लाइव क्रिप्रो उद्धरण
बाजार में इतने सारे अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी के साथ और सभी अलग-अलग कीमतों, बाजार कैप्स, परिसंचारी आपूर्ति और उद्देश्यों के साथ - भ्रमित या अभिभूत महसूस करना आसान है। हमने क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों और उन्हें प्रभावित करने वाले कारकों को समझने के लिए आपको जो कुछ भी जानने की आवश्यकता है, उसे एक साथ रखा है.
यहां नीचे हम यह स्पष्ट करने का प्रयास करेंगे कि क्रिप्टोक्यूरेंसी की कीमतों और उन कारकों को कैसे समझा जाए जो उन्हें प्रभावित करते हैं.
क्रिप्टोक्यूरेंसी के सभी मूल्य इतिहास में से सबसे पहले - क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य इतिहास में उपयोगी जानकारी की एक अथाह राशि होती है, यह आपको समग्र मूल्य गतिशीलता, साथ ही साथ इसके परिवर्तन, चढ़ाव और उच्च, बंद और खोलने की कीमतों को निर्धारित करने का अवसर देगा। हर क्रिप्टोक्यूरेंसी का एक अलग मूल्य इतिहास होता है, और इसका विश्लेषण आपको एक सिक्के के अतीत के बारे में बता सकता है और आपको इसके भविष्य के बारे में भविष्यवाणियां करने में मदद कर सकता है.
तकनीकी विश्लेषण की मदद से, आप मूल्य इतिहास के आधार पर बाजार की गतिशीलता का अध्ययन और मूल्यांकन करने में सक्षम होंगे। जो बदले में आपको बाजार का पूर्वानुमान लगाने की अनुमति देगा (व्यापारिक उपकरणों की ऐतिहासिक कीमतों के अध्ययन के आधार पर) और उम्मीद से लाभ कमाएगा.
क्रिप्टोक्यूरेंसी वर्तमान मूल्य और वास्तविक समय बाजार पूंजीकरण - एक डिजिटल मुद्रा का वास्तविक मूल्य एक्सचेंजों पर खरीदारों और विक्रेताओं के संतुलन द्वारा निर्धारित किया जाता है। आम आदमी के शब्दों में, जब एक सिक्का बेचने की तुलना में अधिक लोग खरीदते हैं, तो इसकी कीमत बढ़ जाती है, और जब अधिक लोग खरीदने की तुलना में बेचते हैं, तो इसकी कीमत कम हो जाती है.
बाजार पूंजीकरण का उपयोग क्रिप्टोकरेंसी को रैंक करने और उनके बाजार प्रभुत्व को निर्धारित करने के लिए किया जाता है, क्योंकि परिसंचरण में परिवर्तन आमतौर पर अधिकांश कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना क्रिप्टोकरेंसी के लिए काफी क्रमिक होते हैं, एक सिक्के के बाजार पूंजीकरण का आंदोलन इसके मूल्य आंदोलन के साथ बहुत निकटता से संबंधित होता है। चूंकि एक cryptocurrency का बाजार पूंजीकरण प्रचलन में सिक्कों की संख्या से गुणा किए गए एक सिक्के की कीमत के बराबर होता है.
IFC Markets के क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य चार्ट में आप आज किसी विशेष cryptocurrency की कीमत यह देखकर पा सकते हैं कि इसे एक्सचेंज पर किस कीमत पर खरीदा और बेचा जाता है, या इसके वास्तविक समय के क्रिप्टोकरेंसी चार्ट की जांच करके। कई सिक्के हर मिनट कीमत बदलते हैं, इसलिए कुछ व्यापारी खरीदने या बेचने के लिए सही समय खोजने के लिए क्रिप्टोग्राफिक चार्ट का उपयोग करना पसंद करते हैं
क्रिप्टो चार्ट लाइन चार्ट, कैंडलस्टिक चार्ट और हिस्टोग्राम के रूप में हो सकते हैं, इसलिए आप उन्हें अपने द्वारा चुने जाने पर अनुकूलित कर सकते हैं, एक समय सीमा भी है जिसे आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार बदल सकते हैं.
नोट: यह सब एक ही स्थान पर होना सुनिश्चित करें, यह क्रिप्टोक्यूरेंसी मूल्य चार्ट के उपयोग को कम कर देगा
क्रिप्टोक्यूरेंसी की वर्तमान कीमतें निरंतर गति में हैं क्योंकि वे एक्सचेंजों पर खरीदारों और विक्रेताओं के संतुलन द्वारा निर्धारित किए जाते हैं। चूंकि क्रिप्टोकरेंसी बहुत अस्थिर होती हैं, इसलिए कम समय में उनकी कीमतें बहुत बदल सकती हैं.
यदि आप बाजार पर उपयोगकर्ता के अनुकूल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के साथ शुरुआत करना चाहते हैं, तो आईएफसी मार्केट्स के साथ एक खाता पंजीकृत करें.
Line, Bar and Japanese Candlestick charts explained!
लाइन चार्ट सबसे सीधा और आसान चार्ट होता है। इसमें केवल एक डाटा प्वाइंट होता है और उसी पर यह चार्ट तैयार किया जाता है। टेक्निकल एनालिसिस में सिर्फ एक चीज के लिए लाइन चार्ट बनाया जाता है– क्लोजिंग प्राइस को लेकर। ये चार्ट शेयर का भी हो सकता है और इंडेक्स का भी। हर दिन के क्लोजिंग प्राइस के लिए एक चार्ट पर एक बिंदु बनाया जाता है और उसके बाद उन सारे बिंदुओं को एक लाइन से जोड़ दिया जाता है जिससे लाइन चार्ट बन जाता है।
अगर आप 60 दिन का डाटा देख रहे हैं तो उन सारे दिनों के क्लोजिंग प्राइस को जोड़कर एक लाइन खींची जाती है और लाइन चार्ट बन जाता है।
लाइन चार्ट अलग अलग समय सीमा के लिए बनाया जा सकता है जैसे महीने का लाइन चार्ट, हफ्ते का लाइन चार्ट, घंटे का लाइन चार्ट आदि। अगर आप सप्ताह का लाइन चार्ट बनाना चाहते हैं तो आप तो सप्ताह के क्लोजिंग प्राइस को एक चार्ट पर डालना होगा और उनको लाइन से जोड़ना होगा।
लाइन चार्ट की सबसे बड़ी खासियत यह है यह बहुत ही सीधा और सरल होता है। कोई भी ट्रेडर इसको देख कर एक ट्रेंड का पता लगा सकता है। लेकिन इसका सीधा और सरल होना ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी भी है। लाइन चार्ट सिर्फ एक ट्रेंड बता सकता है और कुछ नहीं। इसके अलावा लाइन चार्ट की दूसरी कमजोरी यह है कि यह सिर्फ क्लोजिंग कीमत के आधार पर बनाया जाता है और दूसरे डाटा प्वाइंट जैसे ओपन हाई और लो पर ध्यान नहीं देता। इसलिए ट्रेडर लाइन चार्ट का इस्तेमाल ज्यादा नहीं करते।
बार चार्ट में लाइन चार्ट के मुकाबले कुछ ज्यादा डाटा डाला जा सकता है। जैसे OHLC चारों को इसमें दिखा सकते हैं। एक बार चार्ट के तीन हिस्से होते हैं।
1. सेन्ट्रल लाइन (Central Line)- बार का सबसे ऊँचा हिस्सा सबसे ऊँची कीमत यानी हाई (High) को दिखाता है जबकि बार का नीचे का हिस्सा सबसे निचली कीमत यानी लो (Low) को बताता है।
2. बाँया मार्क/ टिक (The left mark/Tick)- ये ओपन (O) यानी खुलने के समय वाली कीमत बताता है।
3. दाहिना मार्क/ टिक (The right mark/Tick)- ये क्लोज (C) यानी बंद कीमत दिखाता है।
हालांकि बार चार्ट चारों डाटा प्वाइंट दिखाता है लेकिन फिर भी यह देखने में बहुत अच्छा नहीं होता। यह बार चार्ट की सबसे बड़ी कमजोरी है। इसको देखकर आसानी से किसी पैटर्न का पता लगाना थोड़ा मुश्किल दिखता है, खासकर तब जब आपको दिन में कई चार्ट देखने हों। इसीलिए ट्रेडर बार चार्ट का इस्तेमाल कम करते हैं। लेकिन अगर आप बाजार में नए हैं तो हमारी सलाह यह होगी कि आप जापानी कैंडलस्टिक का इस्तेमाल करें। बाजार के ज्यादातर ट्रेडर्स कैंडलस्टिक का ही इस्तेमाल करते हैं।
जापानी कैंडलस्टिक का इतिहास
आगे बढ़ने से पहले जापानी कैंडलस्टिक का कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना इतिहास जान लेना अच्छा होगा। नाम से आपको पता ही चल गया होगा कि कैंडलस्टिक की उत्पत्ति जापान में हुई थी। इसका पहला इस्तेमाल 18वीं सदी में जापान में एक चावल के व्यापारी ने किया था। हालांकि जापान में कीमतों की एनालिसिस करने के लिए इसका इस्तेमाल काफी पहले से हो रहा है, लेकिन पश्चिमी देशों को इसके बारे में कुछ भी पता नहीं था। यह माना जाता है कि 1980 में एक स्टीव निशन (Steve Nison) नाम के एक ट्रेडर ने इसे पाया और फिर दुनिया को इसका उपयोग और इसके काम का तरीका बताया। उसने इस पर एक किताब भी लिखी– “ जैपनीज कैन्डलस्टिक चार्टिंग टेक्निक्स (Japanese Candlestick Charting Techniques)”।अभी भी ये किताब काफी लोकप्रिय है।
कैंडलस्टिक की संरचना
बार चार्ट में ओपन और क्लोज कीमतें टिक या मार्क के तौर पर दिखाई जाती हैं जो कि बाएं या दाएं ओर होती हैं। जबकि कैंडलस्टिक में ओपन और क्लोज कीमतें एक चौकोर आयत यानी रेक्टैंगल (Rectangle) के तौर पर दिखाई जाती हैं। कैंडलेस्टिक चार्ट में बेयरिश कैंडल यानी मंदी की कैंडल और तेजी की कैंडल यानी कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना बुलिश कैंडल दोनों होती हैं। बुलिश कैंडल नीले हरे या सफेद और बेयरिश कैंडल लाल या काले कैंडल के तौर पर दिखाई जाती हैं। वैसे आप इन रंगों को कभी भी बदल सकते हैं और कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना अपने पसंद के रंग डाल सकते हैं। टेक्निकल एनालिसिस का सॉफ्टवेयर आपको रंग बदलने की सुविधा देता है।
सबसे पहले बुलिश कैंडल को देखते हैं। बार चार्ट की तरह ही कैंडल शेप में तीन हिस्से होते हैं।
1. सेन्ट्रल रीयल बॉडी (The Central real body)– मुख्य हिस्सा जो कि आयताकार यानी रेक्टैंगुलर (Rectangular) होता है और ओपन और क्लोज कीमत को जोड़ता है।
2. अपर शैडो (Upper Shadow) यानी ऊपरी शैडो– हाई (सबसे ऊँची कीमत) को क्लोज कीमत से जोड़ता है।
3. लोअर शैडो (Lower Shadow) यानी नीचे का शैडो– लो (सबसे निचली कीमत) को ओपन कीमत से जोड़ता है।
इसी तरह बेयरिश कैंडल (Bearish candle) में भी तीन हिस्से होते हैं।
1. सेन्ट्रल बाडी (Central body) – आयताकार मुख्य बॉडी जो ओपन और क्लोज कीमत को जोड़ती है। हालांकि ओपनिंग ऊपर की तरफ और क्लोजिंग रेक्टैंगल के नीचे की तरफ होता है।
2. अपर कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना शैडो (Upper shadow)यानी ऊपर का शैडो– हाई प्वाइंट (high point) को ओपन (open) से जोड़ता है।
3. लोअर शैडो (Lower shadow) यानी नीचे का शैडो– लो प्वाइंट (low point) को क्लोज (close) यानी बंद से जोड़ता है।
समय अवधि/समयावधि या टाइम फ्रेम (Time Frame) उसको कहते हैं जिस समय के लिए आप चार्ट को देखना चाहते हैं। कुछ लोकप्रिय टाइम फ्रेम या समयावधि हैं;
o मासिक या मंथली चार्ट
o साप्ताहिक या वीकली चार्ट
o दिन का या डेली चार्ट
o इंट्रा डे चार्ट – 30 मिनट, 15 मिनट और 5 मिनट
समय अवधि में अपनी जरूरत के मुताबिक फेर बदल किया जा सकता है। कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना उदाहरण के तौर पर एक ट्रेडर 1 मिनट का चार्ट भी देख सकता है अगर उसे जल्दी-जल्दी सौदे करने हों तो।
Price Action क्या है? प्राइस एक्शन का स्टॉक ट्रेडर्स कैसे यूज करें हिंदी में
स्टॉक्स के प्राइस में समय के साथ-साथ जो ऊपर-नीचे का मूवमेंट होता रहता है उसे Price action कहा जाता है। इसी के आधार पर stocks के चार्ट बनते हैं, जिनके द्वारा स्टॉक्स का टेक्निकल एनालिसिस किया जाता है। इस आर्टिकल में Price Action के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। जानते हैं- Price Action क्या है? प्राइस एक्शन का स्टॉक ट्रेडर्स कैसे यूज करें हिंदी में। Price Action kya hota hai? Hindi कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना प्राइस एक्शन क्या होता है इसे आप किस तरह समझ सकते हैं? आप किस तरह अपने ट्रेड को प्राइस एक्शन का इस्तेमाल करके प्रॉफिटेबल बना सकते हैं?
Price Action क्या होता है?
यह तो ऊपर बताया ही जा चुका है कि समय के साथ-साथ स्टॉक्स, कमोडिटी या करेंसी के प्राइस में जो मूवमेंट होता है। उसे प्राइस एक्शन कहा जाता है। इसी के आधार पर टेक्निकल एनालिसिस किया जाता है। ज्यादातर शार्ट-टर्म ट्रेडर्स प्राइस एक्शन के द्वारा बनने वाली फॉर्मेशन, का टेक्निकल एनालिसिस करके अपने ट्रेडिंग के डिसीजन लेते हैं। स्टॉक चार्ट को कैसे समझें
मार्केट या स्टॉक्स की प्राइस मूवमेंट का पहले से अनुमान भी Price action के द्वारा ही लगाया जाता है। प्राइस किस तरफ मूव कर सकता है, इसका अनुमान चार्ट को देखकर लगाया जाता है। किसी भी शेयर या कमोडिटी का चार्ट उसके प्राइस के मूवमेंट और वॉल्यूम से बनता है, जब आप चार्ट का विश्लेषण करते हैं तो वह प्राइस का विश्लेषण भी होता है।
जब आप किसी भी लाइन चार्ट, बार चार्ट या कैंडलस्टिक चार्ट को देखते हैं तो उसके अनुसार आप प्राइस का ही अध्ययन करते हैं जब तक आप चार्ट को नहीं समझ पाएंगे तब तक आप प्राइस को भी नहीं समझ सकते हैं। Price action को समझने के लिए आपको यह जरूर पता होना चाहिए। Price Discount Everything यानी कि मार्केट में हर चीज डिस्काउंट है। टेक्निकल एनालिसिस क्या है?
यदि आपने टेक्निकल एनालिसिस सीखा होगा तो आपको पता होगा कि प्राइस डिस्काउंट एवरीथिंग यानी की प्राइस के अंदर ही सब कुछ है। टेक्निकल और फंडामेंटल एनालिसिस के अंदर भी प्राइस डिस्काउंट होता है, यानी प्राइस अपने अंदर सबको रिफ्लेक्ट करता है। Price action को आप टेक्निकल एनालिसिस के द्वारा अच्छी तरह समझ सकते हैं।
आपको स्टॉक्स का चार्ट देखना अवश्य आना चाहिए, चार्ट अलग-अलग टाइम फ्रेम में होता है। जैसे कि पांच मिनट चार्ट, पंद्रह मिनट, आवरली चार्ट,और डेली चार्ट आदि। आप जिस टाइम फ्रेम को चार्ट में देखना पसंद करते हैं, उस टाइम फ्रेम में चार्ट को देखकर उसके price action को समझ सकते हैं।
प्राइस एक्शन को समझने के लिए आपको कई चीजों को सीखना पड़ेगा। जैसे कि कैंडलेस्टिक पैटर्न, चार्ट पैटर्न, इंडिकेटर्स, टाइम फ्रेम का कॉन्बिनेशन, सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस, ट्रेन्ड लाइंस आदि को अच्छी तरह से समझना पड़ेगा। तभी आप प्राइस एक्शन को समझ पाएंगे। current market price क्या होता है?
कैंडलेस्टिक पैटर्न (Candlestick Pattern)
चार्ट पर जो कैंडल होती हैं, वह भी प्राइस को रिफ्लेक्ट करती हैं। प्राइस में जिस तरह का मूवमेंट होता है, उसी हिसाब से चार्ट पर कैंडल्स बनती हैं। अगर किसी शेयर का प्राइस ऊपर से कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना नीचे की तरफ जाता है तो Bearish candle बनती है। इसी तरह यदि किसी शेयर का प्राइस नीचे से ऊपर की तरफ जाता है तो Bullish candle बनती है। कैंडलस्टिक चार्ट पैटर्न क्या है
चार्ट को समझने के लिए आपको कैंडलेस्टिक पैटर्न को समझना होगा कि किस कैंडलस्टिक का क्या मतलब है। कैंडलेस्टिक चार्ट पैटर्न को पहचानना और उनका मतलब समझना भी आपको सीखना चाहिए। आपको सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस का यूज भी करना आना चाहिए, साथ ही आपको ट्रेंडलाइन भी खींचना आना चाहिए।
उसके साथ ही बहुत सारे अन्य पैटर्न भी होते हैं जैसे हेड एंड शोल्डर पैटर्न, फ्लैग पैटर्न, कप विद हैंडल पैटर्न, राउंडिंग बॉटम पैटर्न , राउंडिंग टॉप पैटर्न आदि बहुत सारे पैटर्न होते हैं। जिनके बारे में आपको अच्छे से जानकारी होनी चाहिए जिससे कि आप एक प्रॉफिटेबल ट्रेड बना सके। सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल क्या हैं
इंडिकेटर्स (Indicators)
बहुत सारे इंडिकेटर्स होते हैं जिन्हें चार्ट पर अप्लाई करके Price action को समझा जा सकता है .कुछ इंडिकेटर्स के नाम इस प्रकार हैं जैसे बॉलिंगर बैंड्स, RSI, ATR, MACD, मूविंग एवरेज आदि, बहुत सारे इंडिकेटर्स होते कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना हैं।
सभी इंडिकेटर्स को चार्ट पर एक साथ नहीं लगाया जा सकता है और लगाना भी नहीं चाहिए। जिस इंडिकेटर के बारे में आपको अच्छे से पता है तथा जिसके रिजल्ट आपके अनुकूल आये। उन्ही इंडिकेटर्स को आपको चार्ट पर यूज करना चाहिए।
टाइम फ्रेम का कॉन्बिनेशन (Time frame combination)
टाइम फ्रेम का कॉन्बिनेशन, जब आप price action का अध्ययन करते हैं। जिसमें आप टेक्निकल एनालिसिस का यूज करके या बिना टेक्निकल एनालिसिस के मार्केट में ट्रेड बनाएं। तब आपको यह भी देखना चाहिए कि उस ट्रेड से आपको कब एग्जिट होना है। कुछ लोग मार्केट में पोजीशन बनाने के पंद्रह या बीस मिनट बाद ही उससे बाहर होना चाहते हैं।
इसी तरह कुछ लोग एक या दो दिन के लिए पोजीशन लेना चाहते हैं कुछ लोग महीना-बीस दिन के लिए मार्केट में पोजीशन बनाते हैं। जो लोग मार्केट में निवेश करते हैं, वह सालों के लिए शेयर खरीद कर उनको होल्ड करते हैं। इसलिए मल्टीपल टाइम फ्रेम में चार्ट का एनालिसिस करना चाहिए। Multi time Frame Analysis
इसके लिए आप चार्ट को मिनट, आवरली, डेली, वीकली और ईयरली टाइम फ्रेम में देखकर अपने टाइम फ्रेम के हिसाब से उसका यूज़ कर सकते हैं। इसे मल्टीपल टाइम फ्रेम एनालिसिस कहा जाता है। प्रत्येक ट्रेडर हाई और हैंडसम अमाउंट मार्केट से कमाना चाहता है, इस तरह कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना प्रत्येक ट्रेडर की अलग-अलग साइकोलॉजी और मेंटालिटी होती है।
अपने बारे में आपको निर्णय करना है कि आप मार्केट से किस तरह पैसा कमाना चाहते हैं क्या आप जल्दी प्रॉफिट कमाना चाहते हैं या मार्केट को टाइम देना चाहते हैं इसके लिए आपको टाइम फ्रेम का कॉन्बिनेशन सीखना पड़ेगा। आशा है कि आपको प्राइस एक्शन के बारे में दी गई जानकारी पसंद आएगी।
उम्मीद है, Price Action क्या है? प्राइस एक्शन का स्टॉक ट्रेडर्स कैसे यूज करें हिंदी में। Price Action kya hota hai? Hindi आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। यदि आपके पास इससे सम्बन्धित कोई सवाल या सुझाव है तो आप कमेंट करके बता सकते हैं। आप मुझे पर भी Facebook फॉलो कर सकते हैं।
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कृपया ध्यान रखें कि कैंडलस्टिक चार्ट और मूल्य सिमुलेशन ट्रेडिंग वातावरण में बाजार मूल्य से अलग हो सकते हैं।
सरल मूविंग एवरेज के साथ 5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति। एसएमए का बेहतर उपयोग IQ Option
आज हम आपको बाइनरी और डिजिटल के लिए नियम-आधारित 5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति दिखाएंगे options. सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) तकनीकी विश्लेषण के लिए उपयोग किए जाने वाले सबसे लोकप्रिय मूविंग एवरेज टूल में से एक है। एकल एसएमए का उपयोग करने में इसकी कमियां हैं। मुख्य नुकसान इस तथ्य के कारण परिणामी अंतराल है कि औसत की गणना करते समय एसएमए कई पिछले मूल्य बिंदु नहीं लेता है। हालांकि, एक ही चार्ट पर 2 एसएमए संकेतकों का उपयोग करना आपको उत्कृष्ट दे सकता है व्यापार प्रवेश बिंदु.
यह मार्गदर्शिका आपको SMAXNUMX और SMAXNUMX को 5 मिनट लंबी ट्रेड लगाने के लिए इस्तेमाल करना सिखाएगी IIQ Option प्लेटफॉर्म.
IQ Option पर SMA4 और SMA30 सेट करना
एक बार जब आप अपने IQ Option ट्रेडिंग खाते में लॉग इन कर लिया, 1 मिनट का जापानी कैंडलस्टिक चार्ट सेट करें। इसके बाद इंडिकेटर्स फीचर पर क्लिक करें और मूविंग एवरेज चुनें। MA विंडो पर, प्रकार के लिए SMA और अवधि के लिए 4 चुनें। SMA4 लाइन का रंग बदलकर नीला करें।
कैसे सेट अप करें एसएमए रणनीति IQ Option
SMA30 लाइन सेट करने के लिए उसी प्रक्रिया को दोहराएं। पीरियड को 30 में और रंग को लाल में बदलें।
जब आप सेट अप करें तो अप्लाई पर क्लिक करना न भूलें एसएमए संकेतक. इसके अलावा, आपका जापानी कैंडल स्टिक चार्ट 1 मिनट की मोमबत्तियां होनी चाहिए। बेशक, आप अपनी पसंद के अनुसार लाइन का रंग और उसकी मोटाई सेट कर सकते हैं। सभी तकनीकी विश्लेषण संकेतक IQ Option उनके मापदंडों और दृश्य विशेषताओं को समायोजित करने की संभावना है।
5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति के संकेत IQ Option
पारंपरिक दृष्टिकोण अक्सर विभिन्न अवधियों की चलती औसत की एक जोड़ी का उपयोग करता है। दो औसतों के साथ, तेज और धीमी, इन औसतों के संबंध को देखकर चार्ट स्थितियों का आकलन करना संभव है। इन औसतों के चौराहों को अक्सर व्यापारिक पदों को खोलने के लिए संकेतों के रूप में उपयोग किया जाता है। हमारी 5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति क्रॉसिंग एवरेज का उपयोग करती है, लेकिन संकेतों के लिए एक और तत्व की आवश्यकता होती है, अर्थात् कीमत एसएमए (4) पर वापस आ जाती है।
किस ट्रेडिंग रणनीति की जीत दर सबसे अधिक है?
औसत के प्रतिच्छेदन पर पूरी तरह निर्भर रहने वाली रणनीतियाँ हमेशा संतोषजनक परिणाम नहीं देती हैं। अक्सर, इस तरह की रणनीति के काम करने के लिए अतिरिक्त फ़िल्टरिंग की आवश्यकता होती है। SMA200 जैसे दीर्घकालिक औसत की प्रवृत्ति का उपयोग करके फ़िल्टर किया जा सकता है। फिर बाय पोजीशन तभी खोली जाती है जब बाजार SMA200 से ऊपर हो और शॉर्ट पोजीशन जब कीमत SMA200 से नीचे हो। आप समय से संबंधित फ़िल्टर का भी उपयोग कर सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि चौराहे लंदन और न्यूयॉर्क के व्यापारिक सत्रों के दौरान सबसे अच्छा काम करते हैं। आप 1 छोटा तत्व भी जोड़ सकते हैं जिसे हमने पेश किया है, जो कि एसएमए (4) को छूने वाला मूल्य है।
एक बार जब आप SMA संकेतक सेट कर लेते हैं, तो आपका चार्ट नीचे एक जैसा दिखना चाहिए।
5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति सिग्नल खरीदें
कि , SMA4 लाइन (नीली) SMA30 (लाल) को नीचे से काटती है और इसके ऊपर चलना शुरू करती है। जैसे ही SMA5 पहली बुलिश (हरी) कैन्डल को छूता है, वैसे ही एक 4 मिनट की खरीद की ट्रेड लगाएं।।
5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति सिग्नल बेचें
कि, SMA4 लाइन SMA30 को ऊपर से काटती है और इसके नीचे चलना शुरू करती है। जब SMA5 पहली bearish (नारंगी) कैन्डल को छूता है तो 4 मिनट के बिक्री की ट्रेड लगाएं।
क्या 5 मिनट का चार्ट ट्रेडिंग के लिए अच्छा है?
याद रखें कि इस रणनीति में हम 1 मिनट के चार्ट का उपयोग करते हैं। इसलिए, चार्ट की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए, हम इसे 1 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति कह सकते हैं। 5 मिनट व्यापार की लंबाई है। व्यापार करने के लिए IQ Option आप 2 उपकरणों में से एक का उपयोग कर सकते हैं: binary options या डिजिटल options. आप शायद इस्तेमाल करेंगे binary options अधिक बार, जहां option समाप्ति समय अधिक लचीला होता है और 5 मिनट की समाप्ति चुनना आसान होता है।
5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति सीखना और विकसित करना
जब बाजार में रुझान हो तो यह ट्रेडिंग रणनीति बहुत अच्छी तरह से काम करती है। अंतरराष्ट्रीय विनिमय बाजार इस पद्धति के लिए एक महान परीक्षण मैदान है। उच्च अस्थिरता के उदाहरणों में जैसे कि समाचार जारी होने के बाद, यह रणनीति अत्यंत प्रभावी है। याद रखें कि आप अतिरिक्त फिल्टर के साथ रणनीति को समृद्ध कर सकते हैं जो इस 5 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति की प्रभावशीलता में सुधार करेगा। इसके अलावा आप एसएमए के बजाय औसत ईएमए का उपयोग कैंडलस्टिक चार्ट को पसंद के मुताबिक बनाना करके आज की पद्धति का परीक्षण कर सकते हैं। संभावित विविधताओं की जाँच करें और रणनीति को अपनी प्राथमिकताओं में समायोजित करें।
अब जब आपने 4 मिनट की ट्रेडिंग रणनीति का व्यापार करने के लिए SMA30 और SMA5 का उपयोग करना सीख लिया है, तो इसे इसमें आज़माएं। आज ही अपने IQ Option अभ्यास खाते पर आज़माएँ आज। हम नीचे दिए गए टिप्पणी अनुभाग में आपके परिणामों के बारे में सुनना पसंद करेंगे।
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