4. ग्राहकों से अग्रिम- जब व्यवसायी अपने ग्राहक से किसी भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है उत्पाद की पूर्ति हेतु अग्रिम की रूप में कोई राशि प्राप्त भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है करता हैं तो वह ग्राहक से अग्रिम होता है ग्राहक से अग्रिम रूप में प्राप्त की गई राशि उत्पाद के मूल्य का एक भाग होता है।

मीवन निर्माण तकनीक के बारे में आपको जो कुछ भी जानना है

क्या आप जानते हैं कि मवन शटरिंग निर्माण के पारंपरिक तरीकों को पीछे छोड़ सकता है? अधिकांश रियल एस्टेट डेवलपर्स और भारतीय होमबॉयर्स मिवान तकनीक से दूर हो सकते हैं, लेकिन अगर परियोजना में देरी जैसी समस्याओं, कुशल कार्यबल की कमी को संबोधित करने की आवश्यकता है, तो यह समय है जब भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र ने मीवन निर्माण पर अपना हाथ आजमाया। आइए हम जानें कि वास्तव में मिवन फॉर्मवर्क का क्या अर्थ है, और यह रियल्टी स्पेस में कैसे सहायक है।

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भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है

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व्यावसायिक वित्त के प्रकार

  1. अल्पकालीन वित्त
  2. मध्यकालीन वित्त
  3. दीर्घकालीन वित्त

1. अल्पकालीन भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है वित्त- दिन प्रतिदिन के दैनिक व्ययो का भुगतान करने हेतु जैस, मजदूरी, ढुलाई, डाकतार अखबार का वित्त आदि संक्षेप में हम कह सकते है कि अल्पकालीन वित्त एक वर्ष के अन्तराल वाली प्रवृति होती है।

2. मध्यकालीन वित्त- यह वित्त उन उद्देश्यों को पूरा करता है जो कम से कम एक वर्ष एवं अधिक से अधिक 5 वर्षों के लिए विनियोग होता है।

3. दीर्घकालीन वित्त- पांच वर्ष से अधिक अवधि की धनराशि की आवश्यकता पडने पर इसे दीर्घकालीन वित्त कहते हैं इसको व्यवसाय की स्थाई सम्पत्ति के लिए व्यय किया जाता है जैसे- मशीनरी, फर्नीचर, प्लांट, भूमि व भवन इत्यादि क्रय करना है।

व्यावसायिक वित्त के स्रोत

1. अल्पकालीन वित्त के स्रोत

1. व्यापारिक वित्त- वितरको द्वारा विनिर्माताओं एवं व्यापारियों को कच्चामाल मशीन के पूर्जे आदि उधार विक्रय मे दी जाने वाली सुविधाएं ही व्यापारिक साख होती है यह आपूर्तिकर्ता द्धारा धन प्रदान करने के समान ही है।

  1. ऋण एवं अग्रिम-जब कोई राशि निश्चित अवधि की समाप्ति के पूर्व भुगतान करने का वचन व्यापारिक वर्ग द्वारा दिया जाता है तो यह बैंक ऋण कहलाता है यह ऋण पृथक ऋण खाता खोल कर दिया जाता है व्यापारी अपनी आवश्यकतानुसार ऋण की राशि अपने ऋण खाते से निकाल सकता है।
  2. नकद साख-जब बैंक किसी व्यापारी को उसके निर्मित माल के स्टॉक वचन पत्र, प्रतिभूतियों या सरकारी बाण्डों के आधार पर उधार देती है तो उसे नकद साख कहते है।
  3. बैंक अधिविकर्ष-व्यापारी के खाते में जमा राशि से अधिक रकम निकालने की अनुमति बैंक द्वारा दिया जाता है तो इस अतिरिक्त राशि को अधिविकर्ष कहते हैं। यह एक अल्पकालीन ऋण है।
  4. बिलों को बट्ठे पर भुनाना-बैंक विनिमय विपत्रों को समय से पूर्व बट्ठे पर भुनाकर व्यापारी को धन उपलब्ध कराती है देयतिथि पर बिल का भुगतान बैंक द्वारा ले लिया जाता है

डिजिटल इंडिया: डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था के लिए भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है एक कार्यक्रम

मुख्य पृष्ठ

डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है का उद्देश्य देश को डिजिटल रूप से सशक्त समाज और ज्ञान अर्थव्यवस्था में परिणत करना है। यह 7 अगस्त 2014 को डिजिटल इंडिया कार्यक्रम (1.5 MB) - पीडीएफ फाइल जो नई विंडों में खुलती है पर प्रधानमंत्री - बाहरी वेबसाइट भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है जो एक नई विंडो में खुलती है की बैठक के दौरान भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है कार्यक्रम के प्रारूप पर लिए गये महत्वपूर्ण निर्णयों का अनुपालन और सरकार के सभी मंत्रालयों को इस विशाल कार्यक्रम के प्रति जागरूक करने के लिए है जो सरकार के सभी क्षेत्रों पर रोशनी डालती है। यह कार्यक्रम इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डीईआईटीवाई) द्वारा परिकल्पित किया गया है।

इंटरनेट और डिजिटल बैंकिंग हैं अलग-अलग

पिछले कुछ सालों में तकनीक ने हमारी रोजमर्रा की ज़िंदगी को बहुत बदल दिया है. आपस में भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है लोगों के कम्युनिकेशन, पढ़ाई, नौकरी से लेकर बैंकिंग के तरीकों तक, सब कुछ बदल गया है. पहले बैंक से किसी भी तरह के लेन-देन के लिए हमें बैंक जाना पड़ता था लेकिन अब सब कुछ घर बैठे किया जा सकता है.

हालांकि, आज लगभग सभी बैंकों ने इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा दी हुई है. लेकिन अब डिजिटल बैंकिंग की तरफ लोगों का ज्यादा रुझान है. खासकर कि कोरोनाकाल में इंटरनेट और डिजिटल बैंकिंग पर लोगों का ज्यादा फोकस गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक साल 2020 में 48 बिलियन डिजिटल ट्रांज़ैक्शन हुए हैं.

क्या अंतर है इंटरनेट और डिजिटल बैंकिंग में:

इंटरनेट बैंकिंग भुगतान तकनीक की आवश्यकता क्यों है यूजर इंटरनेट का उपयोग करके बैंकिंग कार्यों और अन्य सेवाओं का लाभ उठाते हैं. यह एक व्यापक शब्द है जिसमें मोबाइल बैंकिंग भी शामिल है. इसमें आप वेबसाइट या अपने बैंक के एप के माध्यम से अकाउंट में लॉग इन करते हैं. लॉग इन के बाद आप कई तरह की सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं जैसे अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं, अपने बिलों का भुगतान कर सकते हैं, ऋण या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं.

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