ये इंडेक्स 80 परसेंट मार्केट मूवमेंट को कैप्चर करता है. ये फंडामेंटल मार्केट ट्रैकिंग और एसेसिंग टूल है जो डिसीजन पर बेस्ड है और ट्रांसपेरेंसी को बढ़ाता है. CryptoWire की इंडेक्स गवर्नेंस कमिटी जिसमें डोमेन एक्सपर्ट्स, इंडस्ट्री प्रैक्टिसनर शामिल होंगे, वो इंडेक्स को मेटेंन, मॉनिटर और एडमिनिस्ट्रेट करेंगे. इसे प्रत्येक तिमाही में रिबैलैंस किया जाएगा.
Cryptocurrency की भारत में आज की कीमत
क्रिप्टो करेंसी ऑनलाइन भुगतान का एक तरीका है जिसे वस्तु और सेवाओं के बदले दिया जाता है. दरअसल क्रिप्टो करेंसी नेटवर्क आधारित डिजिटल मुद्रा है. कुछ कंपनियों ने अपनी क्रिप्टो करेंसी भी जारी की है. जिसे टोकन्स कहते हैं. इन टोकन्स का प्रयोग आमतौर पर कंपनी के ही गुड्स और सर्विसेस खरीदने के लिए होता है.
वास्तविक मुद्रा और क्रिप्टो करेंसी में बेसिक फर्क यही है कि आप जिस पैसे को बाजार में खर्च करते हैं उसे देश का केंद्रीय बैंक जारी करता है. जबकि क्रिप्टो करेंसी को कोई व्यक्ति या कंपनी जारी कर सकती है.
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक क्या है?
डिसेंट्रलाइज्ड तकनीक रिसोर्स का एलोकेशन है. आसान भाषा में समझें तो ये कहा जा सकता है कि किसी वस्तु या रिसोर्स का नियंत्रण किसी एक व्यक्ति, संस्था या सेंट्रल टीम के पास नहीं होता है बल्कि उसका विकेंद्रीकरण यानी डिसेंट्रलाइजेशन होता है. क्रिप्टो करेंसी में जिस तकनीक ब्लॉकचेन का इस्तेमाल किया जाता है, उससे उस क्रिप्टो करेंसी पर किसी एक व्यक्ति या संस्था का नियंत्रण नहीं रहता, बल्कि डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नोलॉजी के जरिये उसे बहुत से कम्प्यूटर के जरिये अलग-अलग लोकेशन से मैनेज किया जाता है और ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड किया जाता है. यह तकनीक जितनी मजबूत होगी वो क्रिप्टो करेंसी उतनी ही सिक्योर होगी.
CryptoCurrency या डिजिटल करेंसी एक वर्चुअल करेंसी है. इसका यूज भी डिजिटल लेन-देन के लिए किया जा सकता है. इसे आप ना देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं. इसका पूरा बिजनेस ऑनलाइन ही होता है. बाकी देशों की करेंसी की तरह इसे कोई कंट्रोल नहीं करता है. इसे नेटवर्क के जरिए ऑनलाइन ऑपरेट किया जाता है. इस वजह से इसकी कीमत में लगातार उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है.
मेटिक बना पॉलीगॉन
पॉलीगॉन को पहले मैटिक नेटवर्क के नाम से जाना जाता था। इस साल फरवरी से अब तक इसका मार्केट कैप 10 गुना बढ़ चुका है। इसके ब्लॉकचेन का गेमिंग प्लेयर्स, नॉन फंजिबल टोकंस और डिसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस में प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है। इसी साल मार्च में नैस्डेक (Nasdac) में लिस्टेड कॉइनबेस ने अपने यूजर को पॉलीगॉन कॉइन में ट्रेड करने की इजाजत दे दी थी।
बाजार की मांग के साथ बदलाव
पॉलीगॉन के सह संस्थापक संदीप नैनवाल ने कहा, "पिछले कुछ समय में पॉलीगॉन की ग्रोथ में काफी तेजी रही है। किसी भी क्रिप्टोकरंसी के साथ स्पेकुलेशन जुड़ा होता है और इसके साथ भी यह सच है कि हमने अपना विजन और कामकाज का स्कोप बढ़ाया है। रियल वर्ल्ड एप्लीकेशन और ग्राहकों की दिलचस्पी बढ़ने की वजह से पॉलीकॉन का बाजार तेजी से बढ़ रहा है। पॉलीगॉन के अन्य संस्थापकों में जयंती कानानी और अनुराग अर्जुन शामिल हैं।
पॉलीगॉन से पावरहाउस
इस साल जनवरी से मई के बीच में पॉलीगॉन पर बनने वाले एप्लीकेशन की संख्या 8 गुना बढ़कर 400 तक पहुंच गई है। पॉलीगॉन इथेरियम ब्लाकचैन पर आधारित क्रिप्टोकरंसी है। ट्विटर के संस्थापक जैक डोर्सी भी ऐसा एक एप्लीकेशन यूज कर रहे हैं। वह भी एनएफटी की तर्ज पर इस तरह के एप्लीकेशन की मदद से मिंटिंग में जुटे हैं। नैनवाल ने कहा, "हम चाहते हैं कि भारत भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है दुनिया में ब्लॉकचेन का पावर हाउस बने।" उनका लक्ष्य दुनिया में भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है तीसरा सबसे बड़ा क्रिप्टो प्रोजेक्ट बनाना है। बिटकॉइन और इथेरियम के बाद वे पॉलीगॉन को देखना चाहते हैं।
बिटकॉइन से मुकाबला
अगर अमेरिकी यूरोप और चीन की ब्लॉकचेन तकनीक की बात करें तो भारत का यह ब्लॉकचेन स्टार्टअप अभी नवजात अवस्था में है। पश्चिमी देशों की दमदार मौजूदगी वाले स्पेस में भारत के इस कामकाज को नोटिस करने में वक्त लग सकता है। वेस्टर्न प्रोजेक्ट अभी काफी प्रीमियम पर चल रहे हैं। अटेंशन पाने के लिए भारत की कंपनी को 5 गुना अधिक काम करना पड़ सकता है। साल 2019 में पहली बार पॉलीगॉन का टोकन बांटा गया था।
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म. पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, TOP 10 INDIAN CRYPTOCURRENCY
इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है: जब से क्रिप्टो करेंसी इंडियन मार्केट में एंट्री क्या है, तब से लोगों की लाइफ में धमाल मचा दिया है. अभी तक हमारे देश भारत में भी कई लोग क्रिप्टो करेंसी से प्रॉफिट कमा चुके हैं, क्रिप्टो करेंसी में INVEST करना और ट्रेडिंग करने के बारे में लोग अभी जान चुके हैं.
इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है
INDIAN CRYPTOCURRENCY: आइए जानते हैं इंडियन की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है? PLOLYGON एक ऐसा इकलौता क्रिप्टो कॉइन है जिसे 2019 में शुरू क्या गया था, रिसर्च के मुताबिक पता चला है कि POLYGON में शुरुआत से ही अच्छी ग्रोथ देखी जा रही है. आज की तारीख की कीमत की हिसाब से PLOLYGON का कीमत भारतीय करेंसी के हिसाब से लगभग 151 रुपया है.
बहुत RESEARCH के बाद हमने इस पोस्ट में आपको इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है, उसके बारे में जानकारी देने की कोशिश की है. क्योंकि हमारे रिसोर्ट के अनुसार अभी तक भारत में कोई भी क्रिप्टोकरंसी INVENT नहीं किया गया है. लेकिन यह बात सच है कि इंडिया में क्रिप्टो करेंसी ट्रेडिंग करने के लिए कई एप्लीकेशन और प्लेटफार्म DEVELOP हो चुकी है जहां आप पूरे सिक्योरिटी के साथ निवेश कर सकते हैं.
इन्वेस्टर के लिए सबसे अच्छे इंडिया की क्रिप्टो करेंसी कौन सी है
हालांकि इंडिया में कोई भी क्रिप्टोकरंसी की शुरुआत नहीं हुई है भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है लेकिन इंडिया के लोगों को क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करने के लिए कई प्लेटफॉर्म बन चुके हैं. और इनमें निवेश करने वाले बड़े-बड़े इन्वेस्टर के अनुसार इंडियन के लिए सबसे अच्छी क्रिप्टोकरंसी नीचे भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है दी गई हैं.
IC15: भारत का पहला Cryptocurrency Index लॉन्च, जानें क्या है ये और कैसे करता है काम
ग्लोबल क्रिप्टो सुपर भारत की क्रिप्टोकरेंसी कौन सी है एप्लीकेशन CryptoWire ने भारत का पहला cryptocurrencies इंडेक्स IC15 लॉन्च किया है. ये इंडेक्स दुनिया से सबसे अधिक ट्रेड होने वाली cryptocurrencies की परफॉर्मेंस को ट्रैक करेगा.
आपको बता दें कि TickerPlan का स्पेशल बिजनेस यूनिट CryptoWire है. पिछले कुछ सालों में क्रिप्टोकरेंसी एसेट्स बन कर उभरा है. इसे ज्यादा लोग स्वीकार कर रहे हैं और इसकी लोकप्रियता भी काफी बढ़ रही है.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 217