लोगों धीरे धीरे सोशल मीडिया और Reditt पर dogecoin को किसी अच्छी पोस्ट की तारीफ करने के रूप में इस्तेमाल करने लगे जैसे “वह क्या पोस्ट है की जगह dogecoin देने लगे और इसकी डिमांड और पॉपुलैरिटी बढ़ती गई। इसकी पॉपुलैरिटी का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि साल 2014 में जब बिटकॉइन जब अपने सबसे ऊपरी स्तर था , डोजकॉइन ने बिटकॉइन को भी पीछे कर दिया था।

Google Trends 2018 : गूगल ट्रेंड्स में आया बिटकॉइन प्राइस, जानिए इसकी कहानी

BITCOIN के सबसे पुराने निवेशक ने किस Crypto Coin को बताया बेहतर?

दुनिया भर में Bitcoin Jesus के नाम से मशहूर Roger Ver ने हाल ही में एक बयान देकर सभी Crypto investors को चौंका दिया है। रॉजर वेर 43 वर्षीय अमेरिकी हैं जिन्हें अक्सर ‘बिटकॉइन जीसस’ के नाम से जाना जाता है क्योंकि, ये उन लोगों में शामिल हैं जिन्होंने शुरूआती समय से ही बिटकॉइन में इनवेस्ट करना शुरू कर दिया था, और डिजिटल करेंसी को प्रोमोट करना भी शुरू कर दिया था। रॉजर ने हाल ही में Bloomberg को इंटरव्यू दिया जिसमें उन्होंने कुछ हैरान कर देने वाली बातें कहीं। उन्होंने सबसे पहली मीम क्रिप्टोकरेंसी DOGE को सपोर्ट करते हुए कहा कि डॉजकॉइन तुलना में बिटकॉइन से कहीं अधिक बेहतर है (Crypto with better potential than Bitcoin)। कारण बताते हुए उन्होंने इसे बिटकॉइन से सस्ता और भरोसेमंद बताया है।

क्यों है Michael की नज़र में Bitcoin इतना ज़्यादा भरोसेमंद?

Michael ने हाल ही में एक मीडिया हाउस को इंटरव्यू दिया था, जिसमें उन्होंने Bitcoin की खूब तारीफ़ की थी। उन्होंने कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी Cryptocurrency बिटकॉइन के साथ जोखिम बहुत कम है। यह दूसरे ट्रेडिशनल एसेट्स से कहीं अधिक सुरक्षित है। यही खूबियां हैं जो इसे रिटायरमेंट के लिए सबसे बेहतर विकल्प बनाती हैं। यानि कि अगर आप अपने रिटायरमेंट के समय में बेहतर रिटर्न चाहते हैं तो बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट उसके लिए बेस्ट ऑप्शन है।

वैसे तो रॉजर का नाम शुरुआत से ही Bitcoin के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन उन्होंने अपने इस बयां से सबको चौंका दिया है। इतना ही नहीं, रॉजर दो और ऑल्टकॉइन्स के नाम गिनाए जो कि बिटकॉइन के प्रतिद्वंदियों के रूप में उभर कर आ सकते हैं। उन्होंने Litecoin और Bitcoin Cash के बारे में कहा कि, डॉजकॉइन के अलावा ये दो ऐसे ऑल्टकॉइन हैं जो बिटकॉइन से दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का तमगा हटाने की ताकत रखते हैं।

बिटकॉइन क्या है?

What Is Bitcoin? एक परिभाषा देना हो तो हम कहेंगे कि बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (virtual currency) है। Bitcoin ठीक उसी तरह से एक करेंसी है जैसे रुपया, डॉलर, येन आदि होते हैं। लेकिन खास बात यह है कि यह मुद्रा डिजिटल (Digital Currency) होती है।

हम इसे अपनी जेब में नहीं रख सकते न ही इसे छू सकते हैं। यह आभासी मुद्रा है। बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है उसी तरह से इसे रखने के लिए भी डिजिटल वॉलेट की जरूरत होती है। जैसे हमारा मोबाइल या कंप्यूटर। आगे जानने से पहले यह जान लीजिए कि बिटकॉइन को बनाया किसने।

बिटकॉइन (Bitcoin) का आविष्कार सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने सन 2009 में किया था। हम यह नहीं जानते कि आखिर सतोशी नाकामोतो कौन हैं न ही उनकी कोई तस्वीर है। अब आखिर उन्होंने इसका आविष्कार कैसे किया?

बिटकॉइन प्राइस को कौन कंट्रोल करता है

बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कौन कंट्रोल करता है? यह सवाल कई बार उठाया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कोई भी कंट्रोल नहीं करता है। यह एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) मुद्रा है। मतलब इसका कोई केंद्र नहीं है, इसका कोई दफ्तर नहीं है।

जैसे भारतीय रुपये को आरबीआई कंट्रोल करता है। किसी बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? भी तरह की समस्या होने पर हम रिजर्व बैंक से गुहार लगा सकते हैं लेकिन बिटकॉइन के मामले में ऐसा नही है। बिटकॉइन को खरीदने और बेचने के लिए कई एप का इस्तेमाल किया जाता है।

जैसा कि हमने पहले बताया है कि बिटकॉइन की एक निश्चित संख्या है। इस लिए जब ज्यादा लोग बिटकॉइन को खरीद लेते हैं तो खुले बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? में बिटकॉइन कम बचते हैं। इस लिए उसका दाम अपने आप बढ़ जाता है। वहीं जब यही लोग बिटकॉइन को बेंचने लगते हैं तो इसका दाम कम होने लगता है। क्योंकि बाजार में बहुत सारे बिटकॉइन आ जाते हैं।

बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है

बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए पहले बिटकॉइन वॉलेट की आवश्यक्ता होती है। वालेट सेंडर बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? और रिसीवर यानी भेजने वाले और पाने वाले दोनों के पास होना चाहिए। उसके बाद रिसीवर यानी बिटकॉइन पाने वाला सेंडर को अपना बिटकॉइन एड्रेस देता है।

सेंडर अपने वॉलेट में उस एड्रेस को डालता है और कितना बिटकॉइन भेजना है यह लिख कर सेंड कर देता है। इस प्रोसेस को पूरा करते ही सेंडर के वॉलेट में पड़े बिटकाइन कट जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि बिटकॉइन तुरंत ही पहुंच जाता है।

वह कई कंप्यूटरों से जुड़ा होता है। वहां से वेरीफाई होने के बाद वह रिसीवर को मिलता है। इस प्रक्रिया में 5-6 मिनट लग जाते हैं। कई बार यह समय आधे घंटे तक हो जाता है। अब सवाल यह आता है कि जब कोई सेंट्रल सिस्सटम नहीं होता तो आखिर बिटकॉइन वेरीफाई किस कंप्यूटर से होता है?

Dogecoin क्या है? | What is Dogecoin in Hindi

Dogecoin क्या है? What is Dogecoin: मजाक मजाक में शुरू की गई एक Cryptocurency जिसे इन्वेस्टमेंट न समझ कर इमोशन से जोड़ कर देखा जारहा है !!

Dogecoin-kya-hai | What-is-Dogecoin-in-hindi

आजकल Cryptocurrency की दुनिया में बहुत से कॉइन आचुके हैं जिनपर लोग ट्रेडिंग करते हैं। कुछ क्रिप्टोकोर्रेंसी के नाम आप ने सुने होंगे जैसे Bitcoin, Etherum, Ripple, Tron और भी हैं। इन सभी क्रिप्टोकरेन्सी में बिटकॉइन का नाम सबसे मशहूर है। Bitcoin इतना मशहूर हुआ कि लोगों को लोगों को Cryptocurrency क्या है? जैसे सवाल के जवाब से पहले ये पता था की Bitcoin क्या है? ( आर्टिकल पढ़ सकते हैं )

Dogecoin क्या है? | What is Dogecoin?

Dogecoin बिटकॉइन जैसी ही एक Cryptocurrency है। Dogecoin डोज कॉइन की शुरुवात बहुत ही दिलचस्प बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? है क्युकी इसे बिटकॉइन की तरह किसी टेक्नोलॉजी बेस पर नहीं बनाया गया था। हालाकिं बाद में जाके Dogecoin को एक क्रिप्टोकररेंसी का रूप दिया गया।

बात है साल 2013 की, उस वक़्त इंटरनेट पर Doge Meme के रूप में एक फोटो बहुत वायरल थी जिसमें शीबा इनु ब्रीड के जापानी कुत्ते जो देखने में काफी प्यारे बड़े खतरनाक होते हैं , को कुछ टूटी फूटी अंग्रेजी के साथ एक मेमे के रूप दिखाया गया था। Doge meme साल 2013 का टॉप मेमे बन गया था।

Dogecoin-kya-hai?

Source: Wikipedia

Dogecoin की शुरुवात उस वक़्त IBM में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे Billy बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? Markus और Adobe में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम कर रहे Jackson Palmer मजाक के तौर पर की थी।

Dogecoin में तेजी आने का कारण क्या है?

डोगेकोईन Dogecoin में तेजी आने का मुख्य 2 कारण हैं :

Elon Musk साहब को कौन नहीं जनता। उनकी एक twitt बाजार में उथल पुथल करने के लिए काफी है।आपको याद होगा जब उन्होंने Signal App के ऊपर Twitt किआ था , उसके यूजर कितने बढ़ गए थे। पिछले कुछ समय से उनके कई twitt Cryptocurrency के इर्द-गिर्द देखने को मिल रही है। उनकी दिलचस्पी क्रिप्टो वर्ल्ड की ओर भी है आसानी से पता लगाया जा सकता है।

Dogecoin-kya-hai | Dogecoin-ka-Price-in-India

Source:Google

एलोन मस्क जिस भी विषय, टेक्नोलॉजी या कंपनी पर ट्वीट करते हैं उसमे तेजी देखने को मिल जाती है। कुछ महीनो पहले उन्होंने बिटकॉइन पर कुछ टिप्पड़ी की थी और फरवरी के महीने में उन्होंने Dogecoin को अपनी twitt पर जगह दी।

Dogecoin की मार्केट वैल्यू क्या है?

Dogecoin डोगेकोईन में सबसे ज्यादा बूम 2015 बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? में आया जब Robinhood App में Dogecoin की लिस्टिंग हुई और देखते ही देकते Coinbase ( एक अमेरिकी कंपनी है जो एक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म संचालित करती है। ) ने भी लिस्ट कर लिया

2017 की शुरुवात में जिस Dogecoin की टोटल मार्किट वैल्यू 20 मिलियन डॉलर थी वो दिसंबर 2017 आते आते 2 बिलियन डॉलर पहुंच गई थी । इसके बाद डोजकोइन में ज्यादा एक्टिविटी नहीं हुई।
Dogecoin की मौजूदा वैल्यू आज की तारिख में लगभग 85 बिलियन डॉलर है।

Dogecoin का प्राइस क्या है ? Dogecoin Current Price in India

आज की तारीख यानि की 26 मई 2021 को Dogecoin का प्राइस 26 रुपए के आस-पास है। पिछले कुछ दिनों से Elon Musk के Twitt के बाद से इसमें तेजी तेजी देखी गई थी और यह 40 से 50 रुपए के बीच ट्रेड हो रहा था ।

Dogecoin क्या है? | What is Dogecoin in Hindi

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Dogecoin क्या है? | What is Dogecoin?

Dogecoin बिटकॉइन जैसी ही एक Cryptocurrency है। Dogecoin डोज कॉइन की शुरुवात बहुत ही दिलचस्प है क्युकी इसे बिटकॉइन की तरह किसी टेक्नोलॉजी बेस पर नहीं बनाया गया था। हालाकिं बाद में जाके Dogecoin को एक क्रिप्टोकररेंसी का रूप दिया गया।

बात है साल 2013 की, उस वक़्त इंटरनेट पर Doge Meme बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? के रूप में एक फोटो बहुत वायरल थी जिसमें शीबा इनु ब्रीड के जापानी कुत्ते जो देखने में काफी प्यारे बड़े खतरनाक होते हैं , को कुछ टूटी फूटी अंग्रेजी के साथ एक मेमे के रूप दिखाया गया था। Doge meme साल 2013 का टॉप मेमे बन गया था।

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Dogecoin में तेजी आने का कारण क्या है?

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Elon Musk साहब को कौन नहीं जनता। उनकी एक twitt बाजार में उथल पुथल करने के लिए काफी है।आपको याद होगा जब उन्होंने Signal App के ऊपर Twitt किआ था , उसके यूजर कितने बढ़ गए थे। पिछले कुछ समय से उनके कई twitt Cryptocurrency के इर्द-गिर्द देखने को मिल रही है। उनकी दिलचस्पी क्रिप्टो वर्ल्ड की ओर भी बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? है आसानी से पता लगाया जा सकता है।

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एलोन मस्क जिस भी विषय, टेक्नोलॉजी या कंपनी पर ट्वीट करते हैं उसमे तेजी देखने को मिल जाती है। कुछ महीनो पहले उन्होंने बिटकॉइन पर कुछ टिप्पड़ी की थी और फरवरी के महीने में उन्होंने Dogecoin को अपनी twitt पर जगह दी।

Dogecoin की मार्केट वैल्यू क्या है?

Dogecoin डोगेकोईन में सबसे ज्यादा बूम 2015 में आया जब Robinhood App में Dogecoin की लिस्टिंग हुई और देखते ही देकते Coinbase बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? ( एक अमेरिकी कंपनी है जो एक क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज प्लेटफॉर्म संचालित करती है। ) ने भी लिस्ट कर लिया

2017 की शुरुवात में जिस Dogecoin की टोटल मार्किट वैल्यू 20 मिलियन डॉलर थी वो दिसंबर 2017 आते आते 2 बिलियन डॉलर पहुंच बिटकॉइन इतना पॉपुलर क्यों है? गई थी । इसके बाद डोजकोइन में ज्यादा एक्टिविटी नहीं हुई।
Dogecoin की मौजूदा वैल्यू आज की तारिख में लगभग 85 बिलियन डॉलर है।

Dogecoin का प्राइस क्या है ? Dogecoin Current Price in India

आज की तारीख यानि की 26 मई 2021 को Dogecoin का प्राइस 26 रुपए के आस-पास है। पिछले कुछ दिनों से Elon Musk के Twitt के बाद से इसमें तेजी तेजी देखी गई थी और यह 40 से 50 रुपए के बीच ट्रेड हो रहा था ।

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