिल साइटों पर जमा कूड़े का पहाड़ एमसीडी के नए नेतृत्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। एमसीडी चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी ने कचरे के पहाड़ को मुद्दा बनाया था और आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी जीतती है तो वह इस कूड़े के पहाड़ को खत्म कर देंगे, हालांकि इन वादों को पूरा करना बेहद ही मुश्किल है। वर्तमान में उन पहाड़ों को हटाने से ज्यादा इस बात पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है कि उन पहाड़ों की ऊंचाई न बढ़े। यानी कि एमसीडी में बनी सरकार को ये तय करना होगा कि दिल्ली का जो कूड़ा है उसका निस्तारण इन पहाड़ों से हटाकर कैसे किया जाए। इसके अलावा दिल्ली के कई क्षेत्रों में खुली नालियों से लोग काफी परेशान है। ट्रैफिक जाम भी पब्लिक की रफ्तार को रोक देता है। सड़कों पर स्ट्रीट लाइट की आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें भी कमी है। इसके अलावा पानी के बेहतर निकास न होने की वजह यहां की जनता काफी परेशान है। अब देखना होगा कि केजरीवाल जनता का भरोसा जीत पाती है या नहीं।
इस जीत के बाद आम आदमी पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती एमसीडी की आमदनी और खर्च के बीच सामंजस्य बिठाने की होगी. दिल्ली नगर निगम की जितनी आमदनी है, उससे कई गुना अधिक खर्च है। दिल्ली नगर निगम की हर साल की कमाई लगभग 4800 करोड़ रुपये की है। इसमें 2800 करोड़ रुपये तो एमसीडी को अपने इंटरनल सोर्स से मिलते हैं, जिनमें प्रॉपर्टी टैक्स, विज्ञापन, पार्किंग टैक्स और टोल टैक्स से हुई कमाई है।
बाकी करीह 2000 करोड़ रुपये दिल्ली की प्रदेश सरकार देती है, लेकिन खर्च एमसीडी का आमदनी से करीब तीन गुना है। नगर निगम के पास लगभग एक लाख से ज्यादा कर्मचारी है जिनका वेतन और पेंशन पर हर महीने लगभग 775 करोड़ खर्च होते हैं। यही खर्च एक साल में लगभग 9300 करोड़ रुपये हो जाता है। बाकी अन्य काम जैसे साफ-सफाई, कचरे की ढुलाई से लेकर स्ट्रीट लाइट्स का रखरखाव जैसी तमाम और चीजें हैं, जिनपर हर महीने का खर्च है।
एमसीडी चुनाव के लिए केजरीवाल ने दिल्ली के सुंदरीकरण से लेकर साफ-सफाई और स्कूल-अस्पतालों की बेहतर व्यवस्था की बात की थी। उन्होंने 10 गारंटी दी थी जिसे पूरा करना और दिल्ली की जनता के उम्मीदों पर खड़ा उतरना आसान नहीं होगा। इससे पहले केजरीवाल किसी भी काम के ना पूरा होने का आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें ठीकरा भाजपा पर फोड़ देते थे।, लेकिन अब केजरीवाल को ही इसका जवाब देना होगा।
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शिक्षा (Education) मानव को एक अच्छा इंसान बनाती है. आज के समय में ये बहुत महत्वपूर्ण है. शिक्षा मनुष्य को सशक्त और चतुर बनाती है. हमें जीवन में अच्छी सफलता प्राप्त करने के लिए शिक्षित होना अवश्यक है. शिक्षा हमें जीवन के कठिन समय में चुनौतियों से सामना करने में सहायता करती है। (Life style) हमारी जिंदगी में एक अच्छी Lifestyle होना बहुत जरुरी है. लोकिन आज की Busy Life में लोग अपनी जीवन शैली का ध्यान नहीं रखते हैं. इस दौरान हमारे स्वास्थ्य का संतुलन बिगाड़ता जा रहा है. यदि हम समय से पौष्टिक भोजन खाएं और समय से शरीर को आराम दे तो इससे हम फिट रहेंगे.अच्छी जीवन शैली से हम तनाव मुक्त रहते हैं. फैशन (Fashion) की बात करें तो आज की दुनिया में Fashion बहुत तेजी से अपना रूप बदल रहा है. इस समय सभी लोग modern हो गए हैं. हम फैशन को कारण ही तरो ताजा बने रहते है. हमें फैशन करने के साथ- साथ अपने देश की संस्कृति और मर्यादा का भी ध्यान रखना आवश्यक है. हेल्थ (Health) की बात करें तो हमारे शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरूरी है. अगर हमरा स्वास्थ्य अच्छा रहेगा तो हम शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से फिट रहेंगे. सेहतमंद जीवन का आनंद लेने के लिए अपने स्वास्थ्य का अत्यधिक ध्यान रखना चाहिए. (Entertainment) मनोरंजन हमारे जीवन के लिए अधिक महत्तवपूर्ण है. हम टेलीविजन, सोशल मिडिया, mobile Phone, के ज़रिए मन-चाहे कार्यक्रमों से घर बैठे आसानी से हजारों किलोमीटर दूर देश-विदेश के खबर, गाने, फिल्में, खेल से जुड़ सकते है. अब (sports) खेल हमारे शरीर के लिए बहुत ज़रुरी है. खेल से हमारा शरीर चुस्त रहता है. खेल लगभग सभी बच्चों और बड़ों द्वारा पसंद किया जाता है. खेल शारीरिक और मानसिक व्यायाम के लिए आसान और आरामदायक तरीका है। (Technology) टेक्नोलॉजी ने हमारा जीवन को बहुत आसान कर दिया है. दुनिया में आज के समय में हर क्षेत्र में टेक्नोलॉजी और आधुनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इससे समय की काफी बचत होती है. टेक्नोलॉजी देश-दुनिया के विकास में भी काफी मदद करती है. Jagran TV पर आपको इन सभी से जुड़ी हर ज़रुरी ख़बरें मिलेंगी।
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IND vs BAN: रोहित शर्मा का पराक्रम भी नहीं टाल पाया भारत की हार, सीरीज भी गंवाई
चोटिल रोहित शर्मा अंतिम गेंद तक भारत की हार को टालने की भरपूर कोशिश कर रहे थे. अतिंम 2 ओवरों में 40 रन की दरकार थी और टीम इंडिया यह 5 रन आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें से मैच हार गई.
Published: December 7, 2022 9:06 PM IST
चोटिल रोहित शर्मा की पराक्रमी पारी के बावजूद मेहदी हसन मिराज का लगातार दूसरे मैच में दिखाया गया कमाल आखिर में भारत पर भारी पड़ा, जिससे बांग्लादेश ने बुधवार को यहां दूसरे वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट मैच में 5 रन से रोमांचक जीत दर्ज कर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है.
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बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी का फैसला करते हुए 7 विकेट पर 271 रन का मजबूत स्कोर बनाया. उसने 19वें ओवर में 69 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे, जिसके बाद मेहदी हसन ने 83 गेंद में 8 चौकों और चार छक्कों से नाबाद 100 रन की पारी खेलने के अलावा महमूदुल्लाह (96 गेंद में 77 रन, 4X7) के साथ 7वें विकेट के लिए 148 रन की साझेदारी करके पारी को संवारा. यह भारत के खिलाफ 7वें विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है.
चुनौतीपूर्ण लक्ष्य के सामने रोहित के चोटिल होने के कारण पंगु बना भारतीय शीर्ष क्रम फिर से लड़खड़ा गया. भारत का स्कोर एक समय चार विकेट पर 65 रन था, जिसके बाद श्रेयस आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें अय्यर (102 गेंदों पर 82 रन, 4X6, 6X3) और अक्षर पटेल (56 गेंदों पर 56 रन, 4×2, 6×3) ने 5वें विकेट के लिए 107 रन की साझेदारी की.
रोहित नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे और उन्होंने 28 गेंदों पर तीन चौकों और पांच छक्कों की मदद से नाबाद 51 रन बनाए आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें लेकिन आखिर में भारत 9 विकेट पर 266 रन ही बना पाया. भारत को आखिरी ओवर में 20 रन चाहिए थे लेकिन रोहित मुस्तफिजुर रहमान पर दो चौके और एक छक्के की मदद से 14 रन ही जुटा पाए.
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही. रोहित के चोटिल होने के कारण पारी का आगाज करने के लिए उतरे विराट कोहली (5) ने दूसरे ओवर में ही इबादत हुसैन (3/45) की तेजी से उठती गेंद को पुल करने के प्रयास में अपने विकेटों पर खेल दिया.
शिखर धवन (8) की खराब फॉर्म जारी रही. उन्होंने मुस्तफिजुर की गेंद पर प्वाइंट पर आसान कैच दिया. वॉशिंगटन सुंदर (11) को आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें चौथे नंबर पर भेजने का प्रयोग नहीं चला और शाकिब अल हसन ने उन्हें अपने पहले ओवर में ही मिडविकेट पर कैच करवा दिया. केएल राहुल (14) को स्पिनरों के सामने संघर्ष करना पड़ा और मेहदी हसन (2/46) ने उन्हें पगबाधा आउट करके भारत को चौथा झटका दिया.
अक्षर ने आते ही आक्रामक रवैया अपनाया. उन्होंने नासुम अहमद और शाकिब पर छक्के लगाए. दूसरी तरफ अय्यर ने 69 गेंदों पर अपना पचासा पूरा किया और फिर मेहदी हसन पर लांग ऑन पर खूबसूरत छक्का जड़ा. उन्होंने इसी गेंदबाज पर छक्का लगाकर अक्षर के साथ साझेदारी को 100 रन के पार पहुंचाया. अय्यर ने हालांकि इसी ओवर में गेंद हवा में लहरा कर डीप मिडविकेट पर कैच दे दिया.
अक्षर ने नासुम पर छक्का लगाया और फिर अपने वनडे करियर का दूसरा अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इबादत हुसैन ने उन्हें आउट करके भारत को करारा झटका दिया. रोहित हाथ में पट्टियां बंधे होने के बावजूद नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें लिए उतरे. उनके साथ दूसरे छोर पर दीपक चाहर (11) खेल रहे थे जो कि हैमस्ट्रिंग की चोट के कारण बांग्लादेश की पारी में केवल तीन ओवर कर पाए थे. रोहित ने इबादत हुसैन और महमुदुल्लाह पर दो-दो छक्के जड़कर मैच को रोमांचक बनाया.
इससे पहले बांग्लादेश की पारी पिछले मैच के नायक मेहदी हसन के इर्द गिर्द घूमती रही. उन्होंने महमुदुल्लाह साथ महत्वपूर्ण भागीदारी निभाने के अलावा नासुम अहमद (11 गेंद में नाबाद 18) के साथ भी आठवें विकेट के लिए 23 गेंद में 54 रन की अटूट साझेदारी की. बांग्लादेश की टीम अंतिम 10 ओवर में ताबड़तोड़ बल्लेाबजी करते हुए 102 रन जोड़ने में सफल रही.
भारत की ओर से वाशिंगटन सुंदर सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 37 रन देकर तीन विकेट चटकाए. उमरान मलिक और मोहम्मद सिराज ने भी क्रमश: आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें 58 और 73 रन देकर दो-दो विकेट हासिल किए. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला करने वाले बांग्लादेश ने दूसरे ओवर में ही अनामुल हक (11) का विकेट गंवा दिया जिन्हें सिराज ने पगबाधा किया. रोहित ने इससे एक गेंद पहले अनामुल का कैच टपकाया और उनके अंगूठे पर चोट लगने के कारण खून निकलने लगा जिससे वह पारी में आगे क्षेत्ररक्षण नहीं कर पाए.
कप्तान लिटन दास (07) और नजमुल हुसैन शंटो (21) ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया. सिराज ने पारी के 10वें ओवर में लिटन को बोल्ड करके उनकी पारी का अंत किया जब टीम का स्कोर 39 रन था. उमरान ने आसान और तेज़ कमाई के लिए शीर्ष बेहतरीन साइटें शाकिब अल हसन को अपने पहले ओवर में काफी परेशान किया और फिर अगले ओवर की पहली गेंद पर नजमुल को बोल्ड कर दिया.
वाशिंगटन ने इसके बाद बांग्लादेश को जल्दी-जल्दी तीन झटके देकर उसके मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी. शाकिब (08) उन गेंद को हवा में लहरा गई और धवन ने स्लिप से फाइन लेग की ओर भागते हुए कैच लपका. वाशिंगटन ने मुशफिकुर रहीम (12) और अफीफ हुसैन (00) को लगातार गेंदों पर आउट करके बांग्लादेश का स्कोर छह विकेट पर 69 रन किया. मेहदी हसन और महमूदुल्लाह ने इसके बाद 27 ओवर से अधिक समय तक भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा और इस दौरान विकेट के चारों तरफ शॉट लगाए.
उमरान ने 47वें ओवर की पहली गेंद पर महमूदुल्लाह को विकेटकीपर लोकेश राहुल के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा. मिराज ने शारदुल ठाकुर के पारी के अंतिम ओवर में दो छक्कों सहित 16 रन जोड़े और अंतिम गेंद पर एक रन के साथ अपने करियर का पहला शतक पूरा किया. वह आठवें नंबर या इससे निचले क्रम पर आकर एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में शतक जड़ने वाले सिर्फ दूसरे बल्लेबाज हैं. तीसरा वनडे शनिवार को चटगांव में खेला जाएगा.
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MCD चुनाव में जीत के बाद केजरीवाल के सामने हैं कठिन चुनौतियां, केंद्र से फिर बढ़ सकता है टकराव
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लैंडफिल साइटों पर जमा कूड़े का पहाड़ एमसीडी के नए नेतृत्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। एमसीडी चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी ने कचरे के पहाड़ को मुद्दा बनाया था और वादा किया था कि अगर उनकी पार्टी जीतती है तो वह इस कूड़े के पहाड़ को खत्म कर देंगे, हालांकि इन वादों को पूरा करना बेहद ही मुश्किल है। वर्तमान में उन पहाड़ों को हटाने से ज्यादा इस बात पर ध्यान देना ज्यादा जरूरी है कि उन पहाड़ों की ऊंचाई न बढ़े। यानी कि एमसीडी में बनी सरकार को ये तय करना होगा कि दिल्ली का जो कूड़ा है उसका निस्तारण इन पहाड़ों से हटाकर कैसे किया जाए। इसके अलावा दिल्ली के कई क्षेत्रों में खुली नालियों से लोग काफी परेशान है। ट्रैफिक जाम भी पब्लिक की रफ्तार को रोक देता है। सड़कों पर स्ट्रीट लाइट की भी कमी है। इसके अलावा पानी के बेहतर निकास न होने की वजह यहां की जनता काफी परेशान है। अब देखना होगा कि केजरीवाल जनता का भरोसा जीत पाती है या नहीं।
इस जीत के बाद आम आदमी पार्टी के सामने सबसे बड़ी चुनौती एमसीडी की आमदनी और खर्च के बीच सामंजस्य बिठाने की होगी. दिल्ली नगर निगम की जितनी आमदनी है, उससे कई गुना अधिक खर्च है। दिल्ली नगर निगम की हर साल की कमाई लगभग 4800 करोड़ रुपये की है। इसमें 2800 करोड़ रुपये तो एमसीडी को अपने इंटरनल सोर्स से मिलते हैं, जिनमें प्रॉपर्टी टैक्स, विज्ञापन, पार्किंग टैक्स और टोल टैक्स से हुई कमाई है।
बाकी करीह 2000 करोड़ रुपये दिल्ली की प्रदेश सरकार देती है, लेकिन खर्च एमसीडी का आमदनी से करीब तीन गुना है। नगर निगम के पास लगभग एक लाख से ज्यादा कर्मचारी है जिनका वेतन और पेंशन पर हर महीने लगभग 775 करोड़ खर्च होते हैं। यही खर्च एक साल में लगभग 9300 करोड़ रुपये हो जाता है। बाकी अन्य काम जैसे साफ-सफाई, कचरे की ढुलाई से लेकर स्ट्रीट लाइट्स का रखरखाव जैसी तमाम और चीजें हैं, जिनपर हर महीने का खर्च है।
एमसीडी चुनाव के लिए केजरीवाल ने दिल्ली के सुंदरीकरण से लेकर साफ-सफाई और स्कूल-अस्पतालों की बेहतर व्यवस्था की बात की थी। उन्होंने 10 गारंटी दी थी जिसे पूरा करना और दिल्ली की जनता के उम्मीदों पर खड़ा उतरना आसान नहीं होगा। इससे पहले केजरीवाल किसी भी काम के ना पूरा होने का ठीकरा भाजपा पर फोड़ देते थे।, लेकिन अब केजरीवाल को ही इसका जवाब देना होगा।
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