2014 में बाजार ने नरेंद्र मोदी का शानदार स्वागत किया
साल 2013 में BSE सेंसेक्स ने पलटी मारी और 18 जनवरी 2013 को सेंसेक्स फिर 20,039.04 पर बंद हुआ। 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी। शेयर बाजार ने भी मोदी सरकार का जमकर स्वागत किया। 16 मई 2014 को ही सेंसेक्स 25,364 के स्तर तक पहुंच गया था। इसके बाद सेंसेक्स को 25 हजार से 30 हजार तक पहुंचने में तीन साल का समय लगा था।
'शेयर बाजार'
देश के शेयर बाजारों में अंतरराष्ट्रीय दबावों के साथ-साथ कोरोना की आशंका से शेयर बाजार सांसत में आ गया. पिछले तीन दिनों की तरह एक बार फिर आज शेयर बाजार लाल निशान के साथ ही बंद हुए.
देश के शेयर बाजार सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन कोरोना के कहर का असर साफ दिखाई दे रहा है. बाजार शेयर बाज़ार क्या है में शुरूआत से ही बिकवाली के चलते सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.
शेयर बाजार में गुरुवार को उतार-चढ़ाव का दौर रहा. सुबह बाजार जहां तेजी के साथ कारोबार कर रहे थे वहीं दिन में कई बार हरे और लाल निशान के साथ शेयर बाजारों में कारोबार रहा. हालांकि शाम को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही लाल निशान के साथ बंद हुए. सेंसेक्स 241 अंक नीचे गिरकर 60826 पर बंद हुआ तो निफ्टी 71 अंक गिरकर 18127 पर बंद हुआ.
विदेशी बाजारों में अमेरिकी डॉलर में शेयर बाज़ार क्या है कमजोरी और घरेलू शेयर बाजार में तेजी के बीच बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया को मजबूती मिली. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कच्चे तेल के ऊंचे दाम और विदेशी पूंजी की निकासी की वजह शेयर बाज़ार क्या है से रूपये की बढ़त सीमित रही.
146 साल का हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज: कैसा रहा BSE का 1875 से लेकर अब तक का सफर?, जानिए सबकुछ
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) 146 साल का गया है। 9 जुलाई 1875 में BSE की स्थापना हुई थी। यह एशिया का पहला और सबसे तेज स्टॉक एक्सचेंज है। करीब 41 साल पहले 100 के आधार अंक से शुरू हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 53,000 के पार पहुंच गया है। यानी सेंसेक्स में लगभग 530 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
शेयर मार्केट की शुरुआत एक बरगद के पेड़ के नीचे 318 लोगों ने 1 रुपये के एंट्री फीस के साथ की थी। 25 जनवरी, 2001 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने डॉलेक्स-30 लॉन्च किया था। इसे BSE का डॉलर लिंक्ड वर्जन कहा जाता है।
सेंसेक्स की शुरुआत कहानी
1986 में जब सेंसेक्स की शुरुआत हुई तो इसका बेस इयर 1978-79 को रखा गया और बेस 100 पॉइंट बनाया गया। जुलाई 1990 में ये आंकड़ा 1,000 पॉइंट पर पहुंच गया। 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद सरकार ने FDI के दरवाजे खोले और बिजनेस करने के कानून में बदलाव किया। मार्केट वैल्यू का डिरेगुलेशन किया गया और अर्थव्यवस्था को सर्विस ओरिएंटेड कर दिया। इसने सेंसेक्स में गति बढ़ाई।
what is share market in hindi। शेयर मार्किट क्या है
आजकल पैसा तो हर कोई कमाता है लेकिन उसे सही जगह इन्वेस्ट करना ही पैसा का सही उपयोग हैं। लोगों के मन में यह अफवाह फैलाया गया है कि शेयर मार्किट एक जुवा है लेकिन यह सच नहीं हैं। आज हम इस पोस्ट की जरिये जानेगे शेयर मार्किट के बारे मे-
शेयर मार्किट एक विकसित देश की अर्थ्व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होते है। किसी भी देश की उद्दोगों के बिकास के लिए शेयर मार्किट बहोत जरुरी है। शेयर मार्किट एक ऐसा मार्किट है जहाँ कंपनियों के शेयर खरीदें और बेचे जा सकते हैं।
जिस तरह शेयर बाज़ार क्या है साधारण मार्केट में मौल-भाव होता है ठीक उसी तरह शेयर मार्किट मे भी मौल-भाव करके शेयर खरीदा या बेचा जाता हैं। शेयर मार्किट मे शेयर का मतलब होता है हिस्सा। किसी कंपनी का शेयर खरीदना का मतलब है उस कंपनी का शेयरहोल्डर या हिस्सेदार बन जाना। कंपनी अपनी बिज़नस को बढ़ाने के लिए शेयर मार्किट मे अपनी कंपनी के कुछ हिस्सेदारी बेच कर Initial public offering (IPO) के जरिये शेयर मार्किट मे लिस्ट करके इन्वेस्टर से पैसा उठाते हैं।
भारतीय शेयर मार्किट मे कितने Stock Exchange है:-
किसी भी शेयर को स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से खरीदा या बेचा जाता है। भारतीय शेयर मार्किट मे Bombay Stock Exchange और National Stock Exchange दो मुख्य स्टॉक एक्सचेंज हैं।
Bombay Stock Exchange का सूचकांक (Index) Sensex हैं। Sensex का निरूपण BSE मे लिस्टेड देश के प्रमुख Top 30 कंपनियों के कुल मूल्य के आधार पर निरूपण किया जाता हैं। अगर Sensex बढ़ता है तो BSE मे लिस्टेड ज्यादातर कंपनियों मे अच्छा प्रदर्शन देखा जा सकता हैं। ठीक उसी तरह अगर Sensex गिरता है तो ज्यादातर कंपनियों शेयर बाज़ार क्या है मे ख़राब प्रदर्शन देखा जा सकता हैं।
National Stock Exchange का सूचकांक (Index) Nifty हैं। Nifty का निरूपण NSE मे लिस्टेड देश के प्रमुख Top 50 कंपनियों के कुल मूल्य के आधार पर निरूपण किया जाता हैं। अगर Nifty बढ़ता है तो NSE मे लिस्टेड ज्यादातर कंपनियों मे अच्छा प्रदर्शन देखा जा सकता हैं। ठीक उसी तरह अगर Nifty गिरता है तो ज्यादातर कंपनियों मे ख़राब प्रदर्शन देखा जा सकता हैं।
शेयर मार्किट मे उतार-चढ़ाव क्यों होता है:-
जिस तरह नार्मल मार्किट मे किसी बस्तु का दाम कम जादा होते है ठीक उसी तरह शेयर मार्किट मे भी Demand और Supply पर निर्भर करता है। यदि किसी शेयर शेयर बाज़ार क्या है का डिमांड बढ़ जाता है तो उस शेयर का दाम बढ़ जाता है। ठीक उसी तरह जब शेयर का डिमांड नही रहेगा तब शेयर का दाम निचे आएगा। शेयर का Demand और Supply ज्यादातर कंपनी के नतीजे बेहटर रहने, मुनाफा बढ़ने,आर्उडर मिलने आदि जानकारी के आधार पर निर्भर करता हैं।
शेयर मार्किट मे इन्वेस्ट कैसे करे :-
शेयर मार्किट मे आप सीधा स्टॉक एक्सचेंज से शेयर नहीं शेयर बाज़ार क्या है खरीद सकते हैं। इसके लिए आपको BROKER के पास जाकर DEMAT ACCOUNT खोलना होगा। जिस तरह हम बैंक मे अपना पैसा रखते है ठीक इसी तरह शेयर खरीदने के लिए भी DEMAT ACCOUNT मे पैसा रखना होगा। आपका DEMAT ACCOUNT बैंक के साथ लिंक रहेगा।
आप जब भी चाहे तो पैसे को अपने बैंक अकाउंट मे ट्रान्सफर कर सकते है। शेयर मार्किट मे बहोत सारे स्टॉक ब्रोकर है उनमे से UPSTOX, ZERODHA, ANGEL BROKING etc. एक बार आप Demat Account खोलोगे तो आप उनमे लॉग इन करके शेयर खरीद या बेच सकते हैं।
शेयर मार्किट से जूरी हमारी राय
- इन्वेस्ट करने से पहले सबकी सुने लेकिन करे अपनी।
- शेयर मार्किट मे कोई short cut नहीं एसी short cut से दूर रहे। शेयर बाज़ार क्या है
- शेयर मार्किट मे किसी कंपनी मे इन्वेस्ट करने से पहले उस कंपनी के बारे मे जोरुर जान ले।
इस पोस्ट को पढ़के आपको कैसी लगी हमें Comment में बताये। और आपकी मन मे कोई सवाल है तो जोरुर पूछे।
Special Trading Day
हालांकि, राष्ट्रीय छुट्टियों पर शेयर बाजार बंद रहता है, लेकिन यह दिवाली त्योहार के दौरान कुछ घंटों के लिए खुला रहता है, जिसे ‘Mahurat Trading‘ के रूप में जाना जाता है। इस विशेष दिन के लिए ट्रेडिंग घंटे का समय दिवाली से कुछ दिन पहले ही तय किया जाता हैं।
दोस्तों आज हमने इस पोस्ट में सीखा की भारतीय शेयर का समय क्या है (Stock market timings in India) आशा है आपको यह पोस्ट पसंद आयी होगी अगर आपका कोई सवाल या सुझाव है तो आप हमे कमेंट कर सकते है |
सेबी ने 6 लोगों को प्रतिबंधित किया
शेयर बाजार रेगुलेटर सेबी ने हाल में ही एक ऐसा मामला पकड़ा है जिसमें कुछ लोग अपने फायदे के लिए सोशल मीडिया के जरिए लोगों का पैसा शेयर बाजार में फंसाते थे. सेबी ने इस मामले में 6 शेयर बाज़ार क्या है लोगों को पूंजी बाजार में प्रतिबंधित भी कर दिया है.
सेबी ने जिस मामले में यह कार्रवाई की है, उसे लेकर जुलाई और अक्टूबर में शिकायत मिली थी. शिकायत में आरोप लगाया गया था कि कुछ लोग गैरकानूनी तरीके से पैसा कमाने के लिए ट्विटर और टेलीग्राम पर सलाह देकर शेयरों की कीमतों को बनावटी तौर पर प्रभावित कर रहे हैं तो आप समझ लीजिए कि कुछ इस तरह से आपको चूना लगाने की तैयारी होती है.
मोटे मुनाफे के नाम पर आपका पैसा डुबोने वाले लोग छोटी-छोटी कंपनियों को चुनकर उनके शेयरों को बड़ी मात्रा में खरीदने की सोशल मीडिया के जरिए सलाह देते हैं.
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